पटना 05 सितम्बर (Udaipur Kiran) । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना जिला के पालीगंज प्रखण्ड के सिकरिया ग्राम में कार्यकर्ताओं के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया और बिहार में किए गए और करवाए जा रहे विकास कार्यों के बारे में विस्तार से बताया।
संवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहले राज्य का बहुत बुरा हाल था। जब 24 नवंबर, 2005 को प्रदेश में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनी थी, तबसे हम लोग बिहार के विकास में लगे हुये हैं, आज राज्य में कानून का राज है। सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरू से ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है। राज्य में बड़े पैमाने पर सड़कों, पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। सात निश्चय के तहत हर घर तक बिजली, हर घर नल का जल, हर घर शौचालय तथा टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का काम पूरा हो गया है। वर्ष 2020 में युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरी एवं 10 लाख रोजगार देना तय किया गया। वर्तमान तक युवाओं को 10 लाख नौकरी एवं 39 लाख रोजगार दे दिया गया है। चुनाव से पहले ही 50 लाख से अधिक नौकरी एवं रोजगार दे दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि अब तय गया किया है कि अगले 5 वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी/ रोजगार दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि बिहार का बजट लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2005-06 में नयी सरकार बनने के समय राज्य का बजट मात्र 28 हजार करोड़ रुपये था, जिसे वर्ष 2006-07 में बढ़ाकर 34 हजार करोड़ रुपये किया गया और यह लगातार बढ़ते-बढ़ते अब 3 लाख 16 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के विकास में केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। जुलाई, 2024 के बजट में बिहार को विशेष आर्थिक सहायता के रूप में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन, बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि देने की घोषणा की गयी। फरवरी, 2025 के बजट में बिहार में मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट की स्थापना, पश्चिमी कोसी नहर के लिए वित्तीय सहायता आदि की घोषणा की गयी है। केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2018 से देश के कुछ राज्यों में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पटना जिले में विकास के कई महत्वपूर्ण काम कराये गये हैं। पटना में राष्ट्रीय स्तर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) एवं राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जैसे अनेक संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों की स्थापना की गयी है। पटना में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों को विकसित किया गया है। कई अस्पतालों को सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल के रूप में विकसित किया गया है। पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल को 5 हजार 462 बेड की क्षमता वाले आधुनिक विश्वस्तरीय अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) को 3 हजार तथा नालन्दा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनएमसीएच) को 2500 बेड के अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। पटना जिले में जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास, 3 अनुसूचित जाति आवासीय उच्च विद्यालय तथा दो अन्य पिछड़ा वर्ग आवासीय उच्च विद्यालय का निर्माण कराया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2024 के दिसम्बर एवं 2025 के जनवरी-फरवरी माह में मैंने प्रगति यात्रा के दौरान पटना जिला के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में जाकर विकास कार्यों को देखा और जो कमी रही उसे पूरा करने के लिए 32 योजनाओं की स्वीकृति दी, जिसमें पालीगंज क्षेत्र के लिए पालीगंज के उलार सूर्य मंदिर में पर्यटक सुविधाओं का विकास, पुनपुन नदी पर समदा गांव एवं गुलरिया बिगहा के बीच पुल का निर्माण तथा पालीगंज में नये प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय भवन का निर्माण शामिल है।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी
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