सना: इजरायल के सिरदर्द बने यमन के हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब पर बड़ा हमला बोला है। ईरान समर्थक हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब पर मुस्लिमों की प्रतिष्ठा को बेच देने का आरोप लगाया है। हूतियों ने यह भी दावा किया कि सऊदी अरब इजरायल और अमेरिका के लिए एजेंट बन गया है। हूतियों ने कहा कि वे वे फलस्तीन की रक्षा करेंगे और एक ऐसी विचारधारा आधारित सेना बनाएंगे जो यमन के अलावा दुनियाभर के मुसलमानों की रक्षा करेगी। यमन के विद्रोही गुट ने यह भी ऐलान किया कि वे ईरान के साथ अपने गठबंधन को और ज्यादा मजबूत करेंगे। सऊदी अरब और पड़ोसी यमन के हूतियों के बीच अदावत बहुत पुरानी है। सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सत्ता में आने के बाद यमन पर हमला बोल दिया था ताकि हूतियों को हराया जा सके लेकिन वह बुरी तरह से फेल साबित हुए थे।
इजरायली मीडिया वाईनेट के साथ एक विशेष बातचीत में एक शीर्ष हूती अधिकारी ने यमन में अपने लक्ष्य के बारे में कहा, 'हम यमन को अमेरिका, सऊदी अरब और यहूदी आक्रामकता से मुक्त कराने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। यह संप्रभुता और स्वतंत्रता हासिल करने तक जारी रहेगा। हम विदेशी मौजूदगी का विरोध करते हैं। साथ ही यमन में कुरान आधारित व्यवस्था बनाई जाएगी जो न्याय पर आधारित होगी। हम मुस्लिमों के रुतबे को फिर से बहाल करेंगे जिसे सऊदी अरब और अन्य खाड़ी के शासकों ने बेच दिया है। ये देश महज एजेंट बन गए हैं।'
मुस्लिम देशों की करेंगे रक्षा, ईरान से दोस्ती करेंगे मजबूत
हूती अधिकारी ने कहा, 'हम फलस्तीन देश का सपोर्ट करेंगे और विचारधारा आधारित सेना का गठन करेंगे ताकि यमन और मुस्लिम दुनिया की रक्षा की जा सके। हम केवल अपने लिए सत्ता नहीं हासिल करेंगे बल्कि हुसैन अल हूती के सपने को पूरा करेंगे और इस्लामिक देश का गठन करेंगे। साथ ही यहूदियों को हराएंगे।' हूती अधिकारी ने ईरान के साथ अपने रिश्ते को खारिज नहीं किया। उन्होंने कहा कि हम इस बात से शर्मिंदा नहीं बल्कि गर्व महसूस कर रहे हैं कि हमारे रिश्ते ईरान के साथ बहुत अच्छे हैं। ईरान उनके साथ खड़ा रहता है। ईरान हमारा मॉडल है। हमारा रिश्ता धार्मिक और रणनीतिक है। यह रिश्ता विश्वास और अयातुल्ला खामेनेई के प्रति निष्ठा का है। ईरान हमारा रणनीतिक सहयोगी है जो अमेरिका और यहूदी प्रभुत्व से लड़ रहा है। ईरान हमें इजरायल को नक्शे से मिटाने में मदद करेगा।'
यमन के विद्रोही नेता ने कहा कि हम बेहद अहम अल अक्सा मस्जिद को यहूदियों के चंगुल से मुक्त कराने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि यमन के हूती लगातार लाल सागर में इजरायली जहाजों को निशाना बना रहे हैं। यमन के हूती विद्रोहियों के हमले में लाल सागर में एक जहाज के डूबने के बाद लापता हुए लोगों की तलाश समाप्त हो गयी है और इस घटना में चार लोगों के मारे जाने की आशंका है तथा 11 अन्य लापता हैं। यह जानकारी निजी सुरक्षा कंपनियों ने सोमवार को दी। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब उपग्रह से ली गई तस्वीरों में उस जगह पर तेल बिखरने के निशान दिखाई दे रहे हैं जहां मालवाहक जहाज ‘इटरनिटी सी’ डूबा था और एक अन्य तस्वीर में उस जगह पर भी तेल बिखरने के निशान दिखाई दिए हैं, जहां ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के हमले में ‘मैजिक सीज’ जहाज डूब गया था।
इजरायल के जहाजों को बनाया निशाना
दोनों जहाजों पर हूती विद्रोहियों ने एक हफ्ते पहले हमला किया था। यह हमला गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध के दौरान जहाजों को निशाना बनाने के उसके अभियान का हिस्सा था, जिसने लाल सागर में नौवहन को प्रभावित किया है। निजी सुरक्षा कंपनी ‘एंब्रे’ और ‘डायप्लस ग्रुप’, जहाज ‘एटरनिटी सी’ से लापता लोगों की तलाश में जुटी थीं। इस जहाज पर सात जुलाई को हमला हुआ था जिसके कारण यह लाल सागर में डूब गया था। इस जहाज पर हमले से एक दिन पहले हूती विद्रोहियों ने ‘मैजिक सीज’ जहाज पर हमला किया था। यूरोपीय संघ के ‘ऑपरेशन एस्पाइड्स’ ने बताया कि हमले में दस लोगों को बचा लिया गया है, जिनमें फिलीपीनी के चालक दल के आठ सदस्य और जहाज की सुरक्षा टीम के एक यूनानी और एक भारतीय नागरिक शामिल हैं। यूरोपीय संघ मिशन ने बताया कि हमले में कम से कम चार लोगों के मारे जाने की आशंका है, जबकि 11 अन्य लापता हैं।
इजरायली मीडिया वाईनेट के साथ एक विशेष बातचीत में एक शीर्ष हूती अधिकारी ने यमन में अपने लक्ष्य के बारे में कहा, 'हम यमन को अमेरिका, सऊदी अरब और यहूदी आक्रामकता से मुक्त कराने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। यह संप्रभुता और स्वतंत्रता हासिल करने तक जारी रहेगा। हम विदेशी मौजूदगी का विरोध करते हैं। साथ ही यमन में कुरान आधारित व्यवस्था बनाई जाएगी जो न्याय पर आधारित होगी। हम मुस्लिमों के रुतबे को फिर से बहाल करेंगे जिसे सऊदी अरब और अन्य खाड़ी के शासकों ने बेच दिया है। ये देश महज एजेंट बन गए हैं।'
मुस्लिम देशों की करेंगे रक्षा, ईरान से दोस्ती करेंगे मजबूत
हूती अधिकारी ने कहा, 'हम फलस्तीन देश का सपोर्ट करेंगे और विचारधारा आधारित सेना का गठन करेंगे ताकि यमन और मुस्लिम दुनिया की रक्षा की जा सके। हम केवल अपने लिए सत्ता नहीं हासिल करेंगे बल्कि हुसैन अल हूती के सपने को पूरा करेंगे और इस्लामिक देश का गठन करेंगे। साथ ही यहूदियों को हराएंगे।' हूती अधिकारी ने ईरान के साथ अपने रिश्ते को खारिज नहीं किया। उन्होंने कहा कि हम इस बात से शर्मिंदा नहीं बल्कि गर्व महसूस कर रहे हैं कि हमारे रिश्ते ईरान के साथ बहुत अच्छे हैं। ईरान उनके साथ खड़ा रहता है। ईरान हमारा मॉडल है। हमारा रिश्ता धार्मिक और रणनीतिक है। यह रिश्ता विश्वास और अयातुल्ला खामेनेई के प्रति निष्ठा का है। ईरान हमारा रणनीतिक सहयोगी है जो अमेरिका और यहूदी प्रभुत्व से लड़ रहा है। ईरान हमें इजरायल को नक्शे से मिटाने में मदद करेगा।'
यमन के विद्रोही नेता ने कहा कि हम बेहद अहम अल अक्सा मस्जिद को यहूदियों के चंगुल से मुक्त कराने की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि यमन के हूती लगातार लाल सागर में इजरायली जहाजों को निशाना बना रहे हैं। यमन के हूती विद्रोहियों के हमले में लाल सागर में एक जहाज के डूबने के बाद लापता हुए लोगों की तलाश समाप्त हो गयी है और इस घटना में चार लोगों के मारे जाने की आशंका है तथा 11 अन्य लापता हैं। यह जानकारी निजी सुरक्षा कंपनियों ने सोमवार को दी। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब उपग्रह से ली गई तस्वीरों में उस जगह पर तेल बिखरने के निशान दिखाई दे रहे हैं जहां मालवाहक जहाज ‘इटरनिटी सी’ डूबा था और एक अन्य तस्वीर में उस जगह पर भी तेल बिखरने के निशान दिखाई दिए हैं, जहां ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के हमले में ‘मैजिक सीज’ जहाज डूब गया था।
इजरायल के जहाजों को बनाया निशाना
दोनों जहाजों पर हूती विद्रोहियों ने एक हफ्ते पहले हमला किया था। यह हमला गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध के दौरान जहाजों को निशाना बनाने के उसके अभियान का हिस्सा था, जिसने लाल सागर में नौवहन को प्रभावित किया है। निजी सुरक्षा कंपनी ‘एंब्रे’ और ‘डायप्लस ग्रुप’, जहाज ‘एटरनिटी सी’ से लापता लोगों की तलाश में जुटी थीं। इस जहाज पर सात जुलाई को हमला हुआ था जिसके कारण यह लाल सागर में डूब गया था। इस जहाज पर हमले से एक दिन पहले हूती विद्रोहियों ने ‘मैजिक सीज’ जहाज पर हमला किया था। यूरोपीय संघ के ‘ऑपरेशन एस्पाइड्स’ ने बताया कि हमले में दस लोगों को बचा लिया गया है, जिनमें फिलीपीनी के चालक दल के आठ सदस्य और जहाज की सुरक्षा टीम के एक यूनानी और एक भारतीय नागरिक शामिल हैं। यूरोपीय संघ मिशन ने बताया कि हमले में कम से कम चार लोगों के मारे जाने की आशंका है, जबकि 11 अन्य लापता हैं।
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