नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े तीन मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में जल्द ही चार्जशीट दाखिल कर सकता है। यह चार्जशीट अगले तीन महीनों में दाखिल होने की उम्मीद है। ED वाड्रा और अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए अदालत से अनुमति मांगेगा। ED यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत कर रहा है। जांच में अवैध रूप से कमाई गई संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई भी शामिल है। वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने गलत तरीके से कमाए गए धन से संपत्ति खरीदी है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा से इस साल अप्रैल में हरियाणा के शिकोहपुर में एक जमीन सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की गई थी। एजेंसी सूत्रों ने बताया कि हरियाणा जमीन सौदे में उनसे पूछताछ पूरी हो चुकी है। उन्हें यूके स्थित हथियार सलाहकार संजय भंडारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा, बीकानेर जमीन सौदे में भी उनसे जल्द ही अंतिम दौर की पूछताछ की जाएगी। वाड्रा ने हमेशा इन आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने इन्हें राजनीतिक साजिश करार दिया है और बीजेपी पर राजनीतिक बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।
पहला मामलाहरियाणा जमीन सौदा मामला 2018 का है। इस मामले में तत्कालीन हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, वाड्रा और रियल एस्टेट कंपनियां DLF के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। आरोप है कि फरवरी 2008 में वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने, जिसे ₹1 लाख की पूंजी से शुरू किया गया था, मानेसर-शिकोहपुर में 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ में खरीदी थी। कहा जाता है कि जमीन का मालिकाना हक 24 घंटे के भीतर वाड्रा को ट्रांसफर कर दिया गया था। एक महीने बाद, हुड्डा सरकार ने स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी को एक हाउसिंग प्रोजेक्ट विकसित करने की अनुमति दे दी, जिससे जमीन की कीमत काफी बढ़ गई। जून 2008 में, DLF ने कथित तौर पर 58 करोड़ में प्लॉट खरीदने पर सहमति जताई, जिससे वाड्रा को भारी मुनाफा हुआ।
दूसरा मामलाबीकानेर जमीन सौदे में वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने 275 बीघा जमीन 72 लाख में खरीदकर उसे बहुत अधिक कीमत पर बेचकर 615% का मुनाफा कमाया। ED ने 2019 में वाड्रा और उनकी मां से इस मामले में पूछताछ की थी। जनवरी 2020 की एक रिपोर्ट में बताया गया कि ED ने निष्कर्ष निकाला कि वाड्रा और उनकी कंपनी, मेसर्स स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने बीकानेर में दो जमीन के टुकड़े खरीदते समय उचित सावधानी नहीं बरती। चेक 'भूमि मालिकों' को केवल एक कंपनी के प्रतिनिधि के कहने पर जारी किए गए थे।
तीसरा मामलातीसरा मामला हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़ा है। ED की 2023 की चार्जशीट में दावा किया गया है कि भंडारी ने 2009 में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर, लंदन में एक संपत्ति खरीदी और उसका नवीनीकरण रॉबर्ट वाड्रा के निर्देशों के अनुसार किया, जिन्होंने नवीनीकरण के लिए फंड प्रदान किया। वाड्रा ने लंदन संपत्ति के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष स्वामित्व से इनकार किया है। वाड्रा का कहना है कि उनका इस संपत्ति से कोई लेना-देना नहीं है।
तेजी से बढ़ रही जांचइन सभी मामलों में ED की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। आने वाले कुछ महीनों में इन मामलों में और भी खुलासे होने की संभावना है।ED का लक्ष्य है कि इन मामलों में शामिल सभी आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए और उनसे अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को जब्त किया जाए।
सभी आरोप राजनीति से प्रेरित: वाड्रावाड्रा का कहना है कि ये सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। उनका मानना है कि सरकार उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
इन मामलों की जांच अभी भी जारी है और ED जल्द ही अपनी अंतिम रिपोर्ट अदालत में पेश करेगी। इसके बाद अदालत यह तय करेगी कि इन मामलों में मुकदमा चलाया जाना चाहिए या नहीं। इन मामलों का फैसला आने वाले समय में ही पता चलेगा।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा से इस साल अप्रैल में हरियाणा के शिकोहपुर में एक जमीन सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की गई थी। एजेंसी सूत्रों ने बताया कि हरियाणा जमीन सौदे में उनसे पूछताछ पूरी हो चुकी है। उन्हें यूके स्थित हथियार सलाहकार संजय भंडारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा, बीकानेर जमीन सौदे में भी उनसे जल्द ही अंतिम दौर की पूछताछ की जाएगी। वाड्रा ने हमेशा इन आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने इन्हें राजनीतिक साजिश करार दिया है और बीजेपी पर राजनीतिक बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।

पहला मामलाहरियाणा जमीन सौदा मामला 2018 का है। इस मामले में तत्कालीन हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, वाड्रा और रियल एस्टेट कंपनियां DLF के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। आरोप है कि फरवरी 2008 में वाड्रा की स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने, जिसे ₹1 लाख की पूंजी से शुरू किया गया था, मानेसर-शिकोहपुर में 3.5 एकड़ जमीन 7.5 करोड़ में खरीदी थी। कहा जाता है कि जमीन का मालिकाना हक 24 घंटे के भीतर वाड्रा को ट्रांसफर कर दिया गया था। एक महीने बाद, हुड्डा सरकार ने स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी को एक हाउसिंग प्रोजेक्ट विकसित करने की अनुमति दे दी, जिससे जमीन की कीमत काफी बढ़ गई। जून 2008 में, DLF ने कथित तौर पर 58 करोड़ में प्लॉट खरीदने पर सहमति जताई, जिससे वाड्रा को भारी मुनाफा हुआ।
दूसरा मामलाबीकानेर जमीन सौदे में वाड्रा पर आरोप है कि उन्होंने 275 बीघा जमीन 72 लाख में खरीदकर उसे बहुत अधिक कीमत पर बेचकर 615% का मुनाफा कमाया। ED ने 2019 में वाड्रा और उनकी मां से इस मामले में पूछताछ की थी। जनवरी 2020 की एक रिपोर्ट में बताया गया कि ED ने निष्कर्ष निकाला कि वाड्रा और उनकी कंपनी, मेसर्स स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने बीकानेर में दो जमीन के टुकड़े खरीदते समय उचित सावधानी नहीं बरती। चेक 'भूमि मालिकों' को केवल एक कंपनी के प्रतिनिधि के कहने पर जारी किए गए थे।
तीसरा मामलातीसरा मामला हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़ा है। ED की 2023 की चार्जशीट में दावा किया गया है कि भंडारी ने 2009 में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर, लंदन में एक संपत्ति खरीदी और उसका नवीनीकरण रॉबर्ट वाड्रा के निर्देशों के अनुसार किया, जिन्होंने नवीनीकरण के लिए फंड प्रदान किया। वाड्रा ने लंदन संपत्ति के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष स्वामित्व से इनकार किया है। वाड्रा का कहना है कि उनका इस संपत्ति से कोई लेना-देना नहीं है।
तेजी से बढ़ रही जांचइन सभी मामलों में ED की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। आने वाले कुछ महीनों में इन मामलों में और भी खुलासे होने की संभावना है।ED का लक्ष्य है कि इन मामलों में शामिल सभी आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए और उनसे अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को जब्त किया जाए।
सभी आरोप राजनीति से प्रेरित: वाड्रावाड्रा का कहना है कि ये सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। उनका मानना है कि सरकार उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
इन मामलों की जांच अभी भी जारी है और ED जल्द ही अपनी अंतिम रिपोर्ट अदालत में पेश करेगी। इसके बाद अदालत यह तय करेगी कि इन मामलों में मुकदमा चलाया जाना चाहिए या नहीं। इन मामलों का फैसला आने वाले समय में ही पता चलेगा।
You may also like
रास्ते में शव' यात्रा दिखे तो तुरंत करें यह काम, किस्मत संवर जायेगी, बरकत भी होगी
T20 World Cup 2026 के लिए इस टीम ने किया क्वालीफाई, जानें कितनी टीमों नें टूर्नामेंट में की है एंट्री और कितनी हैं बाकी
Raftaar Critiques Tommy Genesis for Hinduism Disrespect in 'True Blue'
पॉपुलर टीवी शो 'अनुपमा' के सेट पर लगी भीषण आग
मृत्यु के बाद' मुंडन क्यों अनिवार्य माना जाता है? 99% लोग इसकी असली वजह नहीं जानते