राय ख्वाजा क्षेत्र का रहने वाला रहमान बाहरी तौर पर एक सामान्य युवक दिखता था, जो जूतों के स्टीकर बनाने का काम करता था। मगर पुलिस जांच में सामने आया है कि उसका मकसद कुछ और ही था। रहमान ने यूट्यूब चैनल के जरिए धर्मांतरण की मुहिम छेड़ रखी थी, जिसे वह लंबे समय से चला रहा था।
पुलिस के मुताबिक, रहमान के यूट्यूब चैनल पर 1.69 लाख सब्सक्राइबर्स हैं और 1500 से ज्यादा वीडियो अपलोड किए गए हैं, जिनमें अधिकतर इस्लाम धर्म से संबंधित प्रचारात्मक सामग्री शामिल है। इन वीडियो में वह धर्म परिवर्तन को बढ़ावा देता दिखाई देता है।
चौंकाने वाली बात यह है कि इंटरमीडिएट में फेल रहने वाला रहमान कुछ वीडियो में धाराप्रवाह अंग्रेजी में इंटरव्यू देता दिखता है, जिससे उसकी सोशल मीडिया पर पकड़ और प्रभावशीलता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
पुलिस जांच के प्रमुख बिंदु:
-
यूट्यूब चैनल पर धार्मिक प्रचार की सामग्री
-
धर्मांतरण से जुड़े संदिग्ध संवाद और भाषण
-
कुछ वीडियो में विदेशी व्यक्तियों से इंटरव्यू
-
सोशल मीडिया के ज़रिए सक्रिय नेटवर्किंग
परिवार अंजान, अब हैरान:
रहमान की गिरफ्तारी के बाद उसका परिवार सदमे में है। उसकी मां और पिता का कहना है कि उन्हें रहमान की गतिविधियों की कोई जानकारी नहीं थी। वे यही समझते थे कि वह घर चलाने के लिए जूतों के स्टीकर बनाता है।
पुलिस कार्रवाई जारी:
फिलहाल पुलिस चैनल से जुड़े तकनीकी पहलुओं की जांच कर रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि उसके संपर्क किन-किन लोगों से थे और क्या इसमें कोई संगठित नेटवर्क भी शामिल है।
निष्कर्ष:
You may also like
बिहार एसआईआर में मिले 18 लाख मृतक, 7 लाख मतदाताओं का दो स्थानों पर नाम
बाल गंगाधर तिलक की जयंती पर विशेष : गीता के संदेश से स्वतंत्रता का संकल्प
दो सहेलियों की कहानी 'झल्ली,' अपेक्षा और ईशा ने शो के कई राज से उठाया पर्दा
इंग्लैंड की समय बर्बाद करने की रणनीति खेल भावना के अनुरूप नहीं थी : शुभमन गिल
नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार की बिहार की सियासत में इतनी चर्चा क्यों है?