नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद पाकिस्तान की पुरुष हॉकी टीम को आगामी एशिया कप में भाग लेने के लिए भारत की यात्रा करने की अनुमति मिल गई है। यह टूर्नामेंट 27 अगस्त से 7 सितंबर, 2025 तक बिहार के राजगीर में आयोजित होने वाला है। खेल मंत्रालय के एक सूत्र ने गुरुवार को इस बात की पुष्टि की है कि गृह मंत्रालय (MHA), विदेश मंत्रालय (MEA) और खेल मंत्रालय तीनों ने पाकिस्तान टीम को मंजूरी दे दी है। यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसी घटनाओं के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध काफी बिगड़ गए थे।
इन घटनाओं के बाद ऐसी अटकलें थीं कि भारत सरकार पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द कर सकती है, जिससे पाकिस्तान हॉकी टीम की भागीदारी पर संदेह पैदा हो गया था। हॉकी इंडिया के अधिकारियों ने पहले कहा था कि वे सरकार के निर्देशों का पालन करेंगे और स्थिति पर करीब से नजर रखेंगे। हालांकि, अब ऐसा प्रतीत होता है कि भारत सरकार ने खेल और राजनीति को अलग रखने का निर्णय लिया है, कम से कम बहुराष्ट्रीय आयोजनों के संदर्भ में।
पिछली बार पाकिस्तान हॉकी टीम ने पठानकोट आतंकवादी हमले के कुछ महीनों बाद 2016 में लखनऊ में जूनियर विश्व कप में भाग नहीं लिया था। इसके बावजूद इस बार एशिया कप में पाकिस्तान की भागीदारी खेल कूटनीति के लिए एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में भारत और पाकिस्तान के बीच खेल संबंध किस दिशा में आगे बढ़ते हैं, खासकर जब दोनों देश इस साल के अंत में भारत में आयोजित होने वाले जूनियर विश्व कप में भी आमने-सामने हो सकते हैं।
मंत्रालय के सूत्र ने स्पष्ट किया- हम भारत में किसी भी टीम के बहुराष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा करने के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन द्विपक्षीय (खेल संबंध) अलग मामला है। अंतरराष्ट्रीय खेल की मांग है कि हम प्रतिस्पर्धा से पीछे नहीं हट सकते। रूस और यूक्रेन युद्ध में हैं लेकिन वे बहुराष्ट्रीय आयोजनों में भाग लेते हैं। यह बयान उन अटकलों के बीच आया है कि मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव के कारण पाकिस्तान टीम को भारत आने से रोका जा सकता है।
जब उनसे सितंबर में होने वाले क्रिकेट एशिया कप में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ खेलने की अनुमति देने के बारे में पूछा गया तो सूत्र ने कहा- बीसीसीआई ने अभी तक इस संबंध में हमसे संपर्क नहीं किया है। जब वे हमसे संपर्क करेंगे तो हम इस पर विचार करेंगे। एशिया कप सभी भाग लेने वाली टीमों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 2026 हॉकी विश्व कप के लिए एक क्वालीफाइंग इवेंट है, जिसकी सह-मेजबानी बेल्जियम और नीदरलैंड करेंगे। पाकिस्तान की भागीदारी की पुष्टि यह सुनिश्चित करती है कि वैश्विक हॉकी में इन दोनों पड़ोसी देशों के बीच उच्च-दांव वाले मुकाबले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के ढांचे के भीतर जारी रहेंगे।
यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में भारत और पाकिस्तान के बीच खेल संबंध किस दिशा में आगे बढ़ते हैं, खासकर जब दोनों देश इस साल के अंत में भारत में आयोजित होने वाले जूनियर विश्व कप में भी आमने-सामने हो सकते हैं।
इन घटनाओं के बाद ऐसी अटकलें थीं कि भारत सरकार पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा रद्द कर सकती है, जिससे पाकिस्तान हॉकी टीम की भागीदारी पर संदेह पैदा हो गया था। हॉकी इंडिया के अधिकारियों ने पहले कहा था कि वे सरकार के निर्देशों का पालन करेंगे और स्थिति पर करीब से नजर रखेंगे। हालांकि, अब ऐसा प्रतीत होता है कि भारत सरकार ने खेल और राजनीति को अलग रखने का निर्णय लिया है, कम से कम बहुराष्ट्रीय आयोजनों के संदर्भ में।
पिछली बार पाकिस्तान हॉकी टीम ने पठानकोट आतंकवादी हमले के कुछ महीनों बाद 2016 में लखनऊ में जूनियर विश्व कप में भाग नहीं लिया था। इसके बावजूद इस बार एशिया कप में पाकिस्तान की भागीदारी खेल कूटनीति के लिए एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में भारत और पाकिस्तान के बीच खेल संबंध किस दिशा में आगे बढ़ते हैं, खासकर जब दोनों देश इस साल के अंत में भारत में आयोजित होने वाले जूनियर विश्व कप में भी आमने-सामने हो सकते हैं।
मंत्रालय के सूत्र ने स्पष्ट किया- हम भारत में किसी भी टीम के बहुराष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा करने के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन द्विपक्षीय (खेल संबंध) अलग मामला है। अंतरराष्ट्रीय खेल की मांग है कि हम प्रतिस्पर्धा से पीछे नहीं हट सकते। रूस और यूक्रेन युद्ध में हैं लेकिन वे बहुराष्ट्रीय आयोजनों में भाग लेते हैं। यह बयान उन अटकलों के बीच आया है कि मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव के कारण पाकिस्तान टीम को भारत आने से रोका जा सकता है।
जब उनसे सितंबर में होने वाले क्रिकेट एशिया कप में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ खेलने की अनुमति देने के बारे में पूछा गया तो सूत्र ने कहा- बीसीसीआई ने अभी तक इस संबंध में हमसे संपर्क नहीं किया है। जब वे हमसे संपर्क करेंगे तो हम इस पर विचार करेंगे। एशिया कप सभी भाग लेने वाली टीमों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह 2026 हॉकी विश्व कप के लिए एक क्वालीफाइंग इवेंट है, जिसकी सह-मेजबानी बेल्जियम और नीदरलैंड करेंगे। पाकिस्तान की भागीदारी की पुष्टि यह सुनिश्चित करती है कि वैश्विक हॉकी में इन दोनों पड़ोसी देशों के बीच उच्च-दांव वाले मुकाबले अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के ढांचे के भीतर जारी रहेंगे।
यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में भारत और पाकिस्तान के बीच खेल संबंध किस दिशा में आगे बढ़ते हैं, खासकर जब दोनों देश इस साल के अंत में भारत में आयोजित होने वाले जूनियर विश्व कप में भी आमने-सामने हो सकते हैं।
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