सिवनी: मध्य प्रदेश में हड़कंप मचा देने वाले सिवनी हवाला लूट कांड ने पुलिस विभाग पर दाग लगा दिया है। करीब 3 करोड़ के हवाला लूट कांड की मुख्य आरोपी निलंबित एसडीओपी पूजा पाण्डेय और उनके सहयोगी रहे 10 पुलिसकर्मियों को सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रीवा और नरसिंहपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है।   
   
   
एमपी के बहुचर्चित सिवनी हवाला कांड में मुख्य आरोपी बनाई गईं निलंबित एसडीओपी पूजा पाण्डेय को सिवनी जेल से रीवा जेल शिफ्ट किया गया है। वहीं उनके साथ ही लूटकांड में शामिल बताए गए 10 पुलिसकर्मी जिसमें एक एसआई और 9 अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं, उन्हें नरसिंहपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है। सबसे अहम बात यह रही कि निलंबित एसडीओपी पाण्डेय को नरसिंहपुर न भेजकर रीवा जेल में शिफ्ट किया गया है।
   
सिवनी जेल में विवाद की आशंका थी
सूत्रों के अनुसार सरकार स्तर से यह निर्णय सुरक्षा कारणों से लिया गया है। इसमें जो कारण बताया गयाा है, उसमें सिवनी जेल में रखे जाने पर इन पुलिसकर्मियों का अन्य बंदियों या आरोपियों से विवाद या अप्रिय घटना की आशंका जताई जा रही थी। इसी के चलते जेल डीजी स्तर से यह महत्पूर्ण व बड़ा निर्णय लिया गया है।
   
कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपी पुलिसकर्मियों की शिफ्टिंग
जेल हेडक्वाटर भोपाल से आदेश आने के बाद सिवनी जेल प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए निलंबित एसडीओपी पूजा पाण्डेय व निलंबित बाकी 10 पुलिसकर्मियों को अलग—अलग वाहनों से सिवनी जेल से निकालकर रीवा व नरसिंहपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया है। शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच वाहनों को रवाना किया गया था।
   
खुद जेल प्रशासन ने कोर्ट में आवेदन दिया था
हवाला कांड के आरोपियों की प्रदेश के अन्य जेलों में शिफ्टिंग के महत्वपूर्ण फैसले के पीछे जो कारण बताया गया है, उसमें खुद सिवनी जेल प्रशासन ने कोर्ट में इनको अन्य जेलों में ट्रांसफर करने के लिए आवेदन दिया था। इसमें कारण बताया गया था कि जिले में ये सभी पुलिसकर्मी लंबे समय से पदस्थ हैं। इनके कार्यकाल में कई बड़े अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अब इसी जेल में ये भी रहेंगे तो विवाद की आशंका बनी रहेगी। सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है। कोर्ट ने अनुमति मिलने के बाद जेल डीजी स्तर से रीवा और नरसिंहपु भेजने का निर्णय लिया गया था।
      
नरसिंहपुर जेल में इन्हें शिफ्ट किया गया
जानकारी अनुसार सिवनी जेल से हवाला लूट कांड में शामिल बताए गए आरोपी पुलिसकर्मी जिनमें एसआई अर्पित भैरम, आरक्षक माखन इवनाती, जगदीश यादव, योगेंद्र चौरसिया, केदार बघेल, सुभाष सदाफल, नीरज राजपूत, रविंद्र, रितेश और प्रधान आरक्षक राजेश जंघेला को नरसिंहपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया।
  
एमपी के बहुचर्चित सिवनी हवाला कांड में मुख्य आरोपी बनाई गईं निलंबित एसडीओपी पूजा पाण्डेय को सिवनी जेल से रीवा जेल शिफ्ट किया गया है। वहीं उनके साथ ही लूटकांड में शामिल बताए गए 10 पुलिसकर्मी जिसमें एक एसआई और 9 अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं, उन्हें नरसिंहपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया है। सबसे अहम बात यह रही कि निलंबित एसडीओपी पाण्डेय को नरसिंहपुर न भेजकर रीवा जेल में शिफ्ट किया गया है।
सिवनी जेल में विवाद की आशंका थी
सूत्रों के अनुसार सरकार स्तर से यह निर्णय सुरक्षा कारणों से लिया गया है। इसमें जो कारण बताया गयाा है, उसमें सिवनी जेल में रखे जाने पर इन पुलिसकर्मियों का अन्य बंदियों या आरोपियों से विवाद या अप्रिय घटना की आशंका जताई जा रही थी। इसी के चलते जेल डीजी स्तर से यह महत्पूर्ण व बड़ा निर्णय लिया गया है।
कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपी पुलिसकर्मियों की शिफ्टिंग
जेल हेडक्वाटर भोपाल से आदेश आने के बाद सिवनी जेल प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए निलंबित एसडीओपी पूजा पाण्डेय व निलंबित बाकी 10 पुलिसकर्मियों को अलग—अलग वाहनों से सिवनी जेल से निकालकर रीवा व नरसिंहपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया है। शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच वाहनों को रवाना किया गया था।
खुद जेल प्रशासन ने कोर्ट में आवेदन दिया था
हवाला कांड के आरोपियों की प्रदेश के अन्य जेलों में शिफ्टिंग के महत्वपूर्ण फैसले के पीछे जो कारण बताया गया है, उसमें खुद सिवनी जेल प्रशासन ने कोर्ट में इनको अन्य जेलों में ट्रांसफर करने के लिए आवेदन दिया था। इसमें कारण बताया गया था कि जिले में ये सभी पुलिसकर्मी लंबे समय से पदस्थ हैं। इनके कार्यकाल में कई बड़े अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। अब इसी जेल में ये भी रहेंगे तो विवाद की आशंका बनी रहेगी। सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है। कोर्ट ने अनुमति मिलने के बाद जेल डीजी स्तर से रीवा और नरसिंहपु भेजने का निर्णय लिया गया था।
नरसिंहपुर जेल में इन्हें शिफ्ट किया गया
जानकारी अनुसार सिवनी जेल से हवाला लूट कांड में शामिल बताए गए आरोपी पुलिसकर्मी जिनमें एसआई अर्पित भैरम, आरक्षक माखन इवनाती, जगदीश यादव, योगेंद्र चौरसिया, केदार बघेल, सुभाष सदाफल, नीरज राजपूत, रविंद्र, रितेश और प्रधान आरक्षक राजेश जंघेला को नरसिंहपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया।
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