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मातोश्री पर ड्रोन से रखी जा रही नजर? शिवसेना के आरोप पर MMRDA की सफाई, आदित्य ठाकरे ने उठाए कई सवाल, गरमाई सियासत

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मुंबई : पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री के बाहर ड्रोन उड़ाने का मामला सामने आया है।उद्धव गुट के प्रवक्ता हर्षल प्रधान ने आरोप लगाया है कि यह ड्रोन मातोश्री निवासियों की जासूसी करने के लिए उड़ाया गया था। यह ड्रोन किसने उड़ाया इसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही मातोश्री की सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए। आदित्य ठाकरे ने भी सवाल उठाए। वही MMRDA ने इन आरोपों को निराधार बताया और सफाई दी। उधर, पुलिस उपायुक्त (जोन-8) मनीष कालवानिया ने कहा है कि ड्रोन मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) की अनुमति से BKC क्षेत्र में चल रहे पॉड टैक्सी सर्वे का हिस्सा था। ड्रोन को लेकर गलत जानकारी न फैलाएं।

हर्षल प्रधान ने कहा कि उद्धव ठाकरे हाल ही में मराठवाड़ा में पीड़ित किसानों से मिले थे। किसानों में सरकार के प्रति नाराजगी है। इसलिए सरकार डरी हुई है। गृहमंत्री अमित शाह को हस्तक्षेप करना चाहिए।

आदित्य ठाकरे ने लगाए आरोपबांद्रा क्षेत्र में ठाकरे परिवार के अति-सुरक्षित आवास मातोश्री के पास ड्रोन देखे जाने के बाद, आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि देश एक 'निगरानी राज्य' में बदल रहा है। शिवसेना (यूबीटी) नेता ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘आज हमारे घर की ड्रोन से निगरानी एक शर्मनाक घटना है, फिर भी हम जिस तरह के निगरानी राज्य में रह रहे हैं, उसे देखते हुए हमें इससे कोई आश्चर्य नहीं हुआ है।’

आदित्य ठाकरे की पोस्ट पर MMRDA का जवाबमातोश्री पर ड्रोन को लेकर आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की। इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए, मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण ने कहा कि ड्रोन कवायद बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के साथ पर्सनल रैपिड ट्रांजिट (पीओडी या पॉड) टैक्सी परियोजना के लिए किया गया था। प्राधिकरण ने अनुज्ञाधारी की ओर से पुलिस विभाग से सभी आवश्यक अनुमोदन प्राप्त कर लिए थे तथा पिछले दो दिनों में किए गए सर्वेक्षण की निगरानी पुलिस कर्मियों और संबंधित अधिकारियों द्वारा की गई थी। विभाग ने कहा कि यह परियोजना सार्वजनिक-निजी भागीदारी के आधार पर क्रियान्वित की जा रही है और योजना के अनुसार आगे बढ़ रही है।

अफसर बोले-कानून का उलंघन नहींएमएमआरडीए ने दोहराया कि एमएमआरडीए ने पुलिस विभाग से अनुज्ञाधारी की ओर से सभी आवश्यक अनुमतियां प्राप्त कर ली थीं, तथा उनके द्वारा जारी किए गए प्रत्येक निर्देश का सख्ती से पालन किया गया था। एजेंसी ने बताया कि प्रमाणित ड्रोन ऑपरेटर का पृष्ठभूमि सत्यापन पहले ही प्रस्तुत किया जा चुका है और उसने अधिकारियों के जारी सभी निर्देशों का पालन किया। एजेंसी ने बताया कि संचालन पूरी तरह से अनुमत मार्ग तक ही सीमित रहा। एमएमआरडीए ने कहा, 'संचालन पूरी तरह से स्वीकृत मार्ग के अनुरूप रहा और किसी भी स्तर पर कोई उल्लंघन नहीं हुआ।'

MMRDA के जवाब पर आदित्य ठाकरे का फिर सवालआदित्य ठाकरे ने एमएमआरडी के सर्वे वाले जवाब पर फिर सवाल दागे। उन्होंने कहा कि एक ड्रोन हमारे घर में झांकते हुए पकड़ा गया और जब मीडिया को इसकी जानकारी मिली, तो एमएमआरडीए कह रहा है कि यह मुंबई पुलिस की अनुमति से बीकेसी के लिए किया जा रहा एक सर्वेक्षण था। ठीक है.... कौन सा सर्वेक्षण आपको घरों के अंदर झांकने और नज़र पड़ते ही तुरंत बाहर निकलने की अनुमति देता है? निवासियों को सूचित क्यों नहीं किया गया? क्या एमएमआरडीए पूरे बीकेसी के लिए सिर्फ़ हमारे घर की निगरानी कर रहा है? एमएमआरडीए को ज़मीनी स्तर पर जाकर अपने दिखावे के काम पर ध्यान देना चाहिए, जैसे एमटीएचएल (अटल सेतु) जो इसके भ्रष्टाचार का एक उदाहरण है। और अगर पुलिस ने इसकी अनुमति दी थी, तो निवासियों को सूचित क्यों नहीं किया गया?
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