नई दिल्ली, 10 जुलाई (Udaipur Kiran) । देश के विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख जनजातीय लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में मिला। इस अवसर पर आवास और शहरी कार्य एवं विद्युत मंत्री मनोहर लाल, जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम और जनजातीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री दुर्गादास उइके भी उपस्थित रहे।
राष्ट्रपति मुर्मु ने जनजातीय समुदाय के अनुभव, ज्ञान और उनकी अनमोल सांस्कृतिक विरासत की सराहना करते हुए कहा कि यह हमारे राष्ट्र की बहुलता और विविधता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज की सक्रिय भागीदारी से ही सच्चे अर्थों में समावेशी विकास संभव है।
यह विशेष संवाद जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया, जो सरकार की सहभागी और विकेन्द्रीकृत शासन की दिशा में उठाया गया एक अहम कदम है। इस पहल का उद्देश्य जनजातीय समाज की आवाज़ को नीति-निर्माण में शामिल करना और उनकी ज़रूरतों को बेहतर ढंग से समझकर विकास की मुख्यधारा में लाना है।
राष्ट्रपति मुर्मु ने विश्वास जताया कि जनजातीय समाज की भागीदारी से भारत सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से और अधिक सशक्त होगा।
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(Udaipur Kiran) / सुशील कुमार