By Jitendra Jangid- दोस्तो कई बार आपने सोते हुए अपने आप को ऐसी स्थिति में पाया होगा जब आप खुद के हाथ पैर नहीं हिला पाते होगें, इसे स्लीप पैरालिसिस बोलते हैं, इस दौरान उनके आस-पास खड़ी छायादार आकृतियाँ या आत्माएँ उन्हें देखती हुई दिखाई देती हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल्स

स्लीप पैरालिसिस क्या है?
स्लीप पैरालिसिस नींद के रैपिड आई मूवमेंट (REM) चरण के दौरान होता है। इस चरण में, शरीर स्वाभाविक रूप से अस्थायी रूप से लकवाग्रस्त हो जाता है ताकि हम अपने सपनों को साकार न कर सकें।
लोग छाया या आत्माएँ क्यों देखते हैं?
इस अवस्था के दौरान, व्यक्ति ज्वलंत और अक्सर भयावह मतिभ्रम का अनुभव कर सकते हैं, जैसे छायादार आकृतियाँ या भूतिया उपस्थिति।
कारण और ट्रिगर
जब कोई व्यक्ति तनाव में होता है, तो मस्तिष्क सपनों की कल्पना को जागृत चेतना के साथ मिलाने के लिए अधिक प्रवण हो सकता है, जिससे भयावह संवेदनाएँ तीव्र हो जाती हैं।

ऐतिहासिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण
प्राचीन काल से ही, कई संस्कृतियों ने स्लीप पैरालिसिस को अलौकिक शक्तियों या भूतों से जोड़ा है। हालाँकि, आधुनिक विज्ञान इसे एक न्यूरोलॉजिकल घटना के रूप में समझाता है - नींद के दौरान मस्तिष्क और शरीर के बीच एक अस्थायी वियोग।
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