लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीनियर आईपीएस अधिकारी आनंद स्वरूप अब केंद्रीय प्रतिनियुक्त पर अपनी सेवा देंगे। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से आनंद स्वरूप को कार्यमुक्त किए जाने का आदेश जारी किया गया है। पिछले दिनों सीनियर आईपीएस अधिकारी को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) में डीजी (अन्वेषण) के पद पर नियुक्त किया गया है। यूपी पुलिस सेवा में डीजी रैंक के अधिकारी के तौर पर वे तैनात थे। आनदं स्वरूप 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
23 जुलाई को जारी हुआ आदेशआईपीएस आनंद स्वरूप अब केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। यूपी कैडर के 1992 बैच के आईपीएस अफसर आनंद स्वरूप को केंद्र सरकार ने एनएचआरसी का नया महानिदेशक (जांच) नियुक्त किया है। 31 अगस्त 2029 तक वे इस पद पर रहेंगे। इसके तहत उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है। आनंद स्वरूप वर्तमान में डीजी रैंक के अधिकारी हैं। केंद्र की ओर से उनकी नियुक्ति का आदेश 23 जुलाई को जारी किया गया था।
तीन दशक का है अनुभवआईपीएस आनंद स्वरूप का पुलिस सेवा में तीन दशक से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के कई संवेदनशील जिलों में वे एसएसपी और डीआईजी के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। उनकी पहचान एक कठोर अनुशासित, निष्पक्ष और प्रशासनिक दक्ष अधिकारी के रूप में रही है। पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार के रिटायर होनेके बाद उन्हें कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था।
आनंद स्वरूपने पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिनमें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति भी शामिल है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय, सुरक्षा एजेंसियों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सचिवालय में भी काम किया है। एनएचआरसी में, आनंद स्वरूप महानिदेशक (जांच) के रूप में आयोग की जांच शाखा का नेतृत्व करेंगे।
बिहार से रहा है जुड़ावआनंद स्वरूप बिहार के पटना जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने अर्थशास्त्र में पीजी तक की पढ़ाई की है। 1992 में उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा में अपना योगदान दिया। आनंद स्वरूप की छवि राजनीतिक दबावों से दूर रहने वाले अफसर की रही है। वे अपने कार्य में राजनीतिक दखलअंदाजी पसंद नहीं करते हैं। वे कड़े फैसलों के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में एनएचआरसी में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है।
23 जुलाई को जारी हुआ आदेशआईपीएस आनंद स्वरूप अब केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। यूपी कैडर के 1992 बैच के आईपीएस अफसर आनंद स्वरूप को केंद्र सरकार ने एनएचआरसी का नया महानिदेशक (जांच) नियुक्त किया है। 31 अगस्त 2029 तक वे इस पद पर रहेंगे। इसके तहत उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है। आनंद स्वरूप वर्तमान में डीजी रैंक के अधिकारी हैं। केंद्र की ओर से उनकी नियुक्ति का आदेश 23 जुलाई को जारी किया गया था।
तीन दशक का है अनुभवआईपीएस आनंद स्वरूप का पुलिस सेवा में तीन दशक से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के कई संवेदनशील जिलों में वे एसएसपी और डीआईजी के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं। उनकी पहचान एक कठोर अनुशासित, निष्पक्ष और प्रशासनिक दक्ष अधिकारी के रूप में रही है। पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार के रिटायर होनेके बाद उन्हें कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था।
आनंद स्वरूपने पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिनमें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति भी शामिल है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय, सुरक्षा एजेंसियों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सचिवालय में भी काम किया है। एनएचआरसी में, आनंद स्वरूप महानिदेशक (जांच) के रूप में आयोग की जांच शाखा का नेतृत्व करेंगे।
बिहार से रहा है जुड़ावआनंद स्वरूप बिहार के पटना जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने अर्थशास्त्र में पीजी तक की पढ़ाई की है। 1992 में उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा में अपना योगदान दिया। आनंद स्वरूप की छवि राजनीतिक दबावों से दूर रहने वाले अफसर की रही है। वे अपने कार्य में राजनीतिक दखलअंदाजी पसंद नहीं करते हैं। वे कड़े फैसलों के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में एनएचआरसी में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है।
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