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किशमिश को भिगोकर खाएं या सूखा? जानिए सही तरीका और इसके गजब के फायदे

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किशमिश, यानी वह छोटा-सा सूखा अंगूर, जिसे हम बचपन से मेवे के तौर पर खाते आए हैं, वास्तव में एक पोषण का खजाना है। लेकिन सवाल यह है—क्या इसे भिगोकर खाना बेहतर है या सूखा? 10 मई, 2025 को स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस सवाल का जवाब देते हुए किशमिश के फायदों और सही सेवन के तरीके को बताया। चाहे आप इसे सुबह खाली पेट खाएं या रात में भिगोकर, किशमिश आपके स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचा सकती है। आइए, इसके फायदों और सही तरीके को जानते हैं।

किशमिश: पोषण का पावरहाउस

किशमिश में आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। यह छोटा-सा मेवा दिल की सेहत, पाचन तंत्र, हड्डियों और त्वचा के लिए चमत्कारी है। रोजाना 8-10 किशमिश खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और कई बीमारियों से बचाव होता है। लेकिन इसका सेवन कैसे करना चाहिए? विशेषज्ञों के अनुसार, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे क्यों खा रहे हैं और आपका शरीर कैसा है। आइए, दोनों तरीकों—भिगोकर और सूखा खाने—के फायदों को समझते हैं।

भिगोकर खाने के फायदे

रात में 8-10 किशमिश को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाना सबसे फायदेमंद माना जाता है। भिगोने से किशमिश में मौजूद पोषक तत्व आसानी से शरीर में अवशोषित हो जाते हैं। यह तरीका खास तौर पर उन लोगों के लिए अच्छा है, जिन्हें कब्ज, कमजोर पाचन या खून की कमी की समस्या है। भिगोई हुई किशमिश आयरन की कमी को पूरा करने में मदद करती है, जिससे एनीमिया से जूझ रहे लोगों को लाभ मिलता है। इसके अलावा, यह त्वचा को चमकदार बनाती है और बालों को मजबूत करती है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि भिगोई हुई किशमिश के साथ उसका पानी भी पी लें, क्योंकि इसमें घुले पोषक तत्व अतिरिक्त लाभ देते हैं।

सूखा खाने के फायदे

अगर आप जल्दी में हैं या भिगोने का समय नहीं है, तो सूखी किशमिश भी कम फायदेमंद नहीं। यह तुरंत ऊर्जा देती है, जो इसे सुबह के नाश्ते या वर्कआउट से पहले एक बेहतरीन स्नैक बनाती है। सूखी किशमिश में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन को दुरुस्त रखता है और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है। यह दिल की सेहत के लिए भी अच्छी है, क्योंकि इसमें मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है। हालांकि, सूखी किशमिश को चबाकर खाना चाहिए, ताकि यह आसानी से पच जाए। डायबिटीज के मरीजों को इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए, क्योंकि इसमें प्राकृतिक शर्करा अधिक होती है।

सही तरीका: आपकी जरूरत पर निर्भर

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि किशमिश को भिगोकर या सूखा खाने का फैसला आपकी जरूरत और जीवनशैली पर निर्भर करता है। अगर आपका पाचन कमजोर है या आपको आयरन की कमी है, तो भिगोकर खाना बेहतर है। वहीं, अगर आपको तुरंत ऊर्जा चाहिए या आप इसे स्नैक के तौर पर खाना चाहते हैं, तो सूखी किशमिश बढ़िया विकल्प है। दोनों ही तरीकों में 8-10 किशमिश रोज खाना काफी है। इसे ज्यादा खाने से बचें, क्योंकि इसमें कैलोरी और शर्करा अधिक होती है। गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए भी किशमिश फायदेमंद है, लेकिन डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।

अतिरिक्त टिप्स और सावधानियां

किशमिश खरीदते समय हमेशा अच्छी क्वालिटी की किशमिश चुनें और इसे साफ पानी में धोकर खाएं। अगर आप इसे भिगो रहे हैं, तो 6-8 घंटे से ज्यादा न भिगोएं, वरना इसके पोषक तत्व कम हो सकते हैं। डायबिटीज या मोटापे से जूझ रहे लोग इसे कम मात्रा में खाएं और डॉक्टर से सलाह लें। किशमिश को दूध या दही के साथ मिलाकर खाना भी एक स्वादिष्ट और पौष्टिक विकल्प है। इसे सलाद, ओटमील या मिठाइयों में डालकर भी खाया जा सकता है।

जनता की रुचि

सोशल मीडिया पर किशमिश के फायदों को लेकर खूब चर्चा हो रही है। #KishmishBenefits और #HealthyEating जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “रोज सुबह भिगोई किशमिश खाने से मेरी त्वचा चमकने लगी है।” लोग इसे अपनी डाइट में शामिल करने के लिए उत्साहित हैं, खासकर उनमें जो प्राकृतिक और सस्ते उपायों की तलाश में हैं। यह छोटा-सा मेवा आजकल हर घर की रसोई में चर्चा का विषय बना हुआ है।

निष्कर्ष: किशमिश से सेहत का खजाना

किशमिश, चाहे भिगोकर खाएं या सूखा, आपके स्वास्थ्य के लिए एक वरदान है। यह छोटा-सा मेवा आयरन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना है, जो पाचन, दिल और त्वचा को दुरुस्त रखता है। सही तरीके से इसका सेवन करें और अपनी जरूरत के हिसाब से इसे अपनी डाइट में शामिल करें। हमारी सलाह है कि इसे संतुलित मात्रा में खाएं और अपने डॉक्टर से सलाह लें। आइए, इस छोटे से सुपरफूड के साथ अपनी सेहत को और बेहतर बनाएं।

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