नई दिल्ली: बल्लेबाज और गेंदबाज चाहे जितने भी अच्छे क्यों न हों, लेकिन उन्हें परिस्थिति का सम्मान करना ही पड़ता है। परिस्थिति के अनुसार अपना खेल बदलना आवश्यक होता है। तभी सफलता प्राप्त होती है। भारत में पिच और परिस्थितियाँ अलग होती हैं, ऑस्ट्रेलिया में भिन्न और इंग्लैंड में उनसे भी भिन्न। वेस्टइंडीज में खेलने की अलग चुनौती होती है। हर देश के साथ बहुत कुछ बदल जाता है। इस खेल में वही खिलाड़ी सफल होता है, जो हर परिस्थिति में खुद को ढाल लेता है। अगर फॉर्मेट टेस्ट का हो तो इसकी मांग और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
प्रसिद्ध कृष्णा को दिक्कत हो रही है
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा टेस्ट सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड में काफी महंगे रहे। पहली पारी में उन्होंने 3 विकेट लिए लेकिन 20 ओवर में 128 रन खर्च कर दिए। उनकी इकोनॉमी 6.40 की रही। यह वनडे क्रिकेट के हिसाब से भी महंगी है। दूसरी पारी में उन्हें दो विकेट मिले। इस बार भी 6.10 की इकोनॉमी से 15 ओवर में 92 रन दिए। पूरे मैच में वह एक भी मेडेन ओवर नहीं डाल पाए।
पटकी हुई गेंदबाजी में माहिर हैं प्रसिद्ध
प्रसिद्ध कृष्णा की नेचुरल लेंथ पटकी हुई गेंदबाजी करना है। वह अपनी लंबाई का फायदा उठाते हैं और बाउंस से बल्लेबाजों को परेशान करते हैं। ऑस्ट्रेलिया में खेले एक टेस्ट में उन्होंने बेहतरीन बॉलिंग की थी लेकिन इंग्लैंड की परिस्थिति में ऐसी गेंदबाजी का कोई असर नहीं होता। इंग्लिश पिचें स्विंग गेंदबाज को मदद करती हैं। यहां गेंदबाजी आगे करनी पड़ती है और सफलता हासिल करने के लिए गेंद को दोनों तरफ स्विंग करना पड़ता है। प्रसिद्ध को पहली पारी में तीनों विकेट पटकी हुई गेंद पर मिली थी। बल्लेबाज ने शॉट खेलने में उन्हें विकेट तो दिए लेकिन रन भी खूब पड़े।
प्रसिद्ध के सामने बुमराह का उदाहरण
प्रसिद्ध कृष्णा के सामने सीखने के लिए जसप्रीत बुमराह का उदाहरण है। बुमराह पिच और परिस्थिति के हिसाब से खुद को ढाल लेते हैं। जब शुरुआत में वह आए तो सिर्फ दाएं हाथ के बल्लेबाज को इनस्विंगर मारते थे। जल्द ही उन्होंने आउट स्विंग करना भी सीख लिया। उनके पास यॉर्कर भी है, तेज बाउंसर भी है, धीमी गेंद की गेंद भी है। टेस्ट क्रिकेट में प्रसिद्ध को करियर लंबा करना है तो अपने खेल में विविधता लानी ही पड़ेगी।
प्रसिद्ध कृष्णा को दिक्कत हो रही है
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा टेस्ट सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड में काफी महंगे रहे। पहली पारी में उन्होंने 3 विकेट लिए लेकिन 20 ओवर में 128 रन खर्च कर दिए। उनकी इकोनॉमी 6.40 की रही। यह वनडे क्रिकेट के हिसाब से भी महंगी है। दूसरी पारी में उन्हें दो विकेट मिले। इस बार भी 6.10 की इकोनॉमी से 15 ओवर में 92 रन दिए। पूरे मैच में वह एक भी मेडेन ओवर नहीं डाल पाए।
पटकी हुई गेंदबाजी में माहिर हैं प्रसिद्ध
प्रसिद्ध कृष्णा की नेचुरल लेंथ पटकी हुई गेंदबाजी करना है। वह अपनी लंबाई का फायदा उठाते हैं और बाउंस से बल्लेबाजों को परेशान करते हैं। ऑस्ट्रेलिया में खेले एक टेस्ट में उन्होंने बेहतरीन बॉलिंग की थी लेकिन इंग्लैंड की परिस्थिति में ऐसी गेंदबाजी का कोई असर नहीं होता। इंग्लिश पिचें स्विंग गेंदबाज को मदद करती हैं। यहां गेंदबाजी आगे करनी पड़ती है और सफलता हासिल करने के लिए गेंद को दोनों तरफ स्विंग करना पड़ता है। प्रसिद्ध को पहली पारी में तीनों विकेट पटकी हुई गेंद पर मिली थी। बल्लेबाज ने शॉट खेलने में उन्हें विकेट तो दिए लेकिन रन भी खूब पड़े।
प्रसिद्ध के सामने बुमराह का उदाहरण
प्रसिद्ध कृष्णा के सामने सीखने के लिए जसप्रीत बुमराह का उदाहरण है। बुमराह पिच और परिस्थिति के हिसाब से खुद को ढाल लेते हैं। जब शुरुआत में वह आए तो सिर्फ दाएं हाथ के बल्लेबाज को इनस्विंगर मारते थे। जल्द ही उन्होंने आउट स्विंग करना भी सीख लिया। उनके पास यॉर्कर भी है, तेज बाउंसर भी है, धीमी गेंद की गेंद भी है। टेस्ट क्रिकेट में प्रसिद्ध को करियर लंबा करना है तो अपने खेल में विविधता लानी ही पड़ेगी।
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