Guru Vakri 2025 Rashifal: देवगुरु बृहस्पति अगले महीने यानी नवम्बर 2025 में चंद्रमा की कर्क राशि में वक्री हो जाएंगे जिसमें ग्रह उच्च भाव में होते हैं. इसका सकारात्मक प्रभाव 4 राशियों पर पड़ेगा.
देवगुरु बृहस्पति कर्क राशि में वक्री
11 नवम्बर 2025, मंगलवार को रात 10:11 बजे से ज्ञान के कारक देवगुरु बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होंगे. चंद्रमा की कर्क राशि गुरु की उच्च राशि है. गुरु ग्रह का इस समय बुध की मिथुन राशि में संचरण हो रहा है और 18 अक्टूबर 2025 को ग्रह अपनी राशि बदलकर कर्क राशि में गोचर कर जाएंगे. आइए जानें 4 राशिवालों के लिए गुरु की वक्री चाल क्या प्रभाव डालती है.
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना शुभ प्रभाव डालेगा. अचानक धन लाभ होने से धन संबंधी मामालों को में राहत मिलेगी. निवेश बड़ा मुनाफा दे सकता है. पुराना लोन उतर पाएंगा. जातक मन को स्थितिर कर पाने में सफल होंगे.पारिवारिक परेशानियों सुझाने में जातक कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. आध्यात्मिक क्रियाकलापों की ओर जातकों का झुकाव हो सकता है.
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के गुरु का वक्री होना कई मामलों में शुभ सिद्ध हो सकता है. घर-परिवार से जुड़े कार्य सफल होंगे. पुराने मामलों को अप सुलझाने का मौका मिलेगा. धन कमाने के कई रास्ते खुल सकते हैं. जातक मानसिक रूप से पहले से अधिक मजबूत होंगे. पैतृक संपत्ति को हासिल करने के रास्ते खुल सकते हैं. गुरु का आशीर्वाद लेना जातकों के लिए शुभ फलदायी हो सकता है.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए गुरु का वक्री होना कई लाभ दे सकता है. पारिवारिक रिश्ते में गहराई आएगी. छोटे भाई-बहनों से मदद मिल सकती है. बातचीत कर मामले को सुलझा सकते हैं. जातकों को ज्ञान संबंधी मामलों में जैसे लेखन, पढ़ाई या यात्रा से सिखने की ओर रुझान बढ़ेगा.जातक पहले से अधिक अनुशासन वालें होंगे. रुका धन प्राप्त होगा.
मीन राशि
गुरु बृहस्पति की मीन राशि के जातकों पर गुरु की बदलती चाल के सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. जातक पहले अधिक विचारशील बनेंगे. जातकों के अंदर मित्रता का भाव बढ़ेगा और सामाजिक रूप से लोग जातकों का अधिक सम्मान करेंगे. पुराने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए की जा रही कोशिश रंग ला सकती है. पुराने निवेश का लाभ जातकों को धीरे होगा लेकिन बड़ा होगा.
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