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विधानसभा समितियाँ सुशासन का आधार स्तंभ: देवनानी

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भोपाल में समिति प्रणाली की समीक्षा बैठक में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष ने दिए नवाचारी सुझाव

भोपाल/ जयपुर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि विधानसभा समितियाँ लोकतंत्र का लघु रूप होती हैं, जो शासन प्रणाली की पारदर्शिता, जवाबदेही और सुशासन को सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे मध्यप्रदेश विधानसभा, भोपाल में आयोजित समिति प्रणाली की समीक्षा हेतु पीठासीन अधिकारियों की बैठक में संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने समितियों को अधिक प्रभावी और सक्रिय बनाने के उद्देश्य से कई सुझाव दिए।

देवनानी ने कहा कि समिति सदस्यों का चयन केवल दलीय आधार पर न होकर उनकी योग्यता और विशेषज्ञता के आधार पर भी किया जाना चाहिए, जिससे समितियों का कार्य अधिक प्रभावी हो सके। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि समितियों की रिपोर्टों पर सदन में अनिवार्य रूप से चर्चा की जानी चाहिए, ताकि विधायकों की सहभागिता और विषयों में रुचि बढ़ाई जा सके। उन्होंने वर्चुअल माध्यम से समिति बैठकों में भागीदारी की अनुमति पर भी गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता जताई, जिससे सदस्यों की उपस्थिति बेहतर हो सके, हालाँकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इस दौरान गोपनीयता का पूर्ण रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए।

एक अन्य महत्त्वपूर्ण सुझाव में उन्होंने कहा कि समितियों को वर्तमान या आगामी वर्षों से संबंधित मामलों की समीक्षा करनी चाहिए ताकि उनके सुझाव उसी वर्ष के बजट में सम्मिलित हो सकें और उनका त्वरित क्रियान्वयन संभव हो।

राजस्थान विधानसभा की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए देवनानी ने बताया कि वर्तमान में वहाँ कुल 17 समितियाँ कार्यरत हैं। कुछ अपेक्षाकृत निष्क्रिय समितियों को सृजनात्मक रूप से अधिक सक्रिय समितियों में विलय कर पुनर्गठित किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि ‘सामान्य प्रयोजन समिति’ के गठन के माध्यम से राजस्थान विधानसभा ने समिति कार्यों की त्रैमासिक समीक्षा की नई परंपरा की शुरुआत की है।

देवनानी ने इस बैठक में यह प्रस्ताव भी रखा कि समिति प्रणाली की अगली समीक्षा बैठक राजस्थान में आयोजित की जाए। उनके इस प्रस्ताव को बैठक में सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।

बैठक के दौरान मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने देवनानी का भोपाल आगमन पर स्वागत किया और संसदीय कार्यप्रणाली पर गहन विचार-विमर्श किया। बैठक उपरांत सभी राज्यों के पीठासीन अधिकारियों ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल के साथ औपचारिक भोज में भाग लिया।

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(Udaipur Kiran) / संतोष

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