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दुल्हन को जयमाल पहनाने ही वाला था, तभी आई आवाज- ये शादी नहीं हो सकती; फिर खुला दूल्हे राजा का भेद

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उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शादी समारोह के बीच अचानक पुलिस की दबिश ने माहौल को पूरी तरह बदल दिया। कलवारी थाना क्षेत्र के ग्राम उमरिया में हो रही शादी में जब दूल्हा-दुल्हन वरमाला पहनाने की रस्म में लगे थे, तभी पुलिस ने कार्यक्रम रोक दिया और दूल्हे की असलियत सामने रख दी। दूल्हा पहले से शादीशुदा था और उसका एक आठ साल का बेटा भी है।

वरमाला की रस्म के बीच पहुंची पुलिस

समारोह में शामिल लोग खुशी-खुशी शादी की रस्मों में डूबे हुए थे। स्टेज पर दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे को वरमाला पहनाने ही वाले थे कि तभी पुलिस मौके पर पहुंची और सबको पीछे हटने को कहा। पुलिस ने ऐलान किया कि यह शादी अवैध है क्योंकि दूल्हा पहले से शादीशुदा है। यह सुनकर दुल्हन के हाथ से वरमाला छूट गई और वह स्तब्ध रह गई। मौके पर मौजूद रिश्तेदारों और गांव वालों में भी हड़कंप मच गया।

पहली पत्नी ने खोला राज

इस पूरी कार्रवाई के पीछे दूल्हे की पहली पत्नी का हाथ था। पुलिस के मुताबिक, दूल्हे की पहली पत्नी ने थाने में सूचना दी थी कि उसका पति दूसरी शादी कर रहा है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और शादी स्थल पर पहुंचकर शादी को रुकवा दिया। जानकारी मिली कि पहली पत्नी से दूल्हे का एक आठ साल का बेटा भी है, जिससे यह शादी गैरकानूनी मानी जाएगी।

दुल्हन पक्ष को नहीं थी कोई जानकारी

दुल्हन और उसके परिवार के लिए यह घटना किसी सदमे से कम नहीं थी। दुल्हन की बहन ने बताया कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि दूल्हा पहले से शादीशुदा है। उन्हें बताया गया था कि दूल्हा कुंवारा है और शादी योग्य है। उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ पुलिसकर्मियों ने रिश्वत लेकर हमारे परिवार के लोगों को जबरन थाने ले गए। यह भी आरोप लगाया गया कि शादी रोकने के नाम पर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।

गांव में नाराजगी का माहौल

इस घटना को लेकर गांव उमरिया में नाराजगी का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की और सिर्फ दुल्हन पक्ष को थाने बुलाया गया, जबकि दोषी दूल्हा था। लोगों का कहना है कि अगर दूल्हा ही झूठ बोलकर शादी करने आ रहा था तो कार्रवाई सिर्फ उसी पर होनी चाहिए थी। इससे गांव में पुलिस के प्रति अविश्वास का माहौल बन गया है।

पुलिस की सफाई और समझौते की कोशिश

कलवारी थाना पुलिस का कहना है कि शिकायत मिलते ही उन्होंने समय पर कार्रवाई की और शादी को रोका ताकि कोई गैरकानूनी काम न हो। अधिकारियों ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत कराई गई और फिलहाल सभी को समझौते के तहत वापस भेजा गया है। हालांकि पुलिस ने यह भी कहा कि दूल्हे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उसकी पहली पत्नी के बयान के आधार पर एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।

सामाजिक जिम्मेदारी और कानूनी चेतावनी

यह मामला समाज में बढ़ रही धोखाधड़ी और विवाह जैसे पवित्र रिश्ते में छल को उजागर करता है। शादी जैसे मौके पर ऐसा खुलासा न केवल परिवार की भावनाओं को आहत करता है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि शादी से पहले उचित जांच और सत्यापन बेहद जरूरी है।

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