नई दिल्ली: सोना सबसे अच्छा निवेश माना जाता है। यह प्रवृत्ति भी बढ़ी है। देश में पहली बार सोना 1 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ योजना और फेडरल रिजर्व में आमूलचूल सुधारों के कारण मुंबई सर्राफा बाजार में 24 कैरेट (99.9 प्रतिशत शुद्धता) सोने की कीमत 101,350 रुपये है। 22 कैरेट स्टैंडर्ड सोने का भाव 95400 रुपये है।
भारत में सोने की कीमत अंतर्राष्ट्रीय कीमत पर निर्भर करती है। मार्च 2024 की तुलना में फिलहाल सोने की कीमत 59 फीसदी बढ़कर 3500 डॉलर प्रति औंस हो गई है। डॉलर के कमजोर होने से सोना महंगा हो गया। अमेरिकी मौद्रिक नीति के बारे में अनिश्चितता है। फेडरल रिजर्व (आरक्षित स्वर्ण रिजर्व) के प्रमुख जेरोम पॉवेल डॉलर के मूल्य में गिरावट के बावजूद ब्याज दरों में कटौती नहीं कर रहे हैं। ट्रम्प ने इसके लिए उनकी आलोचना की है। अमेरिकी निवेशकों का विश्वास भी डगमगा गया है। पिछले तीन वर्षों में डॉलर का मूल्य सबसे अधिक गिरा है। जबकि सोने की कीमतें बढ़ रही हैं, शेयर बाजार में जोखिम बढ़ गया है।
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के कारण मुद्रास्फीति बढ़ रही है और डॉलर का मूल्य गिर रहा है। ट्रम्प ने कहा कि यदि डॉलर पर ब्याज दरें कम नहीं की गईं तो वह फेडरल रिजर्व प्रमुख को हटाने में संकोच नहीं करेंगे। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण बढ़े तनाव ने भी सोने की कीमतों को प्रभावित किया है। फेडरल रिजर्व ने चेतावनी दी कि टैरिफ के कारण कीमतों को स्थिर रखना तथा पूर्ण रोजगार बनाए रखना कठिन हो जाएगा।
ट्रम्प और फेडरल रिजर्व के बीच चल रहे तनाव के कारण निवेशक पीछे हट गए हैं। अमेरिका के आर्थिक परिदृश्य और ऋण संकट के कारण भी स्थिति खराब हो रही है। संस्थागत निवेशकों के रुख के कारण भी सोने की कीमतें इतनी ऊंचाई पर पहुंच गई हैं।
The post first appeared on .
You may also like
IPL 2025: जसप्रीत बुमराह इतिहास रचने से 1 विकेट, मुंबई इंडियंस के लिए बना देंगे महारिकॉर्ड
OSSC Extends Junior Engineer Preference Update Deadline to April 30 Amid Technical Glitches
पहलगाम आतंकी हमले के बीच, इजराइल से आया विशेष हथियारों से लैस विमान, 15 इजराइली भी पहुंचे कश्मीर!..
मुस्कान बेबी का स्टेज पर 'बवाल' डांस, ठुमकों से फैंस हुए बेकाबू, वीडियो मचा रहा धूम!
धोनी ने माना कि सीएसके का कम रन बनाना सबसे बड़ी कमजोरी