नई दिल्ली: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने करीब 24 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेली और रोजाना ही उनके बल्ले से एक नया रिकॉर्ड निकलता रहा। कई रिकॉर्ड ऐसे हैं, जो उनके रिटायरमेंट के करीब 12 साल बाद भी बल्लेबाजों की पहुंच से दूर दिखाई देते हैं। कुछ रिकॉर्ड टूट गए, लेकिन उन्हें तोड़ने में भी दूसरे बल्लेबाजों को सालों लग गए। ऐसा ही एक रिकॉर्ड वनडे क्रिकेट में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप का था, जो सचिन तेंदुलकर ने भारतीय क्रिकेट की 'दीवार' कहलाने वाले राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर बनाया था। सचिन और राहुल द्रविड़ के बीच बनी यह पार्टनरशिप आज भी वनडे क्रिकेट की सबसे बड़ी पार्टनरशिप में टॉप-3 में शामिल है। यह कारनामा करीब 26 साल पहले आज ही के दिन यानी 8 नवंबर, 1999 को सचिन-द्रविड़ की जोड़ी ने न्यूजीलैंड के खिलाफ किया था।
दूसरे विकेट के लिए जोड़े थे 331 रनसाल 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज का दूसरा मैच 8 नवंबर को हैदराबाद में खेला गया था। इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी की थी। सौरव गांगुली महज 4 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन इसके बाद सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने दूसरे विकेट के लिए 278 गेंद में 331 रन की धुआंधार पार्टनरशिप कर दी। यह पार्टनरशिप उस समय भारत के लिए ही नहीं सभी देशों के लिए वनडे क्रिकेट में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप थी।
सचिन ने बनाया उस समय का सबसे बड़ा स्कोरसचिन तेंदुलकर ने इस मैच में न्यूजीलैंड के गेंदबाजों की बुरी तरह धुनाई की थी। उन्होंने महज 150 गेंद में बिना आउट हुए 186 रन ठोक दिए थे, जिसमें 20 चौके और 3 छक्के शामिल थे। यह उस समय भारतीय क्रिकेट टीम के लिए वनडे में किसी बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर था। इससे पहले सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड सौरव गांगुली के नाम पर था, जिन्होंने 183 रन बनाए थे। राहुल द्रविड़ ने 153 गेंद में 153 रन बनाए थे, जिसमें 15 चौके और 2 छक्के शामिल थे। न्यूजीलैंज के गेंदबाज क्रिस ड्रम ने 9 ओवर में बिना विकेट लिए 85 रन दिए थे। गेंदबाजों की धुनाई इतनी बुरी तरह हुई थी कि आखिरी 6 ओवर में भारत ने 90 रन बनाए थे।
टीम इंडिया ने भी बनाया था अपना सबसे बड़ा स्कोरभारत ने 50 ओवर में 2 विकेट पर 376 रन का स्कोर खड़ा किया था, जो उस समय वनडे क्रिकेट में भारत का सबसे बड़ा स्कोर था। जवाब में न्यूजीलैंड की टीम को भारतीय गेंदबाजों ने 33.1 ओवर में 202 रन पर ही लुढ़का दिया। इसके साथ ही भारतीय टीम को 174 रन से जीत मिली थी। यह भी उस समय वनडे क्रिकेट में रनों के अंतर से भारतीय टीम की सबसे बड़ी जीत का नया रिकॉर्ड था।
16 साल लग गए सचिन-द्रविड़ का रिकॉर्ड टूटने मेंसचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ का सबसे बड़ी पार्टनरशिप का रिकॉर्ड टूटने में 16 साल लग गए थे। साल 2015 में वेस्टइंडीज के लिए जिम्बाब्वे के खिलाफ कैनबरा में क्रिस गेल और मर्लोन सैम्युअल्स ने दूसरे विकेट के लिए 372 रन जोड़कर यह रिकॉर्ड तोड़ा था। वनडे क्रिकेट में आज भी सचिन-द्रविड़ की पार्टनरशिप टॉप-3 में शामिल है।
दूसरे विकेट के लिए जोड़े थे 331 रनसाल 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज का दूसरा मैच 8 नवंबर को हैदराबाद में खेला गया था। इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी की थी। सौरव गांगुली महज 4 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन इसके बाद सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने दूसरे विकेट के लिए 278 गेंद में 331 रन की धुआंधार पार्टनरशिप कर दी। यह पार्टनरशिप उस समय भारत के लिए ही नहीं सभी देशों के लिए वनडे क्रिकेट में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप थी।
सचिन ने बनाया उस समय का सबसे बड़ा स्कोरसचिन तेंदुलकर ने इस मैच में न्यूजीलैंड के गेंदबाजों की बुरी तरह धुनाई की थी। उन्होंने महज 150 गेंद में बिना आउट हुए 186 रन ठोक दिए थे, जिसमें 20 चौके और 3 छक्के शामिल थे। यह उस समय भारतीय क्रिकेट टीम के लिए वनडे में किसी बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर था। इससे पहले सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड सौरव गांगुली के नाम पर था, जिन्होंने 183 रन बनाए थे। राहुल द्रविड़ ने 153 गेंद में 153 रन बनाए थे, जिसमें 15 चौके और 2 छक्के शामिल थे। न्यूजीलैंज के गेंदबाज क्रिस ड्रम ने 9 ओवर में बिना विकेट लिए 85 रन दिए थे। गेंदबाजों की धुनाई इतनी बुरी तरह हुई थी कि आखिरी 6 ओवर में भारत ने 90 रन बनाए थे।
टीम इंडिया ने भी बनाया था अपना सबसे बड़ा स्कोरभारत ने 50 ओवर में 2 विकेट पर 376 रन का स्कोर खड़ा किया था, जो उस समय वनडे क्रिकेट में भारत का सबसे बड़ा स्कोर था। जवाब में न्यूजीलैंड की टीम को भारतीय गेंदबाजों ने 33.1 ओवर में 202 रन पर ही लुढ़का दिया। इसके साथ ही भारतीय टीम को 174 रन से जीत मिली थी। यह भी उस समय वनडे क्रिकेट में रनों के अंतर से भारतीय टीम की सबसे बड़ी जीत का नया रिकॉर्ड था।
16 साल लग गए सचिन-द्रविड़ का रिकॉर्ड टूटने मेंसचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ का सबसे बड़ी पार्टनरशिप का रिकॉर्ड टूटने में 16 साल लग गए थे। साल 2015 में वेस्टइंडीज के लिए जिम्बाब्वे के खिलाफ कैनबरा में क्रिस गेल और मर्लोन सैम्युअल्स ने दूसरे विकेट के लिए 372 रन जोड़कर यह रिकॉर्ड तोड़ा था। वनडे क्रिकेट में आज भी सचिन-द्रविड़ की पार्टनरशिप टॉप-3 में शामिल है।
- 372 रन की सबसे बड़ी पार्टनरशिप वेस्टइंडीज के गेल-सैम्युअल्स ने 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ की।
- 365 रन की पार्टनरशिप वेस्टइंडीज के ही शाई होप और कैंपबेल ने 2019 में आयरलैंड के खिलाफ की।
- 331 रन की पार्टनरशिप भारत के सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने 1999 में न्यूजीलैंड के खिलाफ की।
- 318 रन की पार्टनरशिप भारत के सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने 1999 में श्रीलंका के खिलाफ की।
- 304 रन की पार्टनरशिप पाकिस्तान के इमाम-उल-हक और फखर जमान ने 2018 में जिम्बाब्वे के खिलाफ की।
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