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Gupt Navratri 2025 Muhurat : गुप्त नवरात्रि घटस्थापना शुभ मुहूर्त और विधि, जानिए किस समय करें कलश स्थापना

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Gupt Navratri : गुप्त नवरात्रि 26 जून से शुरू हो रहे हैं। वैसे गुप्त नवरात्रि आषाढ़ और माघ मास में मनाई जाती है। आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि 26 जून, गुरुवार को दोपहर 1.25 बजे शुरू होगी। यह खासतौर पर तांत्रिक साधना, मंत्र सिद्धि और गुप्त पूजा के लिए काफी अहम मानी जाती है। गुप्त नवरात्रि में भी मां दुर्गा के 9 रूपों की आराधना की जाती है। हालांकि इसमें पूजा विधि गोपनीय और व्यक्तिगत होती है।



गुप्त नवरात्रि का महत्व

गुप्त नवरात्रि विशेष रूप से साधकों, तांत्रिकों और गुप्त पूजा करने वालों के लिए अत्यंत फलदायी मानी जाती है। यह शक्ति की उपासना, धनोपार्जन, शत्रु नाश और मंत्र सिद्धि के लिए काफी अहम मानी जाती है। गुप्त नवरात्रि में की गई पूजा में अंतर्मुख साधना को खास महत्व दिया जाता है। यानी बाहरी दिखावे की अपेक्षा आंतरिक शक्ति जागरण पर ध्यान होता है। गुप्त नवरात्रि पर सात्विक भोजन करें। ब्रह्मचर्य, संयम और ध्यान करें। देवी के बीज मंत्र, दुर्गा सप्तशती या देवी कवच का पाठ करें।



गुप्त नवरात्रि पर घटस्थापना शुभ मुहूर्त

गुप्त नवरात्रि पर घटस्थापना के तीन शुभ मुहूर्त हैं। इनमें घटस्थापना की जा सकती है। पहला शुभ मुहूर्त सुबह 5.24 बजे से सुबह 7.09 बजे तक है। दूसरा शुभ मुहूर्त 7.09 बजे से 8.54 बजे तक है। तीसरा शुभ मुहूर्त 10.38 बजे 12.23 बजे तक है।



गुप्त नवरात्रि में घटस्थापना विधि

गुप्त नवरात्रि में घटस्थापना यानी कलश स्थापना करने जा रहे हैं तो इस विधि का पालन कर सकते हैंः

  • सुबह स्नान के बाद साफ कपड़े पहनें।
  • शुभ मुहूर्त में पूजा स्थान को साफ करें।
  • एक लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं।
  • इसके बाद मिट्टी में जौ बोकर उस पर कलश रख दें।
  • फिर कलश में गंगाजल मिलाकर शुद्ध जल भरें।
  • इसमें सुपारी, सिक्का, अक्षत, फूल डालें।
  • आम के पत्तों को चारों ओर लगाकर ऊपर से नारियल रखें, जिसे लाल वस्त्र में लपेटा गया हो।
  • कलश की पूजा करें और देवी को आमंत्रित करें।
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