नई दिल्ली, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । कांग्रेस महासचिव एवं लोकसभा के सदस्य केसी वेणुगोपाल ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेलवे स्टेशन पर जबरन धर्म परिवर्तन और मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार की गईं ननों का मुद्दा बुधवार को संसद में उठाया। उन्होंने सरकार से तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।वेणुगोपाल ने कहा कि दो कैथोलिक नन वंदना और प्रीती आगरा जा रही थीं, तभी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोका, मारपीट की और धर्म परिवर्तन के आरोप लगाए। इन ननों का आसपास बहुत आदर था। वह गरीबों और कैंसर रोगियों की मदद करती थीं। पुलिस भी इस मामले में निष्क्रिय रही और दोनों ननों को जेल भेज दिया गया। अगर प्रधानमंत्री देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा का वादा करते हैं, तो ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं? देश के अल्पसंख्यक असहज क्यों महसूस कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ और गृहमंत्री को पत्र लिखने के बावजूद नन को रिहा नहीं किया गया। अगर सरकार ने तत्काल हस्तक्षेप नहीं किया तो स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक ईसाई मुद्दा नहीं है, बल्कि यह मुस्लिमों और अन्य समुदायों के खिलाफ भी हो सकता है। सरकार से मांग की कि ननों को बिना किसी कारण के जेल में रखने का यह अत्याचार तुरंत रोका जाए और उन्हें रिहा किया जाए।
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(Udaipur Kiran) / प्रशांत शेखर
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