श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर सरकार ने पहलगाम के पर्यटन स्थल बैसरन में एक केबल कार परियोजना शुरू करना चाहती है। इसके लिए सरकार ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से अनुमति मांगी है। यह परियोजना पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद रुकी हुई थी। जिसमें 26 लोग मारे गए थे और जिसकी जांच एनआईए कर रही है। सरकार ने विधानसभा में बताया कि परियोजना का काम एक कंपनी को सौंप दिया गया है। लेकिन हमले के बाद की परिस्थितियों के कारण इसे अभी शुरू नहीं किया जा सका है।
कितने किलोमीटर की है परियोजना?
पर्यटन विभाग का जिम्मा संभाल रहे मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने लिखित जवाब में कहा कि केबल कार का निचला हिस्सा पहलगाम के यात्री निवास के पास बनेगा और ऊपरी हिस्सा बैसरन में होगा। यह परियोजना कुल 1.4 किलोमीटर लंबी होगी और इसके लिए करीब 9.13 हेक्टेयर जमीन वन विभाग की है।
परियोजना की लागत कितनी?
जम्मू-कश्मीर केबल कार कॉरपोरेशन (जेकेसीसीसी) ने इस परियोजना की विस्तृत योजना (डीपीआर) और निविदा दस्तावेज तैयार करने के लिए एक सलाहकार नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पर्यटन विभाग ने यह भी बताया कि यह मामला एनआईए के सामने रखा गया है। जैसे ही संघीय जांच एजेंसी से हरी झंडी मिलेगी, सलाहकार कंपनी इस परियोजना पर काम शुरू कर देगी, जिसकी अनुमानित लागत 100 से 120 करोड़ रुपये के बीच है।
कितने महीने में होगी पूरी?
विभाग के अनुसार, इस केबल कार परियोजना को 18 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह परियोजना पहलगाम में पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, खासकर आतंकवादी हमले के बाद क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयासों के तहत। एनआईए की अनुमति मिलने का इंतजार है ताकि इस महत्वपूर्ण परियोजना पर काम आगे बढ़ सके।
कितने किलोमीटर की है परियोजना?
पर्यटन विभाग का जिम्मा संभाल रहे मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने लिखित जवाब में कहा कि केबल कार का निचला हिस्सा पहलगाम के यात्री निवास के पास बनेगा और ऊपरी हिस्सा बैसरन में होगा। यह परियोजना कुल 1.4 किलोमीटर लंबी होगी और इसके लिए करीब 9.13 हेक्टेयर जमीन वन विभाग की है।
परियोजना की लागत कितनी?
जम्मू-कश्मीर केबल कार कॉरपोरेशन (जेकेसीसीसी) ने इस परियोजना की विस्तृत योजना (डीपीआर) और निविदा दस्तावेज तैयार करने के लिए एक सलाहकार नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पर्यटन विभाग ने यह भी बताया कि यह मामला एनआईए के सामने रखा गया है। जैसे ही संघीय जांच एजेंसी से हरी झंडी मिलेगी, सलाहकार कंपनी इस परियोजना पर काम शुरू कर देगी, जिसकी अनुमानित लागत 100 से 120 करोड़ रुपये के बीच है।
कितने महीने में होगी पूरी?
विभाग के अनुसार, इस केबल कार परियोजना को 18 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह परियोजना पहलगाम में पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी, खासकर आतंकवादी हमले के बाद क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयासों के तहत। एनआईए की अनुमति मिलने का इंतजार है ताकि इस महत्वपूर्ण परियोजना पर काम आगे बढ़ सके।
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