ओम मिश्रा, श्रावस्ती: उत्तर प्रदेश के संभल और फिर बहराइच में लगने वाला नेजा मिला इस बार नहीं लगा। प्रशासन ने सालार मसूद गाजी के नाम पर लगने वाले इस मेले की अनुमति नहीं दी। इस बीच, श्रावस्ती के बड़े पुरुष यानी नसीरूल्लाह शाह की मजार पर लगने वाला जेठ मेला इस बार नहीं लगेगा। जिसको रोकने के लिए प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। पूरे जनपद में हर रास्तों पर बैरिकेडिंग लगाई गई है, जिससे ज़ायरीन दरगाह तक न पहुंच सकें। 14 मई को लगने वाले इस मेले में हिंदू-मुस्लिम जायरीन पहुंचते थे और मत्था टेकते थे, लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते इस मेले को इस साल स्थगित कर दिया गया है। सैकड़ों वर्षों से लगता था मेला श्रावस्ती जनपद के दिकौली में सैकड़ों वर्षों से बड़े पुरुष की दरगाह पर लगने वाला मेला इस साल नहीं लगेगा। इस दरगाह पर हर साल लाखों जायरीन पहुंचकर अपना मत्था टेकते हैं। बता दें कि बहराइच के सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर जाने से पहले लोगों को बड़े पुरुष यानी नसरुल्लाह शाह की मजार पर मत्था टेकना होता है, लेकिन इस साल प्रशासन ने सुरक्षा कारणों के चलते इस मेले को प्रतिबंध कर दिया है, जिससे दरगाह पर इस वर्ष विरानी छाई हुई है। वहीं, प्रशासन ने मेले में आने वाले जायरीनों को वापस भेजने के लिए जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाई गई है। पूर्वांचल गोरखपुर समेत पूरे देश से इस दरगाह में बड़ी संख्या में लोग पहुंच कर अपनी मन्नतें मानते थे। पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया का कहना है कि सुरक्षा कारणों के चलते इस वर्ष सभी धर्म के आयोजनों को स्थगित किया गया है, जिससे कोई भीड़ में जमा न होने पाए।
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