कहते हैं कि शादी के लिए शक्ल सूरत इतना मायने नहीं रखती, जितना कि इंसान की सीरत और उसका बर्ताव मायने रखता है. मगर हां, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें सिर्फ बाहरी सुंदरता से फर्क पड़ता है. ऐसे ही कुछ केस सामने आए हैं बिहार से. यहां कुछ दूल्हों ने सिर्फ इसलिए लड़कियों को ठुकरा दिया क्योंकि उन्हें फैशन की इतनी समझ नहीं थी. जी हां, सुनने में अटपटा लगा ना? मगर ये सच है.
बिहार में चप्पल और दुपट्टे की वजह से शादी से पहले ही लड़का और लड़की के रिश्ते टूट रहे हैं. बिहार राज्य महिला आयोग में पिछले कई महीनों में ऐसे अनोखे मामले दर्ज हुए हैं. इन मामलों में लड़की की शादी यह कह कर तय नहीं हुई कि वो तो चप्पल और दुप्पटे में ही लड़के से मिलने आ गई. चप्पल पहनकर और दुप्पटा ओढ़ कर आई लड़की को गंवार समझा गया और इससे तय शादी को बीच में ही तोड़ दिया गया.
पिछले 3 महीने में ऐसे 30 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. सगाई पर लड़की वालों ने लाखों रुपये खर्च किए. इंगेजमेंट में कई उपहार भी लड़की वालों ने दिए, लेकिन सगाई के बाद लड़के ने शादी से इनकार कर दिया. जब कारण पूछा गया तो लड़की में लेटेस्ट फैशन सेंस नहीं होने की बातें कही गईं. अब लड़की वाले महिला आयोग का दरवाजा खटखटा रहे हैं. इसमें समाज में उनकी इज्जत को बचाने और इंगेजेमेंट के पैसे को वापस करवाने को कहा जा रहा है.
रिश्ते जोड़ने की कोशिश
महिला आयोग में केस दर्ज होने के बाद दूसरे पक्ष वालों को भी बुलाया जा रहा है. आयोग द्वारा रिश्ते को दोबारा जोड़ने की कोशिश की जा रही है, लेकिन लड़के वाले यह कह कर शादी तय करने से इनकार रहे हैं कि उनका बेटा उनकी नहीं सुनता है.
पहला केस: पटना के दानापुर की स्वाति (बदला हुआ नाम) की शादी तय हुई. इंगेजमेंट के बाद लड़का उससे मिलने उसके कार्यालय गया. स्वाति किसी वजह से चप्पल पहन का आ गई थी. इसके बाद लड़के ने शादी तोड़ दी.
दूसरा केस: पटना के पुनपुन की नेहा (बदला हुआ नाम) की शादी फरवरी 2026 में होनी थी. शादी की तिथि तय करने के लिए जब लड़का अपने परिवार के साथ लड़की वाले के घर पहुंचा तो लड़की पारंपरिक परिधान में सलवार सूट और दुप्पटा के साथ आ गई, दुप्पटे को सिर पर रखा देख लड़के ने गंवार कह कर शादी करने से इनकार कर दिया.
बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा का कहना है कि अब तक शादी होने के बाद रिश्ते टूटने की शिकायत लेकर लोग आते थे, लेकिन इधर कुछ महीनों में कई केस आए हैं, जिनमें शादी तय होने में रुकावट हो रही है. लड़के वाले, खासकर खुद लड़का अब छोटी-छोटी खामियां निकाल कर शादी तय नहीं करता है.
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