बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक वॉशिंग पाउडर कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी शुभम के साथ न केवल बेरहमी से मारपीट की गई, बल्कि उसके शरीर को सिगरेट से भी दागा गया। पीड़ित कर्मचारी वैशाली जिले के बेलसर थाना क्षेत्र का रहने वाला है और फिलहाल श्रीकृपा कॉलोनी, गली नंबर दो में किराए पर रहता है।
यह पूरी घटना शुक्रवार रात, 5 सितंबर को घटी। जानकारी के अनुसार, देर रात करीब साढ़े दस बजे कंपनी के ही एक अन्य कर्मचारी सत्यजीत प्रकाश उर्फ गुड्डू ने शुभम को फोन कर ऑफिस बुलाया। उसने शुभम से पैसों की मांग भी की। जब शुभम ने विरोध किया तो आरोपी ने गाली-गलौज करते हुए उसे जबरन अपने घर बुला लिया।
बंद कमरे में दरिंदगीशुभम के पिता की शिकायत के मुताबिक, आरोपी के घर पर पहले से ही रवि सिंह, अजय पासवान, श्वेतांक और शरद उर्फ भीलू मौजूद थे। सबने मिलकर शुभम पर हमला कर दिया। पीड़ित को बेल्ट से बेरहमी से पीटा गया। आरोपियों ने उसकी पैंट उतारने की कोशिश भी की, लेकिन जब इसमें कामयाबी नहीं मिली तो उन्होंने और भी हैवानियत दिखाई। शुभम के शरीर पर जगह-जगह जलती हुई सिगरेट दागी गई।
पिटाई की यह वारदात पूरी रात चली। इस दौरान शुभम कई बार बेहोश हुआ, लेकिन आरोपियों ने उसे होश में लाकर फिर से पीटा। यह यातना किसी फिल्मी कहानी जैसी लगती है, लेकिन यह सच्चाई है जिसने पूरे इलाके को हिला दिया है।
पैसे की मांग और परिवार की पीड़ाशनिवार सुबह आरोपी सत्यजीत प्रकाश ने शुभम के पिता को फोन किया और कहा कि उनका बेटा उसके पास है। उसने साफ शब्दों में पैसे देकर बेटे को छुड़ाने की बात कही। घबराए हुए परिजन तुरंत सदर थाने पहुंचे और पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया।
इसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शुभम को आरोपी के चंगुल से मुक्त कराया। पुलिस ने मुख्य आरोपी सत्यजीत प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाईसदर थाने की पुलिस का कहना है कि पीड़ित के बयान और उसके पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। बाकी फरार आरोपियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
समाज के लिए सवालइस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर किस वजह से एक कर्मचारी को इतनी बेरहमी से प्रताड़ित किया गया? कार्यस्थल की दुश्मनी, पैसों का विवाद या कोई और वजह? पुलिस की जांच से इन सवालों के जवाब सामने आएंगे।
लेकिन एक बात साफ है कि शुभम के साथ हुई यह हैवानियत इंसानियत को शर्मसार करने वाली है। किसी भी मतभेद को इस हद तक बढ़ा देना कि इंसान की जान खतरे में पड़ जाए, समाज के लिए बेहद चिंताजनक संकेत है।
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