पैट कमिंस की गेंदबाज़ी के क़हर पर बारिश ने पानी फेर दिया. बारिश की वजह से मैच पूरा नहीं होने से हैदराबाद और दिल्ली की टीमों में एक-एक अंक बंट गया.
इस अंक से दिल्ली केपिटल्स के 13 अंक हो गए हैं और वह अंकतालिका में पांचवें नंबर पर है. इस तरह उसकी प्लेऑफ की राह बनी हुई है.
सनराइज़र्स हैदराबाद ने अपने घर में खेलते हुए बेहतरीन गेंदबाज़ी से दिल्ली को सात विकेट पर 133 रन पर सीमित करके जीत की उम्मीदें बनाई थीं. पर बारिश के कारण अंक बंटने से उनके प्लेऑफ़ में पहुंचने की संभावनाएं थम गई हैं.
मैच बिना परिणाम के ख़त्म होने से वह 11 मैचों में सात अंक बनाकर आठवें स्थान पर है. वह अब अगर अपने बाकी तीनों मैच जीत भी जाती है तो 13 अंकों तक ही पहुंच सकेगी. मौजूदा स्थिति में चार टीमें अभी ही इससे आगे हैं.
बारिश रुकने के बाद ग्राउंड्स स्टाफ़ ने पानी निकालने का भरसक प्रयास किया पर बारिश इतनी तेज़ थी कि कवर के नीचे मैदान में भी पानी आ गया. पांच ओवर के मैच के लिए भी मैदान तैयार नहीं हो पाने की संभावनाओं के बाद अंपायरों ने मैच ख़त्म करने का फ़ैसला किया.
कमिंस की गेंदबाज़ी का क़हर भी काम नहीं आयापैट कमिंस इस सत्र में गेंदबाज़ी की शुरुआत करते नज़र नहीं आए हैं. लेकिन इस मैच में मोहम्मद शमी को बाहर बैठाने से पहली बार आक्रमण की शुरुआत करने की ज़िम्मेदारी संभालकर अपने पहले तीन ओवरों में ही दिल्ली केपिटल्स को बैकफुट पर ला दिया. पर इन प्रयासों पर बारिश ने पानी फेर दिया.
कमिंस ने अपने पहले तीन ओवरों की पहली गेंदों पर करुण नायर, फाफ डु प्लेसी और अभिषेक पोरेल के विकेट निकाले.
ख़ास बात यह रही कि इन तीनों बल्लेबाज़ों को विकेटकीपर ईशान किशन ने लपका. ईशान किशन ने इस सत्र में पहली बार हेनरिक क्लासेन की जगह विकेटकीपिंग की.
कमिंस की गेंदबाज़ी की ख़ूबी यह रही कि उन्हें विकेट से थोड़ा उछाल मिल रहा था और गेंद थोड़ा रुककर आने से बल्लेबाज़ों को खेलने में थोड़ी दिक्कत हुई.
कमिंस पिछले मैच तक गेंद को आगे रखकर स्विंग पाने का प्रयास करते रहे थे. लेकिन इसमें छह से आठ मीटर के बीच टप्पा रखकर हार्ड लेंथ पर गेंदबाज़ी की और यह रणनीति कहर बरपाने वाली साबित हुई.
कमिंस ने चार ओवरों में 19 रन देकर तीन विकेट निकाले.

कमिंस को अन्य गेंदबाज़ों का भी अच्छा सहयोग मिला. विकेट से थोड़ी मदद मिलने का सभी गेंदबाज़ों ने भरपूर फायदा उठाया. इसका ही परिणाम था कि कमिंस द्वारा बनाए दबाव को बनाया रखा जा सका.
जयदेव उनादकट और ईशान मलिंगा ने अपनी गेंदबाज़ी से बहुत प्रभावित किया. दोनों ने एक-एक विकेट निकाले. डेथ ओवरों में कसी गेंदबाज़ी का ही परिणाम था कि स्टब्स और आशुतोष जैसे बल्लेबाज़ बहुत खुलकर नहीं खेल सके.
हर्षल पटेल और ईशान मलिंगा ने आख़िरी दो ओवरों में सिर्फ 9-9 रन ही दिए. आशुतोष ने जीशान अंसारी के 15वें ओवर में जब लगातार दो छक्के लगाए, तब लगा था कि स्कोर 140-150 रनों तक पहुंच सकता था. पर डेथ ओवर्स में भी खुलकर न खेलने की छूट की वजह से ही दिल्ली की टीम 133 रन तक ही पहुंच सकी.
आशुतोष शर्मा जिस समय खेलने उतरे थे, उस समय 62 रनों पर छह विकेट निकल चुके थे. इस समय 7.5 ओवर का खेल बाकी था.
उन्होंने स्टब्स के साथ मिलकर सातवें विकेट की साझेदारी में 45 गेंदों में 66 रन जोड़कर टीम को सात विकेट पर 133 रन बनाकर टीम को लड़ने लायक स्थिति में पहुंचा दिया.
आशुतोष ने एक बार फिर दिखाया कि वह मुश्किल स्थिति में टीम को संभालने का माद्दा रखते हैं. जिस विकेट पर अन्य बल्लेबाज़ों को खेलने में मुश्किल हो रही थी, उस पर उन्होंने कसी हुई गेंदबाज़ी के सामने भी बड़े शॉट खेलने के मौके बना लिए.
आशुतोष ने इस 66 रनों की साझेदारी में 26 गेंदों में 41 रनों का योगदान किया. इसमें दो चौकों और तीन छक्के शामिल रहे. उन्होंने 157 से ज़्यादा की स्ट्राइक रेट से रन बनाए.
स्टब्स दूसरे छोर से अपने स्वाभाविक आक्रामक अंदाज़ के बजाय विकेट पर टिककर खेलते हुए आख़िर तक 36 गेंदों में 41 रन बनाकर नाबाद रहे. इसमें उन्होंने सिर्फ चार चौके लगाए.
ईशान किशन ने बनाया रिकॉर्ड
इस सीज़न में पहली बार विकेटकीपिंग करने वाले ईशान किशन आईपीएल इतिहास में एक पारी में पहले चार बल्लेबाज़ों को लपकने वाले पहले विकेटकीपर बन गए. यह रिकॉर्ड उन्होंने जयदेव उनादकट की गेंद पर केएल राहुल का कैच पकड़कर बनाया.
आमतौर पर मिडल स्टंप पर आने वाली गेंदों पर केएल राहुल ड्राइव करते हैं और अब तक आईपीएल के खेले मैचों में वह सफल भी रहे हैं. लेकिन इस बार विकेट से मदद मिलने की वजह से वह विकेट के पीछे कैच हो गए.
इससे पहले कमिंस की गेंद पर फाफ डु प्लेसी पहले से शॉट का मन बनाने की वजह से और करुण नायर मैच की पहली गेंद पर ईशान के हाथों लपके जा चुके थे.
कमिंस जब पहले दो ओवरों की पहली गेंदों पर विकेट लेने के बाद तीसरे ओवर को फेंकने आए तो अभिषेक पोरेल ने गेंद पर बड़ा शॉट खेलने का प्रयास किया पर गेंद धीमी होने की वजह से बल्ले पर देर से आने की वजह से हवा में उछल गई और ईशान ने वहां पहुंचकर कैच पकड़ लिया.
दिल्ली कैपिटल्स ने पावरप्ले में इस सीज़न का सबसे ख़राब प्रदर्शन करके आठ ओवरों में 29 रनों पर पांच विकेट खो दिए.
इस मौके पर ट्रिस्टन स्टब्स का साथ देने के लिए विप्रज निगम आए. यह जोड़ी जब टीम को मुश्किल से निकालती नज़र आ रही थी, तब ही एक गलतफहमी की वजह से विप्रज रन आउट हो गए.
स्टब्स ने गेंद खेली और एक रन पूरा होने के बाद वह आपस में बात किए बगैर दूसरा रन लेने के लिए दौड़ पड़े और विप्रज रन लेने को दौड़े नहीं. पर विप्रज ने इस मौके पर अपने को क्रीज़ से बाहर रखकर स्टब्स को आउट होने से बचा लिया.
इस समय तक इस जोड़ी के बीच छठे विकेट की साझेदारी में 33 रन जुड़ चुके थे. विप्रज ने 17 गेंदों में 18 रन बनाए.
आमतौर पर 16 अंकों तक पहुंचने वाली टीमें प्लेऑफ़ में स्थान बना लेती हैं. दिल्ली कैपिटल्स को अपने तीन मैचों में से कम से कम दो मैच जीतने होंगे.
लेकिन दिक्कत यह है कि दिल्ली को अपने आख़िरी तीन मैच मुंबई इंडियंस, पंजाब किंग्स और गुजरात टाइटंस से खेलने हैं और यह तीनों ही टीमें इस समय अंकतालिका में उससे आगे हैं.
पंजाब किंग्स ने 11 मैचों में 15 अंक बनाए हैं और वह दूसरे नंबर पर है. वहीं मुंबई इंडियंस के 11 मैचों में 14 अंक और गुजरात टाइटंस ने 10 मैचों में 14 अंक बनाए हैं.
इन तीनों ही टीमों ने अपने आख़िरी मैचों में बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया है. इससे दिल्ली की राह आसान नहीं दिखती है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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