डॉ. भीमराव आंबेडकर का नाम भारतीय समाज में सामाजिक न्याय, शिक्षा और समानता का प्रतीक है। मध्य प्रदेश के महू गांव में जन्मे भीमराव, जो रामजी मलोजी सकपाल और भीमाबाई के 14वें संतान थे, को बचपन में अछूत मानकर समाज से अलग कर दिया गया। फिर भी, उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनकी शिक्षा, संघर्ष और संविधान निर्माण में योगदान को आज भी करोड़ों लोग सम्मान के साथ याद करते हैं।
डॉ. आंबेडकर की प्रेरणादायक फिल्में
यदि आप डॉ. आंबेडकर की प्रेरणादायक यात्रा को करीब से जानना चाहते हैं, तो उनकी जिंदगी पर आधारित ये 5 बेहतरीन फिल्में अवश्य देखें:
1. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (2000)
यह फिल्म डॉ. भीमराव आंबेडकर के जीवन का एक सटीक चित्रण है। इसमें मलयालम अभिनेता ममूटी ने बाबासाहेब का किरदार निभाया है। यह फिल्म हिंदी और अंग्रेजी दोनों में रिलीज़ हुई और ममूटी को इसके लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।
2. डॉ. बीआर अंबेडकर (2005)
यह कन्नड़ फिल्म डॉ. आंबेडकर के जीवन पर आधारित है, जिसमें अभिनेता विष्णुकांत बीजे ने मुख्य भूमिका निभाई। निर्देशक शरण कुमार कब्बूर ने इसे खास बनाया है, जो दक्षिण भारतीय दर्शकों के बीच लोकप्रिय रही।
3. तीसरी आज़ादी (2006)
यह फिल्म जातिवाद और सामाजिक अन्याय के खिलाफ संघर्ष को दर्शाती है, जिसमें डॉ. आंबेडकर और ज्योतिबा फुले के विचारों को प्रमुखता दी गई है। लेखक-निर्देशक जब्बार पटेल ने आंबेडकर के सामाजिक आंदोलन को गहराई से प्रस्तुत किया है।
4. भीम गर्जना (1989)
सुधाकर वाघमारे द्वारा निर्देशित यह मराठी फिल्म आंबेडकर के सामाजिक आंदोलन की कहानी बयां करती है। इसमें कृष्णानंद और प्रतिमादेवी जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों का अभिनय देखने को मिलता है।
5. बोले इंडिया जय भीम (2016)
यह मराठी फिल्म बाबा साहब के जीवन और संघर्षों को समर्पित है। इसे संवेदनशीलता के साथ फिल्माया गया है, जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा।
अन्य उल्लेखनीय फिल्में और सीरियल
- ‘बाल भीमराव’ (2018) — बच्चों के नजरिए से डॉ. आंबेडकर के जीवन को दिखाती एक खूबसूरत मराठी फिल्म।
- ‘रमाबाई भीमराव आंबेडकर’ (2011) — आंबेडकर की पत्नी रमाबाई के दृष्टिकोण से जीवन गाथा।
- तमाम टीवी सीरियल, डॉक्यूमेंट्री और वेब सीरीज — जैसे ‘एक महानायक–डॉ. भीम राव अंबेडकर’ (ज़ी टीवी) — जो उनके संघर्ष और सिद्धांतों को घर-घर पहुंचा रहे हैं।
निष्कर्ष
डॉ. भीमराव आंबेडकर का जीवन हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनके साहस, शिक्षा और सामाजिक बदलाव की मिसाल को सिनेमा के माध्यम से समझना एक अद्भुत अनुभव है। इन फिल्मों को देखकर आप न केवल इतिहास को जानेंगे, बल्कि आज के समाज को भी नई दिशा और सोच देने का अनुभव करेंगे।
You may also like
राष्ट्रपति भवन में 'आदि कर्मयोगी अभियान' के तहत जनजातीय प्रतिनिधियों ने द्रौपदी मुर्मू से की मुलाकात
उत्तर प्रदेश : जवान की पिटाई का मामला गरमाया, पूर्व विधायक संगीत सोम ने की सख्त कार्रवाई की मांग
जब सूर्यास्त हो ठीक उसी समय चुपचाप इस जगह रखˈ दे 1 रूपये का सिक्का धन की बारिश होगी घर
जिला प्रशासन के आदेश को लोग दिखा रहे ठेंगा, जान जोखिम में डालकर खड्ड दरिया में पकड़ रहे मछली
राणा ने बटीधार में सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक की प्रगति की समीक्षा की