चंडीगढ़, 23 जून . हरियाणा के हिसार की एक अदालत ने सोमवार को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा की न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया. ज्योति मल्होत्रा को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
ज्योति मल्होत्रा ‘ट्रैवल विथ जेओ’ नामक यूट्यूब चैनल चलाती थीं, जिन्हें पुलिस ने 16 मई को गिरफ्तार किया था. उन पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. मल्होत्रा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी दी.
मल्होत्रा के वकील कुमार मुकेश ने मीडिया को बताया, “अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत को 14 दिन के लिए बढ़ा दिया है और अगली सुनवाई की तारीख 7 जुलाई तय की गई है.”
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद पंजाब पुलिस ने एक और बड़े जासूसी नेटवर्क का खुलासा किया, जिसका संबंध यूट्यूबर जसबीर सिंह से है. जसबीर, पंजाब के रूपनगर का निवासी है और ‘जानमहल’ नामक यूट्यूब चैनल चलाता है.
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि जसबीर सिंह का संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंट शाकिर उर्फ जट्ट रंधावा से है, जो एक आतंकी समर्थित जासूसी नेटवर्क का हिस्सा है. जसबीर, ज्योति मल्होत्रा और पाकिस्तानी नागरिक एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश (जो पहले भारत में पाक उच्चायोग में अधिकारी था और निष्कासित किया जा चुका है) के भी संपर्क में था.
जांच में पता चला है कि जसबीर सिंह ने पाकिस्तान नेशनल डे समारोह में हिस्सा लिया था, जिसमें उसने पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों और ब्लॉगर्स से मुलाकात की थी. वह 2020, 2021 और 2024 में तीन बार पाकिस्तान गया था. उसके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से कई पाकिस्तान आधारित नंबर मिले हैं, जिनकी अब फॉरेंसिक जांच चल रही है.
ज्योति की गिरफ्तारी के बाद, जसबीर ने पाकिस्तानी एजेंट्स से अपने संपर्क के सबूत मिटाने की कोशिश की थी.
इसी मामले में पंजाब पुलिस की काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट ने तरणतारन पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसका संबंध पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) से है.
आरोपी का नाम गगनदीप सिंह उर्फ गगन है, जो तरणतारन का निवासी है.
डीजीपी ने बताया कि गगनदीप पिछले पांच वर्षों से पाक स्थित खालिस्तानी समर्थक गोपाल सिंह चावला के संपर्क में था और उसी के जरिए पाक खुफिया एजेंसियों से जुड़ा. उसने सेना की गतिविधियों, रणनीतिक ठिकानों और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना की तैनाती से जुड़ी गोपनीय जानकारियां आईएसआई को भेजी थीं, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हुआ.
पुलिस ने आरोपी से दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनमें संवेदनशील खुफिया जानकारी और आईएसआई से जुड़े 20 से अधिक संपर्कों की जानकारी मौजूद है. जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी को भारतीय चैनलों के जरिए पाकिस्तानी एजेंट्स से पैसे भी मिले थे.
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डीएससी/एबीएम
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