Next Story
Newszop

100 परिवारों को पाल रहे जैकी श्रॉफ, हर भिखारी के पास है 'जग्गू दादा' का फोन नंबर, खुद करवाते हैं इलाज भी

Send Push
'संडे सिनेमा' वीकली स्पेशल में हम हर बार आपके लिए रील लाइफ स्टार्स की असल जिंदगी से जुड़ी ऐसी कहानियां और किस्से लेकर आते हैं, जो दिलों को छू गईं, पर बहुत से लोग अभी भी अनजान हैं। ऐसे ही एक स्टार की कहानी इस बार लेकर आए हैं, जिसने फिल्मी दुनिया पर तो राज किया ही, पर गरीबों का 'मसीहा' भी बन गया। ऐसा स्टारडम पाया कि हर कोई आज भी सलाम करता है। यह हैं एक्टर जैकी श्रॉफ, जिनका गरीबों के लिए नानावती अस्पताल में अकाउंट चलता है, तो वहीं वह मुंबई के 100 गरीब परिवारों को कई साल से पाल रहे हैं। और तो और वह अपनी कमाई का आधा हिस्सा भी गरीबों की मदद में लगा देते हैं। जैकी श्रॉफ, उन स्टार्स में शुमार हैं, जो चुपके से इतनी नेकदिली कर रहे हैं कि जानकर दिल पसीज उठेगा। ये खुद तंगहाली और गरीबी में रहे, पर जब दूसरों के लिए कुछ करने का मौका मिला, तो पीछे नहीं हटे। आज स्थिति ऐसी है कि मुंबई के हर भिखारी के पास जैकी श्रॉफ का फोन नंबर है। जब चट्टान जैसी मुश्किलों के बाद जैकी को महलों का साथ और आलीशान जिंदगी मिली, तो उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों को भी साथ ले लिया। जो बात हैरान करती है, वो यह है कि जैकी श्रॉफ तबसे गरीबों की मदद करते और पेट भरते आ रहे हैं, जब वो कुछ भी नहीं थे। यानी बेरोजगार नहीं थे और कोई उन्हें ठीक से जानता भी नहीं था। 'संडे सिनेमा' वीकली स्पेशल में एक्टर की यही कहानी बता रहे हैं। image गरीबी में पैदा, कर दी गरीबों की दुनिया रोशन1 फरवरी 1957...मुंबई की तीन बत्ती चॉल में एक ऐसे बच्चे का जन्म हुआ, जो आज सैंकड़ों गरीबों की जिंदगी बदल चुका है, और उनके लिए हर मुश्किल में खड़ा रहता है। ज्योतिष काकूभाई श्रॉफ के घर पैदा हुए इस बच्चे का नाम रखा गया जयकिशन काकूभाई श्रॉफ। लेकिन फिल्मों में आने के बाद वह जैकी श्रॉफ और जग्गू दादा के नाम से मशहूर हो गए। चॉल का वो छोटा कमरा, सोते वक्त चूहे कुतर देते थे उंगलीजैकी श्रॉफ बहुत ही गरीबी में पले-बढ़े। उनका परिवार एक चॉल में रहता था। वहां सात छोटी-छोटी बिल्डिंग थीं और उन सभी के बीच बस 3 बाथरूम। एक छोटा सा कमरा था, जिसमें जैकी और पूरा परिवार रहता था। हालत ऐसी थी कि रात को सोते वक्त उंगलियां चूहे कुतर लेते थे। यह खुलासा खुद जैकी श्रॉफ ने एक इंटरव्यू में किया था। घर की माली हालत ठीक नहीं थी, तो इस कारण जैकी पढ़ भी नहीं पाए और 11वीं क्लास के बाद स्कूल छोड़ना पड़ गया था। image बस स्टैंड पर बदली किस्मत और फिल्मों में एंट्रीमन में आगे न पढ़ पाने की टीस थी, पर जिंदगी में कुछ कर-गुजरने की ललक भी थी। इसीलिए जैकी श्रॉफ ने मूंगफली बेचने से लेकर फ्लाइट अटेंडेंट तक के काम किए। उन्होंने शैफ बनने की भी कोशिश की, पर रिजेक्ट कर दिए गए। लेकिन जब फिल्मों में आए तो सारी दुनिया देखती ही रह गई। बस स्टैंड पर खड़े जैकी श्रॉफ को एक दिन किसी ने फिल्मों में काम करने का ऑफर दिया और फिर सुभाष घई की 'हीरो' मिली, जिसने उनकी जिंदगी बदल दी। नानावती अस्पताल में गरीबों के लिए अकाउंट, 100 परिवारों को पाल रहेजैकी श्रॉफ देखते ही देखते बड़े स्टार बन गए, पर अपनी जड़ों को कभी नहीं भूले। वह उस गरीबी को भी नहीं भूले, जिसकी छांव में बढ़ते हुए उन्होंने बड़ा आदमी बनने से सपने देखे। चूंकि खुद जैकी श्रॉफ ने गरीबी में बहुत दुख झेले, इसलिए वह इसकी व्यथा अच्छी तरह समझते हैं। इसीलिए आज भी नानावती अस्पताल में उनका अकाउंट है, जिसमें वह पैसे जमा करवाते हैं और उनसे गरीबों का इलाज होता है। इस बारे में उन्होंने सिमी ग्रेवाल के चैट शो में बताया था। जैकी ने कहा था कि बहुत से लोग हैं, जो इलाज नहीं करवा पाते, दवाइयां नहीं खरीद पाते। और वह जो आता है, सबके इलाज का खर्च उठाते हैं। इसके अलावा वह मुंबई के 100 गरीब परिवारों को भी पेट भर रहे हैं। कमाई का 50 फीसदी गरीबों को दे देते हैं जैकी श्रॉफवह अपनी कमाई का 50 फीसदी हिस्सा गरीबों की आर्थिक मदद में लगा देते हैं, और इसका खुलासा एक बार जैकी श्रॉफ की पत्नी आयशा ने सिमी ग्रेवाल के चैट शो में किया था। आयशा ने बताया था कि जब जैकी खुद भी गरीब और बेरोजगार थे, तो भी वह उनसे पैसे लेकर भिखारियों को देते थे। पाली हिल से तीन बत्ती तक हर भिखारी के पास जग्गू दादा का नंबरमुंबई के जिस तीन बत्ती वाल्केश्वर इलाके में जैकी श्रॉफ परिवार के साथ एक कमरे में रहते थे, वहां से लेकर पाली हिल के हर भिखारी के पास एक्टर का फोन नंबर है। फुटपाथ पर रहने वाले हर बच्चे के पास उनका नंबर मिल जाएगा। वो कहते हैं कि जैकी दादा ने कहा कि अगर तुम रात को भूखे हो, तो मुझे फोन कर दो। मैं खाना भेज दूंगा। दिन की किसी भी पहर में जब जिसको जरूरत होती, वह तुरंत जैकी श्रॉफ को फोन करता है और एक्टर मदद के लिए पहुंच जाते हैं।
Loving Newspoint? Download the app now