चेन्नै : एयर इंडिया की फ्लाइट एक बार फिर डायवर्ट की गई। यह फ्लाइट तिरुवनंतपुरम से दिल्ली जा रही थी। बीच रास्ते में फ्लाइट में कुछ गड़बड़ हुई, मौसम भी ठीक नहीं था। पायलट ने फ्लाइट को तुरंत चेन्नई की ओर मोड़ दिया गया। उसके बाद चेन्नई में यह प्लेन लैंड किया गया। प्लेन तिरुवनंतपुरम से ही एक घंटे देरी से उड़ा था और फिर चेन्नई में इमरजेंसी लैंडिग के बाद हड़कंप मच गया। इसी प्लेन में कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल भी थे। उन्होंने जमकर निशाना साधा।
एयर इंडिया की फ्लाइट AI2455 को तिरुवनंतपुरम से शाम 7:15 बजे उड़ान भरना था। हालांकि यह एक घंटे लेट हुई और 8:17 बजे रवाना हो सकी। फ्लाइट को दिल्ली में रात 10:45 बजे लैंड होना था, लेकिन उसे चेन्नई में लैंड किया गया।
देरी से उड़ी, अचानक डायवर्टएयर इंडिया के प्रवक्ता ने बयान में कहा कि 10 अगस्त को तिरुवनंतपुरम से दिल्ली जा रही फ्लाइट AI2455 के क्रू मेंबर्स को कुछ तकनीकी खराबी की आशंका हुई। रास्ते में मौसम भी खराब था। पायलट ने सावधानी बरतते हुए फ्लाइट को चेन्नई की ओर मोड़ दिया गया। फ्लाइट चेन्नई में सुरक्षित लैंड हुई। उसके बाद उसकी जांच की गई। एयर इंडिया ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए माफी मांगी।
केसी वेणुगोपाल ने उठाए सवालप्लेन में बैठे कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने इस घटना को 'डरावना सफर' बताया। उन्होंने X पर पोस्ट की। केसी वेणुगोपाल ने लिखा कि एयर इंडिया की फ्लाइट AI 2455 त्रिवेंद्रम से दिल्ली जा रही थी। उसमें मैं, कई दूसरे सांसद और सैकड़ों यात्री थे। आज हम लोग बाल-बाल बच गए। यह सफर देरी से शुरू हुआ और बहुत डरावना था। उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद ही हम खतरे में थे। लगभग एक घंटे बाद, कैप्टन ने फ्लाइट सिग्नल में खराबी की घोषणा की। प्लेन को चेन्नई की ओर मोड़ दिया गया। लगभग दो घंटे तक हम चेन्नई हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति का इंतजार करते रहे। इस दौरान हमारी सांसे अटकी रहीं।
हर यात्री की अटकी थी सांसकेसी वेणुगोपाल ने इस भयावह सफर के बारे में बताया कि लैंडिंग के लिए दो घंटे मंडराने के बाद प्लेन लैंड करने वाला था। हम राहत की सांस लेते कि उससे पहले एक और जान जोखिम में डालने वाली घटना हुई। प्लेन जिस रनवे पर उतरा, उस पर पहले से ही एक और प्लेन था। हालांकि कैप्टन के तुरंत लिए गए फैसले ने एक बार फिर यात्रियों की जान बचाई। फ्लाइट दूसरी कोशिश में सुरक्षित लैंड कर पाई। हम भाग्य से बच गए।
कांग्रेस नेता ने की कार्रवाई की मांगकेसी वेणुगोपाल ने जिम्मेदारी अफसरों और विभाग को टैग करते हुए लिखा कि यात्री सुरक्षा भाग्य पर निर्भर नहीं हो सकती। मैं @DGCAIndia और @MoCA_GoI से आग्रह करता हूं कि वे इस घटना की तत्काल जांच करें। घटना की जवाबदेही तय की जाए और सुनिश्चित किया जाए कि ऐसी चूक दोबारा न हों। DGCA ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है।
एयर इंडिया की फ्लाइट AI2455 को तिरुवनंतपुरम से शाम 7:15 बजे उड़ान भरना था। हालांकि यह एक घंटे लेट हुई और 8:17 बजे रवाना हो सकी। फ्लाइट को दिल्ली में रात 10:45 बजे लैंड होना था, लेकिन उसे चेन्नई में लैंड किया गया।
देरी से उड़ी, अचानक डायवर्टएयर इंडिया के प्रवक्ता ने बयान में कहा कि 10 अगस्त को तिरुवनंतपुरम से दिल्ली जा रही फ्लाइट AI2455 के क्रू मेंबर्स को कुछ तकनीकी खराबी की आशंका हुई। रास्ते में मौसम भी खराब था। पायलट ने सावधानी बरतते हुए फ्लाइट को चेन्नई की ओर मोड़ दिया गया। फ्लाइट चेन्नई में सुरक्षित लैंड हुई। उसके बाद उसकी जांच की गई। एयर इंडिया ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए माफी मांगी।
केसी वेणुगोपाल ने उठाए सवालप्लेन में बैठे कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने इस घटना को 'डरावना सफर' बताया। उन्होंने X पर पोस्ट की। केसी वेणुगोपाल ने लिखा कि एयर इंडिया की फ्लाइट AI 2455 त्रिवेंद्रम से दिल्ली जा रही थी। उसमें मैं, कई दूसरे सांसद और सैकड़ों यात्री थे। आज हम लोग बाल-बाल बच गए। यह सफर देरी से शुरू हुआ और बहुत डरावना था। उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद ही हम खतरे में थे। लगभग एक घंटे बाद, कैप्टन ने फ्लाइट सिग्नल में खराबी की घोषणा की। प्लेन को चेन्नई की ओर मोड़ दिया गया। लगभग दो घंटे तक हम चेन्नई हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति का इंतजार करते रहे। इस दौरान हमारी सांसे अटकी रहीं।
हर यात्री की अटकी थी सांसकेसी वेणुगोपाल ने इस भयावह सफर के बारे में बताया कि लैंडिंग के लिए दो घंटे मंडराने के बाद प्लेन लैंड करने वाला था। हम राहत की सांस लेते कि उससे पहले एक और जान जोखिम में डालने वाली घटना हुई। प्लेन जिस रनवे पर उतरा, उस पर पहले से ही एक और प्लेन था। हालांकि कैप्टन के तुरंत लिए गए फैसले ने एक बार फिर यात्रियों की जान बचाई। फ्लाइट दूसरी कोशिश में सुरक्षित लैंड कर पाई। हम भाग्य से बच गए।
कांग्रेस नेता ने की कार्रवाई की मांगकेसी वेणुगोपाल ने जिम्मेदारी अफसरों और विभाग को टैग करते हुए लिखा कि यात्री सुरक्षा भाग्य पर निर्भर नहीं हो सकती। मैं @DGCAIndia और @MoCA_GoI से आग्रह करता हूं कि वे इस घटना की तत्काल जांच करें। घटना की जवाबदेही तय की जाए और सुनिश्चित किया जाए कि ऐसी चूक दोबारा न हों। DGCA ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है।