नई दिल्ली, 16 मई . पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के इंडी गठबंधन एकता पर सवाल उठाने वाले बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता भी अब यह मान चुके हैं कि इंडी गठबंधन बिखर चुका है. यह भ्रष्टाचार में शामिल नेताओं का एक कुनबा है, जनता इनके काले कारनामे और बुरे इतिहास की सजा दे रही है.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने शुक्रवार को न्यूज एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा, “पी चिदंबरम समेत देश के कई नेता, चाहे वे विपक्ष के नेता ही क्यों न हों, सब यह मान चुके हैं कि इंडी गठबंधन बिखर चुका है. क्योंकि यह गठबंधन नहीं बल्कि भानुमति का कुनबा है, यह अपने भ्रष्टाचार के मकड़जाल को बचाने के लिए परिवार को आगे रखकर, लूट-खसूट करने वाले, भाई-भतीजावाद पर चलने वाले, भ्रष्टाचार में शामिल नेताओं का एक कुनबा है, स्वार्थ का संधि पत्र है, देशहित से नहीं, कुर्सी के मोह जाल से बंधी डूबती नैया है, जिसे कोई रोक नहीं सकता है. जनता इनके काले कारनामे और बुरे इतिहास की सजा दे रही है.”
भारत-पाकिस्तान के बीच अमेरिकी दखलअंदाजी को भी सिरे से नकारते हुए चुघ बोले , “किसी भी तरह की तथाकथित मध्यस्थता स्वीकार नहीं की गई है, न ही कभी होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का रुख स्पष्ट है, अगर भारत के बारे में कोई बात होगी, तो वह पीओजेके (पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर) के बारे में होगी या फिर आतंक के समूल नाश पर होगी. यह नया भारत है, जिसने आतंकवाद के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को बेनकाब किया है.”
उन्होंने आगे कहा कि आतंक का समूल नाश हमारी वचनबद्धता है और भारत कह रहा है कि जब आतंक रुकेगा तभी पानी बहेगा, खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता है. पाकिस्तान ने सीजफायर की गुहार तब लगाई जब भारत ने उसके आतंकी ठिकानों और एयरबेस को तबाह कर दिया. पूरी दुनिया को पता है कि सच्ची ताकत किसके पास है. भारत ने न सिर्फ सैन्य विजय प्राप्त की है, बल्कि राजनीतिक और कूटनीतिक मोर्चों पर पाकिस्तान को परास्त किया है. ये मोदी सरकार की निर्णायक विदेशी नीति का परिणाम है.
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एसके/
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