अगली ख़बर
Newszop

भारत के Web3 सफर की नई शुरुआत, Binance Yatra में दिखा डिजिटल इंडिया का अगला कदम

Send Push
मुंबई के सेंट रेजिस होटल में Binance ब्लॉकचेन यात्रा 2025 कार्यक्रम में अच्छी-खासी चहल-पहल थी। इसमें हिस्सा लेने के लिए 400 से ज्यादा लोग, स्टार्टअप्स के मालिक, टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ, निवेशक और सरकारी सलाहकार शामिल हुए। इवेंट में इस विषय पर चर्चा हुई कि आखिर किस तरह प्रयोगों से आगे बढ़कर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को आम जीवन में इस्तेमाल में लाया जा सकता है। यहां चर्चा सिर्फ टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं रही बल्कि यह भी दिखाया गया कि Web3 को आगे बढ़ाने के लिए सरकारी नीतियां, टैलेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर किस तरह साथ मिलकर काम कर रहा है।

भारत की डिजिटल नींव ब्लॉकचेन का अगला कदमपिछले एक दशक में भारत ने चुपचाप दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल नींव तैयार कर ली है। आधार, UPI और GSTN जैसी सुविधाओं ने लोगों की पहचान, लेन-देन और सेवाओं को एक्सेस करने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। जब ये तमाम सिस्टम स्थापित हो चुके हैं, तो सवाल उठता है कि इन्हें ज्यादा पारदर्शी, सुरक्षित और टैंपर प्रूफ कैसे बनाया जाए? यहीं से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की बात शुरू होती है।

महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में रियल एस्टेट को टोकनाइज करने का ऐलान किया है। ऐसा अनुमान है कि इससे 50 लाख करोड़ रुपये की छुपी हुई संपत्ति को अनलॉक किया जा सकता है। ऐसा करके महाराष्ट्र देश का पहला टोकनाइज्ड राज्य बन जाएगा। वहीं, तमिलनाडु ने 2020 में ब्लॉकचेन पॉलिसी बना ली थी। इसके साथ-साथ AI और साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी नीतियां बनाकर तमिलनाडु ने ब्लॉकचेन का आधार तैयार किया है, जिससे लोगों को सरकारी सेवाएं पाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, इसे लेकर बड़े अधिकारियों को भी जागरूक किया जा रहा है।

भारत का नेशनल ब्लॉकचेन फ्रेमवर्क, जिसे सितंबर 2024 में लॉन्च किया गया था, उसका मकसद सरकार से जुड़ी सेवाओं में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाना है। इससे साफ पता चलता है कि अब ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी सिर्फ एक्सपेरिमेंट्स तक सीमित नहीं रही। अब यह सरकारी नीतियों और बड़े स्तर पर इस्तेमाल की दिशा में बढ़ रही है।

यात्रा का मिशन: जिज्ञासा को स्किल में बदलनाBinance ब्लॉकचेन यात्रा सिर्फ ट्रैवलिंग से जुड़ा इवेंट नहीं है बल्कि यह एक कोशिश है लोगों की जिज्ञासा को स्किल्स में बदलने की। Binance दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज के पीछे काम करने वाला एक ग्लोबल ब्लॉकचेन इकोसिस्टम है, जो भारत में एक खास पहल लेकर आया है। इसकी कोशिश है कि स्टूडेंट्स, डेवलपर्स और उद्यमी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे में सिर्फ पढ़ें नहीं बल्कि असल दुनिया में उसके महत्व को समझ भी सकें। Binance की ग्लोबल सीएमओ रेचल कॉनलन के शब्दों में ‘भारत दुनिया में टेक्नोलॉजी, फाइनेंस और रचनात्मकता का कमाल संगम है। हमारा मकसद जिम्मेदारी के साथ ब्लॉकचेन को अपनाने के प्रोसेस को तेज करना है, ताकि डेवलपर्स, एंटरप्रेन्योर और संस्थानों को शिक्षा और भरोसेमंद इंफ्रास्ट्रक्चर के जरिए मजबूत किया जा सके।’

Binance ब्लॉकचेन यात्रा ने विशाखापट्टनम से लेकर चेन्नई और अहमदाबाद तक ऐसे मंच तैयार किए हैं जहां पॉलिसी मेकर्स, इनोवेटर्स, एंटरप्रेन्योर्स और स्टूडेंट्स आमने-सामने मिलकर ब्लॉकचेन की असली क्षमता को परख सकें। विशाखापट्टनम में गवर्नेंस में पारदर्शिता चर्चा का केंद्र रहा। अहमदाबाद में टेक्सटाइल और लॉजिस्टिक्स जैसे बिजनेसेज में ब्लॉकचेन के इस्तेमाल पर बात हुई।

आखिर में यह यात्रा मुंबई पहुंचकर पूरी हुई, जहां बाकी तमाम विषयों को कवर किया गया।

महाराष्ट्र की टोकनाइजेशन मुहिमइस कार्यक्रम का हाइलाइट पैनल डिस्कशन रहा। इसका विषय था- ‘महाराष्ट्र का ब्लॉकचेन और Web3 का भविष्य: पॉलिसी, इनोवेशन और एसेट टोकनाइजेशन’। इस चर्चा में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार कौस्तुभ धावसे, राष्ट्रीय बीजेपी प्रवक्ता तुहिन सिन्हा और Binance के एशिया-पैसिफिक हेड एस.बी. सेकर शामिल हुए। सत्र के संचालन का काम पत्रकार भूपेंद्र चौबे ने संभाला। चर्चा का मुख्य फोकस था कि महाराष्ट्र किस तरह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके अपनी संपत्तियों जैसे- जमीन, बिल्डिंग या दूसरे संसाधनों को डिजिटल टोकन में बदलने की तैयारी कर रहा है। इस प्रोसेस को टोकनाइजेशन कहा जाता है और इसके जरिए बंद पड़ी पूंजी को फिर से अर्थव्यवस्था में लाया जा सकता है। आसान शब्दों में कहा जाए, तो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की मदद से महाराष्ट्र नई आर्थिक संभावनाओं के रास्ते खोलेगा।

चर्चा में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार कौस्तुभ धावसे ने कहा कि ‘महाराष्ट्र जिम्मेदारी के साथ ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को अपनाने के लिए तैयार है। प्रस्तावित एसेट टोकनाइजेशन फ्रेमवर्क हमारी उस सोच को दर्शाता है, जिसमें हम सरकार, उद्योग जगत और इनोवेटरर्स की मदद से डिजिटाइजेशन के जरिए बंद पड़ी संपत्तियों की असल कीमत को उजागर करना चाहते हैं। हमारा मकसद ब्लॉकचेन को ऐसा जरिया बनाना है जो पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और नागरिक सेवाओं के विकास को नई गति दे।’

वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कहा कि सरकार का ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और Web3 के प्रति नजरिया संतुलित और सकारात्मक है। हमारा मकसद नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल जिम्मेदारी और नैतिकता के साथ करना है। ये नई टेक्नोलॉजी भारत को पारदर्शी, प्रभावी और सहभागी अर्थव्यवस्था की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगी। मजबूत डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर भारत की सबसे बड़ी ताकत है। अब हमारी कोशिश है कि इस नई टेक्नोलॉजी को आम लोगों के असली फायदे में बदला जाए। फिर चाहे वह जमीन के रिकॉर्ड्स में पारदर्शिता हो, सरकारी कामकाज में सुधार या वित्तीय समावेशन।

image

Binance के एशिया-पैसिफिक हेड एस.बी. सेकर ने यह भी कहा कि पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में हम देख रहे हैं कि सरकार और निजी क्षेत्र के बीच सहयोग कैसे आर्थिक भविष्य को आकार दे रहा है। भारत के पास अच्छी नीतियां, बेहतरीन टैलेंट और नई सोच जैसी तीनों चीजें हैं, जो उसे जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ने और नेतृत्व करने की ताकत देती हैं। Binance में हमारा मकसद सरकारों और डेवलपर्स के साथ मिलकर ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर और भरोसेमंद ढांचा बनाना है जो ब्लॉकचेन को अपनाना आसान बनाए। हमारा लक्ष्य सिर्फ इस बिजनेस को बढ़ाना नहीं, बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था की आगे लेकर जाना है।

पैनल डिस्कशन का सार यह रहा कि अब ब्लॉकचेन सिर्फ अटकलों या प्रचार का विषय नहीं रहा। यह पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, एफिशिएंसी और जवाबदेही को मजबूत करने वाला एक टूल बन गया है।

लोगों के साथ बातचीत image

पैनल चर्चाओं के अलावा, मुंबई यात्रा में फायर साइड सेशन और ओपन ड‍िस्‍कशन भी हुआ। इसमें पॉलिसी और टेक्नोलॉजी दोनों को एक ही मंच पर लाया गया। मौके पर मौजूद लोगों ने देखा कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी असल में सरकार के कामकाज में कैसे इस्तेमाल हो सकती है। इसके लिए नियम-कानून क्या कहते हैं और इसे बिजनेस में किस तरह से लागू किया जा सकता है।

इस मौके पर रेचल कॉनलन ने कहा कि Binance के लिए भारत सिर्फ एक बड़ा मार्केट नहीं, ऐसा देश है जहां यह साबित किया जा सकता है कि Web3 टेक्नोलॉजी असल दुनिया पर बड़ा असर डाल सकती है। फिर चाहे बात डिजिटल पहचान की हो, सभी तक वित्तीय सेवाएं पहुंचाने की या फिर संपत्तियों को डिजिटल टोकन में बदलने और क्रिएटर्स को नए मौके देने की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि Binance सिर्फ मार्केट नहीं बना रहा, बल्कि पूरा इकोसिस्टम तैयार कर रहा है जो आने वाले समय में इनोवेशन को और बढ़ाएगा।

एक साझा बदलाव की ओरइस यात्रा से एक बात साफ समझ आती है कि भारत का ब्लॉकचेन भविष्य अकेले नहीं बनेगा। यह तभी आगे बढ़ सकता है जब लोग मिलकर सीखेंगे, साथ काम करेंगे और ऐसे मंच तैयार करेंगे जहां टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए किया जा सके।

अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञता और भारत के जज्बे को जोड़कर Binance ब्लॉकचेन को सिर्फ एक टेक्नोलॉजी नहीं, भरोसे और जिम्मेदारी से जुड़ी मुहिम बना रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि डिजिटल भारत की कहानी का अगला पड़ाव अब सिर्फ टेक्नोलॉजी तक पहुंच का नहीं, भरोसा जीतने का है। मुंबई की इस यात्रा ने साफ कर दिया कि ब्लॉकचेन अब कोई नई या अनोखी चीज नहीं, भारत के डिजिटल विकास का बड़ा हिस्सा बन गई है।



Reference:

  • https://www.linkedin.com/posts/garima-singh-03907229_maharashtra-tokenization-digitalassets-activity-7383697916953272320-qdCN
  • https://tnega.tn.gov.in/assets/pdf/Blockchan_Policy_TamilNadu.pdf
  • https://www.pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=2182023
  • "*You must be at least 18 years old to access this site.

    Disclaimer: Crypto products and NFTs are unregulated and can be highly risky. There may be no regulatory recourse for any loss from such transactions. The above content is non-editorial, and TIL hereby disclaims any and all warranties, expressed or implied, relating to the same. TIL does not guarantee, vouch for or necessarily endorse any of the above content, nor is it responsible for them in any manner whatsoever. The article does not constitute investment advice. Please take all steps necessary to ascertain that any information and content provided is correct, updated and verified.
    न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें