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भारत सच्चा मित्र, हमारे साथ खड़ा रहा... पाकिस्तान से जंग के बीच इजरायल ने की जमकर तारीफ, मुनीर सेना की अब खैर नहीं

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तेल अवीव: पाकिस्तान के साथ संघर्ष के समय इजरायल खुलकर भारत के साथ खड़ा है। उसने पहले ही दिन से बिना शर्त भारत को समर्थन देने का ऐलान किया है। इतना ही नहीं, पहलगाम आतंकी हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर अपनी संवेदना जताई और हर संभव मदद का भरोसा भी दिया। वो भी तब, जब इजरायल खुद लंबे समय से युद्ध में उलझा हुआ है, वो भी कई मोर्चों पर। ऐसे में इजरायल की तरफ से मदद का भरोसा दिया जाना यह बताता है कि भारत अकेला नहीं है। अगर जरूरत पड़ी तो इजरायल हर संभव तरीके से मदद को तैयार है, जैसा कि उसने 1999 में कारगिल युद्ध के वक्त किया था। भारत पर क्या बोला इजरायलएक वरिष्ठ इज़रायली रक्षा अधिकारी ने कैलकलिस्ट को बताया, "मित्र मुसीबत के समय अपना असली रंग दिखाते हैं और भारत एक सच्चा मित्र साबित हुआ।" "कई रक्षा मंत्रालयों ने हमसे मुंह मोड़ लिया। युद्ध की शुरुआत में, लगभग सभी इज़रायली उत्पादन को आईडीएफ (इजरायल डिफेंस फोर्सेज) की जरूरतों के लिए रि-डायरेक्ट किया गया था, और हमने देशों से डिलीवरी में फ्रैक्सिबिलिटी के लिए कहा था। अधिकांश ने हमें ठंडा जवाब दिया था, लेकिन भारत ने नहीं। वे हमारे साथ खड़े रहे।" क्या भारत-पाकिस्तान में होगा युद्ध?उन्होंने कहा, "हम लगातार कश्मीर में घटनाक्रमों की निगरानी कर रहे हैं। यहां तक कि जब दुनिया कहीं और केंद्रित होती है, तब भी लगभग हर हफ्ते वहां झड़पें होती हैं। यह आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी कि यह अभियान कैसे आगे बढ़ेगा - यह खत्म हो सकता है या पूर्ण पैमाने पर युद्ध में बदल सकता है।" इजरायल के कौन से हथियारों का इस्तेमाल करता है भारतइजरायल के कुल हथियार निर्यात का 41% सिर्फ भारत को होता है। ऐसे में भारत इजरायली रक्षा उद्योग के लिए अब तक का सबसे बड़ा ग्राहक है। भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना बड़े पैमाने पर इजरायली हथियारों और उपकरणों का इस्तेमाल करती हैं। भारत, इजरायल में बनी हुई टावोर टार-21 असाल्ट राइफल, माइक्रो उजी सब-मशीनगन, गलिल 7.62 स्नाइपर राइफल, नेगेव एनजी-5 मशीनगन, बी-300 एंटी टैंक रॉकेट लॉन्चर, बराक-8 मिसाइल, एम-46 हॉवित्जर, स्पाइक एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, स्पाइडर एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल, हेरोन ड्रोन, स्पाइस-2000 बम जैसे कई अन्य हथियारों का इस्तेमाल करता है। इजरायल के साथ हथियारों का निर्माण भी कर रहा भारतपाकिस्तान और चीन दोनों से खतरों का मुकाबला करने के लिए बनाए गए भारत के सैन्य शस्त्रागार में एल्बिट सिस्टम्स और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) के उन्नत मानव रहित हवाई वाहन (UAV), लोइटरिंग म्यूनिशन, सटीक-गाइडेड मिसाइलें और अडवांस एयर डिफेंस सिस्टम शामिल हैं। इसमें भारतीय नौसेना में इस्तेमाल किया जाने वाला बराक-8 एयर डिफेंस सिस्टम प्रमुख है। बराक 8 सिस्टम इजरायल के IAI और भारत के रक्षा मंत्रालय तथा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के बीच लंबे समय से चल रहे सहयोग का एक प्रमुख उत्पाद है। भारत में बनते हैं इजरायली हर्मीस ड्रोनहर्मीस 450 और हर्मीस 900 ड्रोन बनाने वाली इजरायली कंपनी एल्बिट सिस्टम्स भारत के अडानी डिफेंस के साथ साझेदारी में काम करती है। उनका संयुक्त विनिर्माण संयंत्र हैदराबाद में स्थित है। इस फरवरी में बेंगलुरु में आयोजित एयरो इंडिया एयर शो में, एल्बिट और अडानी ने हर्मीस 650 ड्रोन का प्रदर्शन किया, जिसे वे भारतीय वायुसेना को बेचने की उम्मीद करते हैं। एल्बिट सिस्टम के साथ-साथ भारतीय वायुसेना IAI हेरॉन ड्रोन श्रृंखला का भी संचालन करती है। कारगिल युद्ध में इजरायल ने कैसे की थी मददजुलाई 2021 में इजरायल ने खुद बताया था कि उसने 1999 में कारगिल युद्ध के समय भारत की कैसे मदद की थी। भारत में इजरायली दूतावास ने तब एक्स पर पोस्ट कर बताया था कि जंग के दौरान इजरायल ने भारत को मोर्टार और गोला-बारूद देकर सहायता की थी। इजरायली दूतावास ने बताया था कि इस युद्ध के दौरान उसने भारतीय वायु सेना के मिराज 2000 लड़ाकू विमानों के लिए लेजर गाइडेड मिसाइलें प्रदान की थी। उसने बताया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबावों के बावजूद इजरायल ने कारगिल में घुसपैठ के पहले ऑर्डर दिए गए हथियारों की शिपमेंट को जल्द से जल्द भारत को सौंपा था। इसमें इजरायल के हेरोन अनमैंड एरियल वीकल (यूएवी) की डिलीवरी भी शामिल है।
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