तेहरान: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और ईरान के बीच सीजफायर होने का ऐलान किया है। इस सीजफायर की इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और ईरान दोनों ने पुष्टि की है। इस बीच इजरायल ने कहा है कि ईरान ने एक बार फिर से मिसाइलें दागी हैं। इजरायल ने करारा जवाब देने का ऐलान भी कर दिया है। वहीं 12 दिन की लड़ाई के बाद भी इजरायल और अमेरिका ईरान के परमाणु ठिकाने को पूरी तरह से तबाह नहीं कर पाए। यही नहीं ईरान ने 60 फीसदी तक संवर्द्धित 400 किलो ईरानी यूरेनियम कहां गायब हो गया है, इसको लेकर इजरायल और अमेरिका टेंशन में हैं। इस 400 किलो के यूरेनियम से 10 परमाणु बम बनाया जा सकता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने इजरायली अधिकारियों के हवाले से बताया कि अमेरिका के बंकर बस्टर बम से हमले से पहले ईरान ने 400 किलो यूरेनियम को फोर्डो न्यूक्लियर संयंत्र से हटा लिया था। इस यूरेनियम को किसी सीक्रेट जगह पर पहुंचा दिया गया है। अमेरिका ने 6 बंकर बस्टर बम को ईरान के 3 परमाणु संयंत्रों पर गिराया था। यह गायब हुआ यूरेनियम अब ईरान के लिए फायदेमंद हो सकता है। ईरान इसकी मदद से मोलभाव कर सकता है। यह यूरेनियम अगर 90 फीसदी तक संवर्द्धित कर लिया जाता है तो उससे परमाणु बम बनाया जा सकता है।
ईरान ने 16 ट्रकों से निकाला सामान
ईरान अब अगली परमाणु डील बातचीत के दौरान इस यूरेनियम के लिए बड़ा मोलभाव कर सकता है। सैटलाइट की तस्वीरों से पता चलता है कि ईरान 16 ट्रकों की मदद से फोर्डो प्लांट से सामान निकाल रहा है। इस प्लांट को पहाड़ के नीचे बनाया गया है और अमेरिकी हमले में भी उसे बहुत नुकसान नहीं पहुंचा था। अमेरिका ने नतांज और इस्फहान को भी निशाना बनाया था। सैटलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि प्लांट को तो नुकसान पहुंचा है लेकिन ये ट्रक फोर्डो प्लांट से कहीं चले गए थे। अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि किस चीज को हटाया गया है।
अमेरिका और इजरायल का अनुमान है कि इस यूरेनियम को इस्फहान शहर के किसी अंडरग्राउंड स्टोरेज केंद्र में रखा गया है। आईएईए का कहना है कि उन्हें जल्द से जल्द जांच को फिर से शुरू करने की जरूरत है। उसने ईरान के विदेश मंत्री को बैठक का प्रस्ताव दिया है। ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है लेकिन अमेरिका और इजरायल को इसको लेकर भरोसा नहीं है। इजरायल का हमला करने से पहले कहना था कि ईरान परमाणु बम बनाने के काफी करीब पहुंच गया है। वहीं अमेरिका के खुफिया एजेंसियों का कहना है कि ईरान अभी परमाणु बम बनाने से 3 साल पीछे है।
ट्रंप ने सीजफायर पर क्या कहा
इस बीच ट्रंप ने दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है। डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर अपनी लेटेस्ट पोस्ट में लिखा, "युद्धविराम अब लागू हो गया है। कृपया इसका उल्लंघन न करें।" ट्रंप के बयान के बाद इजरायली अधिकारी का बयान सामने आया। उन्होंने स्थानीय मीडिया को बताया कि ट्रंप ने युद्धविराम की घोषणा की है। अगर सभी पक्ष इसका पालन करते हैं, तो यह जारी रहेगा। इजरायल हवाई अड्डा प्राधिकरण ने बताया कि ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले के कारण कुछ समय के लिए बंद रहने के बाद इजरायल का हवाई क्षेत्र फ्लाइटों के लिए खोल दिया गया है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने इजरायली अधिकारियों के हवाले से बताया कि अमेरिका के बंकर बस्टर बम से हमले से पहले ईरान ने 400 किलो यूरेनियम को फोर्डो न्यूक्लियर संयंत्र से हटा लिया था। इस यूरेनियम को किसी सीक्रेट जगह पर पहुंचा दिया गया है। अमेरिका ने 6 बंकर बस्टर बम को ईरान के 3 परमाणु संयंत्रों पर गिराया था। यह गायब हुआ यूरेनियम अब ईरान के लिए फायदेमंद हो सकता है। ईरान इसकी मदद से मोलभाव कर सकता है। यह यूरेनियम अगर 90 फीसदी तक संवर्द्धित कर लिया जाता है तो उससे परमाणु बम बनाया जा सकता है।
ईरान ने 16 ट्रकों से निकाला सामान
ईरान अब अगली परमाणु डील बातचीत के दौरान इस यूरेनियम के लिए बड़ा मोलभाव कर सकता है। सैटलाइट की तस्वीरों से पता चलता है कि ईरान 16 ट्रकों की मदद से फोर्डो प्लांट से सामान निकाल रहा है। इस प्लांट को पहाड़ के नीचे बनाया गया है और अमेरिकी हमले में भी उसे बहुत नुकसान नहीं पहुंचा था। अमेरिका ने नतांज और इस्फहान को भी निशाना बनाया था। सैटलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि प्लांट को तो नुकसान पहुंचा है लेकिन ये ट्रक फोर्डो प्लांट से कहीं चले गए थे। अभी तक यह नहीं पता चल पाया है कि किस चीज को हटाया गया है।
अमेरिका और इजरायल का अनुमान है कि इस यूरेनियम को इस्फहान शहर के किसी अंडरग्राउंड स्टोरेज केंद्र में रखा गया है। आईएईए का कहना है कि उन्हें जल्द से जल्द जांच को फिर से शुरू करने की जरूरत है। उसने ईरान के विदेश मंत्री को बैठक का प्रस्ताव दिया है। ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है लेकिन अमेरिका और इजरायल को इसको लेकर भरोसा नहीं है। इजरायल का हमला करने से पहले कहना था कि ईरान परमाणु बम बनाने के काफी करीब पहुंच गया है। वहीं अमेरिका के खुफिया एजेंसियों का कहना है कि ईरान अभी परमाणु बम बनाने से 3 साल पीछे है।
ट्रंप ने सीजफायर पर क्या कहा
इस बीच ट्रंप ने दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है। डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर अपनी लेटेस्ट पोस्ट में लिखा, "युद्धविराम अब लागू हो गया है। कृपया इसका उल्लंघन न करें।" ट्रंप के बयान के बाद इजरायली अधिकारी का बयान सामने आया। उन्होंने स्थानीय मीडिया को बताया कि ट्रंप ने युद्धविराम की घोषणा की है। अगर सभी पक्ष इसका पालन करते हैं, तो यह जारी रहेगा। इजरायल हवाई अड्डा प्राधिकरण ने बताया कि ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल हमले के कारण कुछ समय के लिए बंद रहने के बाद इजरायल का हवाई क्षेत्र फ्लाइटों के लिए खोल दिया गया है।
You may also like
बैंक ऑफ बड़ौदा के सीईओ ने वित्त मंत्री को सौंपा 2762 करोड़ रुपये का लाभांश चेक
कीचड़ से सराबोर कोलियारी खरेंगा मार्ग, बढ़ी राहगीरों की परेशानी
रानी दुर्गावती शौर्य, साहस, आत्मस्वाभिमान की प्रतीक: जीवराखन मरई
नई सड़क, सुरंग परियोजनाएं सीमा सुरक्षा और सुरक्षाबलों की आवाजाही में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी-सत शर्मा
उर्दू अनिवार्यता और बेरोजगारी के खिलाफ निकाला जोरदार विरोध मार्च