Pi नेटवर्क एक लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है , जिसके लिए स्मार्टफोन के माध्यम से क्रिप्टो माइनिंग को आसान बनाने का दावा किया जाता है। पीआई कॉइन को लेकर कई यूजर्स शिकायत कर रहे हैं कि उन्हें उनके माइन किए गए PI कॉइन्स का बैलेंस ऐप में दिखाई नहीं दे रहे हैं। जिसके बाद कम्युनिटी में चिंता और संदेह को जन्म दिया है। यूजर्स अलग-अलग संभावना जता रहे हैं। कई यूज़र्स इसे मेननेट माइग्रेशन की विफलता मान रहे हैं, तो कुछ तकनीकी गड़बड़ी, कुछ यूजर्स चिंता में हैं कि उनके बैलेंस का क्या होगा।
Pi नेटवर्क में बैलेंस न दिखने की समस्यासोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स खासकर रेड्डीट और एक्स पर Pi नेटवर्क के यूजर्स शिकायत कर रहे हैं कि उनके ऐप में कॉइन का बैलेंस लोन नहीं हो पा रहा। एक यूजर ने शिकायत करते हुए रेड्डीट पर लिखा कि मैं अपने माइन किए गए PI कॉइन बैलेंस को देखने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन पेज बस लोडिंग पर अटक जाता है। इस समस्या के बारे में कई यूजर्स ने शिकायत की। कई यूजर्स Pi नोड ऐप पर भी इसी समस्या का सामना कर रहे हैं। इसके बारे में एक यूजर ने लिखा कि मैंने Pi नोड ऐप पर अपने मेननेट बैलेंस को चेक करने की कोशिश की, लेकिन पेज 'लोडिंग योर बैलेंस' पर अटक गया। बार-बार लोड करने के बाद भी बैलेंस नहीं दिख रहा।
सारी प्रक्रिया पूरी फिर भी समस्या कुछ यूजर्स का यह भी कहना है कि उनके माइग्रेटेड कॉइन्स उनके वॉलेट में दिखाई नहीं दे रहे हैं। उन्होंने केवाईसी से जुड़ी पूरी प्रक्रिया के साथ मेननेट चेकलिस्ट भी पूरी कर ली है। फिर भी ये समस्या बनी हुई है। एक अन्य यूजर का कहना है कि उसने दो साल पहले मेननेट चेकलिस्ट पूरी की थी, उसका वॉलेट अभी भी खाली है।
क्या यह कोई घोटाला है?कुछ यूजर्स तो इसे घोटाला बता रहे हैं। इसके अलावा कुछ मेननेट माइग्रेशन की विफलता बता रहे हैं। इसके अलावा सिस्टम की स्थिरता पर भी सवाल उठ रहे हैं। अभी तक पीआई नेटवर्क की तरफ से इस मामले पर कोई बयान सामने नहीं आया।
पीआई नेटवर्क ने साल 2021 में अपने मेननेट फेज को शुरू किया था। उसमें यूजर्स को माइन किए पीआई कॉइन्स को टेस्टनेट से मेननेट पर माइग्रेट करना था। ऐसा करने के लिए उन्हें केवाईसी के साथ ही मेननेट चेकलिस्ट के सभी स्टेप्स पूरे करने जरूरी हैं। नेटवर्क की मार्च 2025 में मेननेट माइग्रेशन की डेडलाइन खत्म होने होने के बाद से कई यूजर्स ने समस्याओं की शिकायतें करनी शुरू कर दी।
अभी तक नेटवर्क की कोर टीम की तरफ से बयान सामने नहीं आने के बाद यूजर्स की चिंता और बेचैनी और बढ़ गई है। वहीं कुछ यूजर्स ऐसे भी है, जो इस समस्या को तकनीकी समस्या बता रहे हैं और जल्द ही सब ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं।
कुछ यूजर्स का सुझाव है कि ऐप को अपडेट करने, कैशे क्लियर करने, या VPN बंद करके दोबारा कोशिश करने से समस्या हल हो सकती है। कई यूजर्स ने बताया कि उनके अनवेरिफाइड PI कॉइन्स जब्त हो गए, जिसके कारण ऐसे यूजर्स नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
क्या खतरे में है नेटवर्क का भविष्य?
कुछ समय पहले ही पीआई नेटवर्क की तरफ से दावा किया था कि उसने 12 मिलियन से ज्यादा यूजर्स को मेननेट पर माइग्रेट किया है, जो क्रिप्टो इंडस्ट्री में एक बड़ी उपलब्धि है। लेकिन लाखों यूजर्स अभी भी क्यू में है।
Pi नेटवर्क में बैलेंस न दिखने की समस्यासोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स खासकर रेड्डीट और एक्स पर Pi नेटवर्क के यूजर्स शिकायत कर रहे हैं कि उनके ऐप में कॉइन का बैलेंस लोन नहीं हो पा रहा। एक यूजर ने शिकायत करते हुए रेड्डीट पर लिखा कि मैं अपने माइन किए गए PI कॉइन बैलेंस को देखने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन पेज बस लोडिंग पर अटक जाता है। इस समस्या के बारे में कई यूजर्स ने शिकायत की। कई यूजर्स Pi नोड ऐप पर भी इसी समस्या का सामना कर रहे हैं। इसके बारे में एक यूजर ने लिखा कि मैंने Pi नोड ऐप पर अपने मेननेट बैलेंस को चेक करने की कोशिश की, लेकिन पेज 'लोडिंग योर बैलेंस' पर अटक गया। बार-बार लोड करने के बाद भी बैलेंस नहीं दिख रहा।
सारी प्रक्रिया पूरी फिर भी समस्या कुछ यूजर्स का यह भी कहना है कि उनके माइग्रेटेड कॉइन्स उनके वॉलेट में दिखाई नहीं दे रहे हैं। उन्होंने केवाईसी से जुड़ी पूरी प्रक्रिया के साथ मेननेट चेकलिस्ट भी पूरी कर ली है। फिर भी ये समस्या बनी हुई है। एक अन्य यूजर का कहना है कि उसने दो साल पहले मेननेट चेकलिस्ट पूरी की थी, उसका वॉलेट अभी भी खाली है।
क्या यह कोई घोटाला है?कुछ यूजर्स तो इसे घोटाला बता रहे हैं। इसके अलावा कुछ मेननेट माइग्रेशन की विफलता बता रहे हैं। इसके अलावा सिस्टम की स्थिरता पर भी सवाल उठ रहे हैं। अभी तक पीआई नेटवर्क की तरफ से इस मामले पर कोई बयान सामने नहीं आया।
पीआई नेटवर्क ने साल 2021 में अपने मेननेट फेज को शुरू किया था। उसमें यूजर्स को माइन किए पीआई कॉइन्स को टेस्टनेट से मेननेट पर माइग्रेट करना था। ऐसा करने के लिए उन्हें केवाईसी के साथ ही मेननेट चेकलिस्ट के सभी स्टेप्स पूरे करने जरूरी हैं। नेटवर्क की मार्च 2025 में मेननेट माइग्रेशन की डेडलाइन खत्म होने होने के बाद से कई यूजर्स ने समस्याओं की शिकायतें करनी शुरू कर दी।
अभी तक नेटवर्क की कोर टीम की तरफ से बयान सामने नहीं आने के बाद यूजर्स की चिंता और बेचैनी और बढ़ गई है। वहीं कुछ यूजर्स ऐसे भी है, जो इस समस्या को तकनीकी समस्या बता रहे हैं और जल्द ही सब ठीक होने का इंतजार कर रहे हैं।
कुछ यूजर्स का सुझाव है कि ऐप को अपडेट करने, कैशे क्लियर करने, या VPN बंद करके दोबारा कोशिश करने से समस्या हल हो सकती है। कई यूजर्स ने बताया कि उनके अनवेरिफाइड PI कॉइन्स जब्त हो गए, जिसके कारण ऐसे यूजर्स नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
क्या खतरे में है नेटवर्क का भविष्य?
कुछ समय पहले ही पीआई नेटवर्क की तरफ से दावा किया था कि उसने 12 मिलियन से ज्यादा यूजर्स को मेननेट पर माइग्रेट किया है, जो क्रिप्टो इंडस्ट्री में एक बड़ी उपलब्धि है। लेकिन लाखों यूजर्स अभी भी क्यू में है।
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