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क्या राहुल गांधी देश के 'राजा' बनना चाहते हैं? भरी सभा में खुद दे दिया जवाब; फिर बजने लगी तालियां

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नई दिल्ली: देश की राजधानीदिल्ली में शनिवार को कांग्रेस पार्टी के हाई-प्रोफाइल लीगल कॉन्क्लेव में राहुल गांधी का स्वागत जिस तरह से हुआ वह पूरे सियासी जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, राहुल गांधी जैसे ही इस कार्यक्रम में मंच पर बोलने के लिए आए तो वकीलों ने जोर-जोर से नारा लगाना शुरू कर दिया। देश का राजा कैसा हो, राहुल गांधी जैसा हो। हालांकि, जैसे ही राहुल गांधी ने इस नारा को सुना तो तुरंत इसे बंद करवा दिया। फिर राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं और वकीलों को काफी सधे अंदाज में समझाया।



क्या कहा राहुल गांधी ने

राहुल गांधी ने वकीलों को समझाते हुए कहा कि नहीं,नहीं...मैं राजा नहीं हूं। राजा बनना भी नहीं चाहता। मैं राजा की अवधारणा के खिलाफ हूं। मैं राजत्व की अवधारणा के विरुद्ध हूं। राहुल गांधी ने कहा कि आप सबने कांग्रेस पार्टी बनाया है, शुरुआत में कांग्रेस वकीलों की ही पार्टी थी। गांधी,नेहरू,पटेल, अम्बेडकर सब वकील थे, आप सब कांग्रेस की बैकबोन हैं।



राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर लगाए गंभीर आरोप

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मैं हाल ही में चुनाव प्रणाली के बारे में बोल रहा हूं। मुझे हमेशा से शक था कि कुछ गड़बड़ है। 2014 से ही मुझे शक था कि कुछ गड़बड़ है, कुछ गड़बड़ है। मुझे गुजरात विधानसभा चुनाव में भी शक था। कांग्रेस पार्टी को राजस्थान में एक भी सीट नहीं मिलती, मध्य प्रदेश में एक भी सीट नहीं मिलती, गुजरात में एक भी सीट नहीं मिलती है। यह मेरे लिए आश्चर्यजनक था।



राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की तुलना परमाणु बम से की

राहुल गांधी ने कहा कि जब हम ये आंकड़े जारी करेंगे, तो आप चुनावी व्यवस्था में आने वाले सदमे को देख पाएंगे। यह सचमुच एक परमाणु बम जैसा है क्योंकि सच्चाई यह है कि भारत में चुनावी व्यवस्था पहले ही खत्म हो चुकी है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस दौरान अपनी बहन और सांसद प्रियंका गांधी की भी जमकर तारीफ की। राहुल गांधी ने कहा कि मेरी बहन और मुझमें फर्क यहा है कि उनमें बहुत ज्यादा धैर्य है।







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