मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बीएमसी के आखिरी चुनाव 2017 में हुए थे। अभी तक संभावना जताई जा रही थी कि मुंबई में बीएमसी के चुनाव इसी साल के आखिर में हो सकते हैं लेकिन अब एक नया अपडेट सामने आया है कि महाराष्ट्र में मुंबई समेत 29 महानगर पालिकाओं के चुनावों में देरी हो सकती है। चुनावों के नवंबर-दिसंबर में होने की उम्मीद जताई जा रही है लेकिन यह भी संभावना बन रही है कि अगर इनमें कुछ देरी हुई तो चुनाव अगले साल की शुरुआत में भी जा सकते हैं। अभी मुंबई में वार्ड बनाने का काम चल रहा है। इसके बाद मतदाता सूची तैयार की जाएंगी। राज्य चुनाव आयोग ने जो संकेत मिल रहे हैं। उसके अनुसार मुंबई में नवंबर और दिसंबर में चुनाव हो सकते हैं। अगर कोई बाधा आई तो चुनाव जनवरी तक खिसक सकते हैं, हालांकि बीजेपी ने चुनावी मोड में दिख रही है।
बीएमसी में 227 वार्ड
चुनाव आयोग ने पिछले महीने की 11 तारीख से वार्ड रचना की प्रक्रिया शुरू की थी। बीएमसी के सभी 227 वार्ड रचना की अधिसूचना 3 से 6 अक्टूबर के बीच जारी करने का निर्देश दिया गया है। वार्ड की रचना 2011 की जनगणना के अनुसार की जाएगी। इसमें कुछ जगहों पर संरचना और वार्ड की सीमाओं में बदलाव होने की उम्मीद है। महानगर पालिका और जिला परिषद के चुनाव अलग-अलग होंगे। वार्ड रचना का काम पूरा होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव की घोषणा करेगा। महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ईवीएम की आवश्यकताओं के बारे में भी समीक्षा कर रहा है। निकाय चुनाव के लिए एक चरण में 1 लाख 50 हजार ईवीएम मशीनों की जरूरत होगी. आयोग के पास सिर्फ 65 हजार ईवीएम मशीनें हैं। अभी तक निकाय चुनावों का मामला सुप्रीम कोर्ट में उलझा हुआ था. कोर्ट ने मई महीने में राज्य चुनाव आयोग को वार्डों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश था।
प्रशासकों के हवाले हैं निगम
महानगर पालिकाओं का कार्यकाल 22 में खत्म हाे गया था। इसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति दूसरी उथल-पुथल के चलते चुनाव अटके रहे। बीएमसी, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, भिवंडी, नवी मुंबई, पनवेल, मीरा-भाईंदर सहित राज्य की तमाम महानगर पालिकाओं का का काम प्रशासक की देखरेख में संचालित हो रहा है। 248 नगर परिषदों का काम भी प्रशासक देख रहे हैं। इसी तरह 147 में से 42 नगर पंचायतें का कार्यभार प्रशासकों की देखरेख में चल रहा है। ग्रामीण महाराष्ट्र में 34 जिला परिषदों में से 32 में प्रशासक है। कुल 351 पंचायत समितियों में से 336 पर प्रशासक हैं।
चुनावी मोड में आई बीजेपी
पिछले दिनों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगला मेयर महायुति का होगा। उनका इशारा साफ था कि मेयर की कुर्सी पर बीजेपी की नजर है। चुनाव आयोग द्वारा वार्ड रचना का काम शुरू किए जाने के साथ बीजेपी भी चुनावी तैयारियों में जुट गई है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मुंबई में सक्रिय हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री और सांसद पीयूष गोयल ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र मुंबई उत्तर के भाजपा विधायकों और पूर्व पार्टी पार्षदों के साथ आगामी बीएमसी चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की। गोयल का लक्ष्य पिछले नगर निगम चुनाव की तुलना में मुंबई उत्तर से पार्षदों की संख्या बढ़ाना है, जिसमें भाजपा ने शिवसेना से अलग चुनाव लड़ते हुए 75% सीटें जीती थीं। भाजपा का गढ़ मुंबई उत्तर पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनावों में शहर की छह सीटों में से यह एकमात्र सीट है जिस पर उसने जीत हासिल की है।
बीएमसी में 227 वार्ड
चुनाव आयोग ने पिछले महीने की 11 तारीख से वार्ड रचना की प्रक्रिया शुरू की थी। बीएमसी के सभी 227 वार्ड रचना की अधिसूचना 3 से 6 अक्टूबर के बीच जारी करने का निर्देश दिया गया है। वार्ड की रचना 2011 की जनगणना के अनुसार की जाएगी। इसमें कुछ जगहों पर संरचना और वार्ड की सीमाओं में बदलाव होने की उम्मीद है। महानगर पालिका और जिला परिषद के चुनाव अलग-अलग होंगे। वार्ड रचना का काम पूरा होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव की घोषणा करेगा। महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ईवीएम की आवश्यकताओं के बारे में भी समीक्षा कर रहा है। निकाय चुनाव के लिए एक चरण में 1 लाख 50 हजार ईवीएम मशीनों की जरूरत होगी. आयोग के पास सिर्फ 65 हजार ईवीएम मशीनें हैं। अभी तक निकाय चुनावों का मामला सुप्रीम कोर्ट में उलझा हुआ था. कोर्ट ने मई महीने में राज्य चुनाव आयोग को वार्डों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश था।
प्रशासकों के हवाले हैं निगम
महानगर पालिकाओं का कार्यकाल 22 में खत्म हाे गया था। इसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति दूसरी उथल-पुथल के चलते चुनाव अटके रहे। बीएमसी, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, भिवंडी, नवी मुंबई, पनवेल, मीरा-भाईंदर सहित राज्य की तमाम महानगर पालिकाओं का का काम प्रशासक की देखरेख में संचालित हो रहा है। 248 नगर परिषदों का काम भी प्रशासक देख रहे हैं। इसी तरह 147 में से 42 नगर पंचायतें का कार्यभार प्रशासकों की देखरेख में चल रहा है। ग्रामीण महाराष्ट्र में 34 जिला परिषदों में से 32 में प्रशासक है। कुल 351 पंचायत समितियों में से 336 पर प्रशासक हैं।
चुनावी मोड में आई बीजेपी
पिछले दिनों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगला मेयर महायुति का होगा। उनका इशारा साफ था कि मेयर की कुर्सी पर बीजेपी की नजर है। चुनाव आयोग द्वारा वार्ड रचना का काम शुरू किए जाने के साथ बीजेपी भी चुनावी तैयारियों में जुट गई है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मुंबई में सक्रिय हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री और सांसद पीयूष गोयल ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र मुंबई उत्तर के भाजपा विधायकों और पूर्व पार्टी पार्षदों के साथ आगामी बीएमसी चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की। गोयल का लक्ष्य पिछले नगर निगम चुनाव की तुलना में मुंबई उत्तर से पार्षदों की संख्या बढ़ाना है, जिसमें भाजपा ने शिवसेना से अलग चुनाव लड़ते हुए 75% सीटें जीती थीं। भाजपा का गढ़ मुंबई उत्तर पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनावों में शहर की छह सीटों में से यह एकमात्र सीट है जिस पर उसने जीत हासिल की है।
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