Next Story
Newszop

खेल: चौथे टेस्ट में भारत की शानदार शुरुआत और जानें किस बल्लेबाज के नाम 'मैनचेस्टर' में सबसे ज्यादा टेस्ट रन?

Send Push
चौथे टेस्ट में भारत की शानदार शुरुआत, लंच ब्रेक तक बिना विकेट गंवाए बनाए 78 रन, यशस्वी-राहुल जमे

भारत ने बुधवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ चौथे क्रिकेट टेस्ट में बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद लंच तक बिना विकेट गंवाए 78 रन बना लिए। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल 36 और केएल राहुल 40 रन बनाकर खेल रहे हैं।

इससे पहले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने चौथे क्रिकेट टेस्ट में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया।

चोटों से जूझ रहे भारत ने तीन बदलाव करते हुए करुण नायर, नितीश रेड्डी और आकाशदीप की जगह साई सुदर्शन, शारदुल ठाकुर और पदार्पण कर रहे अंशुल कंबोज को टीम में शामिल किया है।

इंग्लैंड ने भी एक बदलाव करते हुए लार्ड्स में तीसरे टेस्ट के दौरान चोटिल हुए शोएब बशीर की जगह स्पिनर लियान डॉसन को टीम में जगह दी है। इंग्लैंड पांच मैच की श्रृंखला में 2-1 से आगे है।

अंशुल कंबोज: किसान का बेटा, जिसने एक ही पारी में झटके 10 विकेट

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले जा रहे चौथे टेस्ट में मौका मिला है। यूं तो, 24 वर्षीय अंशुल को तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के कवर के तौर पर भारतीय टीम में शामिल किया गया था, लेकिन कुछ घंटों बाद ही उन्हें प्लेइंग इलेवन में भी स्थान मिल गया।

 6 दिसंबर 2000 को करनाल में जन्मे अंशुल किसान परिवार से आते हैं। फाजिलपुर गांव में उनके पिता उधम सिंह खेती करते हैं।

 अंशुल बचपन में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर चुके थे। क्रिकेट के प्रति उनके लगाव को देखते हुए परिवार ने सिर्फ छह साल की उम्र में ही उन्हें क्रिकेट की ट्रेनिंग दिलवानी शुरू कर दी।

अंशुल ने पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट ट्रेनिंग भी जारी रखी। उन्हें करनाल स्थित सतीश राणा की अकादमी पहुंचने के लिए अपने घर से लगभग आठ किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता, जिसके लिए वह सुबह चार बजे ही उठ जाते थे।

 छह फीट दो इंच लंबे अंशुल गेंद से स्विंग के साथ एक्स्ट्रा बाउंस भी हासिल करते हैं। उन्हें एक ही लेंथ पर लगातार गेंदबाजी के लिए जाना जाता है।

 अंशुल कंबोज ने साल 2022 में घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी 2023-24 में 10 मुकाबले खेलते हुए 17 विकेट अपने नाम किए।

किस बल्लेबाज के नाम 'मैनचेस्टर' में सबसे ज्यादा टेस्ट रन?

भारत और इंग्लैंड के बीच 23 जुलाई से मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट मैच खेला जाना है। इस मुकाबले में टीम इंडिया के लिए जीत बेहद जरूरी है। अगर भारत मैनचेस्टर टेस्ट को नहीं जीतता, तो सीरीज अपने नाम करने का मौका भी गंवा देगा।

इंग्लैंड के खेमे में जो रूट जैसा बल्लेबाज है, जिसके नाम मैनचेस्टर में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने का रिकॉर्ड है। इंग्लैंड के इस दिग्गज बल्लेबाज ने साल 2013 से अब तक ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर 11 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 65.20 की औसत के साथ 978 रन जुटा चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 102 चौके लगाए। जो रूट ने इस मैदान पर 19 पारियों में एक शतक और सात अर्धशतक लगाए हैं।

जो रूट जुलाई 2016 में पाकिस्तान के खिलाफ मैनचेस्टर में 254 रन की पारी खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 406 गेंदों में 27 चौके लगाए थे। जो रूट ने इस मुकाबले की अगली पारी में नाबाद 71 रन बनाए थे, जिसकी मदद से इंग्लैंड ने मुकाबला 330 रन से अपने नाम किया था। रूट को 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया था।

जो रूट भारत के खिलाफ जारी पांच मुकाबलों की इस सीरीज में 28, 53*, 22, 6, 104 और 40 रन की पारियां खेल चुके हैं।

वीनस विलियम्स बनीं टूर-स्तरीय सिंगल्स मैच जीतने वाली दूसरी सबसे उम्रदराज महिला खिलाड़ी

पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 वीनस विलियम्स ने बुधवार को 'डीसी ओपन' विमेंस सिंगल्स के पहले दौर के मुकाबले में विश्व नंबर-35 पीटन स्टर्न्स को 6-3, 6-4 से हराया। यह 16 महीनों में वीनस का पहला सिंगल्स मैच था।

इसी के साथ 45 वर्षीय वीनस विलियम्स टूर-स्तरीय सिंगल्स मैच जीतने वाली दूसरी सबसे उम्रदराज महिला खिलाड़ी बन गईं। इस लिस्ट में मार्टिना नवरातिलोवा शीर्ष पर हैं, जिन्होंने साल 2004 के विंबलडन में कैटालिना कास्टानो को शिकस्त दी थी। उस समय मार्टिना नवरातिलोवा 47 साल की थीं।

ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद वीनस विलियम्स ने कहा, "यह पहला कदम है। पहला मैच हमेशा बेहद मुश्किल होता है। लंबे ब्रेक के बाद पहला मैच खेलना कितना कठिन होता है, इसे बयां करना मुश्किल है।"

सिंधू ने मियाज़ाकी को हराया, उन्नति और सात्विक-चिराग भी आगे बढ़े

दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पी वी सिंधू ने बुधवार को यहां जापान की विश्व में छठे नंबर की खिलाड़ी तोमोका मियाजाकी को हराकर चाइना ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की।

पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू ने 2022 की विश्व जूनियर चैंपियन मियाज़ाकी को 62 मिनट में 21-15, 8-21, 21-17 से हराया।

इस साल पांच टूर्नामेंट में पहले दौर में बाहर होने वाली सिंधू ने मैच के बाद कहा, ‘‘यह मेरे लिए बहुप्रतीक्षित जीत थी। पहला राउंड मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण था। यह तीन गेम का मुकाबला था। तीसरे गेम में भी मेरे लिए शुरुआत से ही बढ़त बनाना महत्वपूर्ण रहा। मेरे लिए यह मैच जीतना महत्वपूर्ण था। इससे निश्चित तौर पर मेरा मनोबल बढ़ेगा।’’

पीटीआई और आईएएनएस के इनपुट के साथ

Loving Newspoint? Download the app now