कांकेर, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर की दूरी पर कानागांव के पहाड़ी जंगलों में स्थित धारपारुम की खूबसूरत तस्वीर सामने आई है। धारपारुम तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर की कच्ची पगडंडी का सफर करना पड़ता है। यहां पहुंचने पर कई किलोमीटर तक फैला विशाल पठार देखने को मिलता है। व्यू प्वाइंट से छोटे-बड़े पहाड़ों की श्रृंखला दिखाई देती हैं। यहां पहाड़ियों की ऊंची चोटी से ग्रामीण इलाके के हर एक गांवों को भी देखा जा सकता है । ऊंचाई पर स्थित इस स्थल से प्रकृति का मनोरम दृश्य नजर आता है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता बारिश और ठंड में और भी निखर जाती है। मानसून में इसकी सुंदरता देखने पर्यटक यहां उसेली मार्ग से यहां पहुंचते हैं।
उल्लेखनीय है कि कांकेर जिले का धारपारुम को बस्तर संभाग का सबसे बड़ा हिल स्टेशन की संभावना के रूप में देखा जा रहा है। इस हिल स्टेशन के केशकाल के टाटामारी से भी ज्यादा बड़ा होने का दावा किया जा रहा है। अगर इसे पर्यटन क्षेत्र के दृष्टि से विकसित किया जाए तो यह बस्तर संभाग का अब तक का सबसे बड़ा हिल स्टेशन के रूप में विकसित होगा। प्रति वर्ष हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक यहां की खूबसूरती का दीदार करने आते हैं। घने जंगलों से घिरे इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में प्रकृति ने कई मनमोहक स्थल बनाया है। बरसात के दिनों में बादलों की घनघोर घटा और प्रकृति की मनोरम छठा के बीच यहां के सुंदर प्रकृतिक वादियां लोगों के मन को मोह लेती है। जिससे लोग इस स्थान पर बार बार आना पंसद करते है।
इस पर कांकेर कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर ने बताया कि धारपारुम प्राकृतिक रूप से बहुत सुंदर जगह है, इस जगह पर पर्यटकाें के आने की भी बहुत ज्यादा संभावना है। स्थानीय वन समिति वर्तमान में यहां कार्य कर रही है। जिला प्रशासन इस जगह को हिल स्टेशन के रूप में विकसित करने की योजना बना रहा है, ताकि यहां पर्यटक ज्यादा से ज्यादा आए।
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(Udaipur Kiran) / राकेश पांडे
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