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एक छोटी सी गलती और 19 साल बाद लगा करोड़ों का झटका

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एक छोटी सी गलती और 19 साल बाद लगा करोड़ों का झटका

सोचिए, आपने अपनी मेहनत की कमाई से एक जमीन खरीदी और 19 साल तक आप उसके मालिक बनकर चैन से बैठे रहे। फिर अचानक एक दिन कोर्ट का नोटिस आता है और पता चलता है कि आपकी खरीदी हुई जमीन का एक हिस्सा अब आपका है ही नहीं! बेंगलुरु में एक शख्स के साथ ठीक ऐसा ही हुआ, और यह मामला हर प्रॉपर्टी खरीदार के लिए एक बड़ी चेतावनी है।

क्या है पूरा मामला?

बात करीब 19 साल पुरानी है। बेंगलुरु में एक व्यक्ति ने एक परिवार से जमीन का एक टुकड़ा खरीदा। उस समय बेचने वाले परिवार में माता-पिता के अलावा एक नाबालिग बेटी भी थी। सौदे के वक्त सब कुछ ठीक लगा और जमीन की रजिस्ट्री भी हो गई।

19 साल बीत गए। वह नाबालिग बेटी अब बड़ी हो गई। अचानक, उसने कोर्ट में एक मुकदमा दायर कर दिया। उसने कहा कि जब यह जमीन बेची गई थी, तब वह नाबालिग थी और उसकी सहमति नहीं ली गई थी, इसलिए उस प्रॉपर्टी में जो उसका हिस्सा है, वह आज भी उसी का है।

कानूनी पेंच और अदालत का फैसला

कानून के मुताबिक, किसी नाबालिग की संपत्ति को उसका अभिभावक (माता-पिता) बिना कोर्ट की इजाजत के नहीं बेच सकता। अगर संपत्ति बेचनी बहुत जरूरी हो, तो अभिभावक को पहले कोर्ट से यह साबित करके अनुमति लेनी पड़ती है कि यह सौदा उस बच्चे के भले के लिए है।

इस मामले में, माता-पिता ने अपनी बेटी का हिस्सा बेचने के लिए कोर्ट से कोई इजाजत नहीं ली थी। इसी आधार पर, कोर्ट ने बेटी के पक्ष में फैसला सुनाया और कहा कि 19 साल पुराना वह सौदा बेटी के हिस्से पर लागू नहीं होता।

अब खरीदार के सामने क्या हैं विकल्प?

अदालत के फैसले के बाद, जिस व्यक्ति ने 19 साल पहले जमीन खरीदी थी, वह मुश्किल में फंस गया है। अब उसके पास सिर्फ दो रास्ते हैं:

  • वह उस जमीन का बंटवारा करके बेटी को उसका कानूनी हिस्सा दे दे।

  • या फिर, बेटी के हिस्से की जमीन की आज की बाजार कीमत के हिसाब से उसे मुआवजा दे।

  • जाहिर है, 19 साल में बेंगलुरु में जमीन की कीमतें आसमान छू रही हैं, इसलिए यह मुआवजा करोड़ों में हो सकता है। एक छोटी सी कानूनी चूक ने उस खरीदार को 19 साल बाद करोड़ों का नुकसान पहुंचा दिया।

    आपके लिए सबक:
    जब भी कोई पैतृक या पारिवारिक संपत्ति खरीदें, तो यह जरूर पता करें कि बेचने वाले के परिवार में कोई नाबालिग बच्चा तो नहीं है। अगर है, तो यह सुनिश्चित करें कि विक्रेता ने उस बच्चे का हिस्सा बेचने के लिए कोर्ट से लिखित में इजाजत ली है। वरना, भविष्य में आप भी ऐसी ही किसी बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं।

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