पौड़ी गढ़वाल, 27 जून (Udaipur Kiran) । आगामी कांवड़ यात्रा को सुचारु और सुरक्षित रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से जनपद मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने समस्त संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि 5 जुलाई तक सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएं, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रियों के लिए निर्धारित पैदल मार्गों की समयबद्ध मरम्मत की जाए और वैकल्पिक मार्गों की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा उन्होंने मुख्य सड़कों पर पैचवर्क का कार्य भी समय से पूरा करने को कहा, ताकि यातायात व्यवस्था प्रभावित न हो।
साथ ही उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर वृहद सफाई अभियान चलाया जाएगा। सभी शौचालयों की नियमित सफाई, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, जल कनेक्शन एवं जल टैंकरों की व्यवस्था भी समय पर सुनिश्चित की जाएगी। जहां हैंडपंप काम नहीं कर रहे हैं, वहां वैकल्पिक व्यवस्थाएं की जाएंगी। इसके अतिरिक्त, अस्थायी नल कनेक्शन हेतु जल संस्थान को और जल टंकियों में वोल्टेज की समस्या के समाधान हेतु विद्युत विभाग को निर्देश दिये गये।
बैठक में जिलाधिकारी ने यह भी निर्देशित किया कि यात्रा मार्ग में आने वाले पेड़ों की समय से लॉपिंग की जाय, जिससे श्रद्धालुओं को मार्ग में किसी प्रकार की बाधा न हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस कार्य में लापरवाही होने पर विद्युत विभाग की जिम्मेदारी निर्धारित की जाएगी।
कांवड़ यात्रा की रात्रिकालीन व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी ने जिला पंचायत, उरेडा एवं वन विभाग को स्ट्रीट लाइट की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। साथ ही पुलिस को घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और जिला पंचायत को कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था संभालने के निर्देश दिये गये।
स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा मार्ग पर एम्बुलेंस, आवश्यक दवाएं, चिकित्सकीय उपकरण एवं स्वास्थ्यकर्मी पूर्व से तैनात रहेंगे। इसके साथ ही एसडीआरएफ, पीआरडी, होमगार्ड जवानों की तैनाती, सैटेलाइट फोन, लाउडस्पीकर, नेटवर्क कनेक्टिविटी और बैरिकेडिंग से संबंधित कार्यों की पहले से योजना बनाकर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि मंदिर मार्ग में लगने वाले भंडारों की साफ-सफाई अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाएगी। यदि कोई भंडारा स्वच्छता मानकों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसकी अनुमति निरस्त कर दी जाएगी।
जिलाधिकारी ने समस्त विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने और यह सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये कि श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान हर स्तर पर बेहतर सुविधाएं एवं सुरक्षा प्राप्त हो।
(Udaipur Kiran) / कर्ण सिंह
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