श्योपुरः मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां बेमौसम हुई बारिश ने ऐसी चोट दी है कि किसान खौफनाक कदम उठाने को मजबूर हो गया। बुधवार को किसान ने फंदे से लटकर सुसाइड कर लिया। किसान का शव पेड़ पर लटका मिला है। मृतक किसान की पहचान कैलाश मीणा निवासी सिरसोद के रूप में हुई है। किसान की मौत के बाद परिजन नाराज हो गए।
किसान की मौत के बाद पीड़ित परिजन, ग्रामीण और अन्य किसान शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं। परिजन करीब 8 घंटे से सड़कों पर पर बैठे हैं। किसानों के प्रदर्शन में विधायक बाबू जंडेल भी शामिल होने पहुंच गए। उन्होंने मुआवजे की मांग की है।
बेमौसम बारिश में सड़ी फसल
मिली जानकारी के अनुसार किसान कैलाश ने करीब 9 बीघा खेत में धान की खेती की थी। हालांकि पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश के चलते पूरी फसल सड़ने लगी। यह देखकर किसान काफी परेशान था क्योंकि फसल के लिए कीमती बीज, महंगी खाद लेकर आया था। अपनी मेहनत को इस तरह पानी में बहते देखकर किसान निराश हो गया।
खेतों की तरफ गया किसान फंदे पर लटका
घटना वाले दिन किसान घर से खेतों की तरफ गया था। किसान ने वहां पहुंच कर एक पेड़ पर फांसी लगा ली। कुछ देर बाद ग्रामीणों ने उसको फंदे पर लटके देखा और उसे नीचे उतारा। इसके बाद कैलाश को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां जांच के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही आला अधिकारी और पुलिस भी हॉस्पिटल पहुंची। उन्होंने शव का पंचनामा तैयार कर पीएम कराया।
विधायक ने की मुआवजे की मांग
पोस्टमार्टम के बाद जब पुलिस और अधिकारी शव को एंबुलेंस की मदद से गांव ले जा रहे थे। तभी मौके पर श्योपुर विधायक वहां पहुंच गए। उनके साथ कार्यकर्ता भी थे। उन्होंने किसान के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद प्रशासन ने किसान के परिवार के लिए 50 लाख मुआवजे की मांग की। इसके साथ ही समर्थकों ने एंबुलेंस को रोक दिया। पुलिस प्रशासन ने समझाया तब जाकर शव को एंबुलेंस गांव पहुंची।
शव को सड़क में रखकर प्रदर्शन
शव के गांव में पहुंचते ही ग्रामीणों ने शव को सड़क में रखकर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शन करते हुए ग्रामीण और किसान मुआवजे की मांग पर अड़ गए। किसानों के प्रदर्शन में विधायक भी शामिल हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सरकार उचित आर्थिक सहायता के साथ घर के एक सदस्यको नौकरी देने की घोषणा नहीं करती है तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन स्थल पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
किसान की मौत के बाद पीड़ित परिजन, ग्रामीण और अन्य किसान शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं। परिजन करीब 8 घंटे से सड़कों पर पर बैठे हैं। किसानों के प्रदर्शन में विधायक बाबू जंडेल भी शामिल होने पहुंच गए। उन्होंने मुआवजे की मांग की है।
बेमौसम बारिश में सड़ी फसल
मिली जानकारी के अनुसार किसान कैलाश ने करीब 9 बीघा खेत में धान की खेती की थी। हालांकि पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश के चलते पूरी फसल सड़ने लगी। यह देखकर किसान काफी परेशान था क्योंकि फसल के लिए कीमती बीज, महंगी खाद लेकर आया था। अपनी मेहनत को इस तरह पानी में बहते देखकर किसान निराश हो गया।
खेतों की तरफ गया किसान फंदे पर लटका
घटना वाले दिन किसान घर से खेतों की तरफ गया था। किसान ने वहां पहुंच कर एक पेड़ पर फांसी लगा ली। कुछ देर बाद ग्रामीणों ने उसको फंदे पर लटके देखा और उसे नीचे उतारा। इसके बाद कैलाश को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां जांच के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही आला अधिकारी और पुलिस भी हॉस्पिटल पहुंची। उन्होंने शव का पंचनामा तैयार कर पीएम कराया।
विधायक ने की मुआवजे की मांग
पोस्टमार्टम के बाद जब पुलिस और अधिकारी शव को एंबुलेंस की मदद से गांव ले जा रहे थे। तभी मौके पर श्योपुर विधायक वहां पहुंच गए। उनके साथ कार्यकर्ता भी थे। उन्होंने किसान के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद प्रशासन ने किसान के परिवार के लिए 50 लाख मुआवजे की मांग की। इसके साथ ही समर्थकों ने एंबुलेंस को रोक दिया। पुलिस प्रशासन ने समझाया तब जाकर शव को एंबुलेंस गांव पहुंची।
शव को सड़क में रखकर प्रदर्शन
शव के गांव में पहुंचते ही ग्रामीणों ने शव को सड़क में रखकर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शन करते हुए ग्रामीण और किसान मुआवजे की मांग पर अड़ गए। किसानों के प्रदर्शन में विधायक भी शामिल हो गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सरकार उचित आर्थिक सहायता के साथ घर के एक सदस्यको नौकरी देने की घोषणा नहीं करती है तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन स्थल पर पुलिस बल तैनात किया गया है।





