फ़िल्म 'सैयारा' ने रिलीज़ के पहले ही दिन 22 करोड़ रुपये की कमाई कर इंडस्ट्री के जानकारों और दर्शकों को चौंका दिया है.
यशराज फ़िल्म्स की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, फ़िल्म की दूसरे दिन की कमाई 26.25 करोड़ रुपये रही, जबकि रविवार को तीसरे दिन यह आंकड़ा बढ़कर 35.75 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
इस तरह फ़िल्म ने पहले वीकएंड में कुल 84 करोड़ रुपये का कारोबार किया.
सोमवार (चौथे दिन) को भी फ़िल्म ने 20 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई करते हुए चार दिनों में 100 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया.
बीबीसी हिंदी के व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
इस फ़िल्म का निर्देशन मोहित सूरी ने किया है.
करीब दो दशकों में 13 फ़िल्में निर्देशित कर चुके मोहित सूरी को इससे पहले इस स्तर की सफलता कभी नहीं मिली थी.
- पाकिस्तानी एक्ट्रेस का महीनों पुराना शव मिला, जो दिखाता है समाज को आइना- वुसअत डायरी
- नसीरुद्दीन शाह की कहानी: न्यूज़ रूम ने ठुकराया, सिनेमा ने अपनाया

फ़िल्म 'सैयारा' को दर्शकों, ख़ासतौर पर युवाओं से मिल रही प्रतिक्रियाएं बहुत चर्चा में हैं.
मुंबई की 20 वर्षीय माही विठ्ठलानी ने फ़िल्म देखने के बाद कहा, "यह एक ईमानदार, जज़्बाती और दिल को छू लेने वाली प्रेम कहानी है जो लंबे समय से सिनेमाघरों में नहीं आई थी. यह फ़िल्म ताज़ा हवा के झोंके जैसी है. स्टार वैल्यू के बिना भी दोनों नवोदित कलाकारों ने बेहतरीन अभिनय किया. अहान पांडे और अनीत पड्डा की केमिस्ट्री बहुत रियल लगी. 'सैयारा' एक ऐसी फ़िल्म है जो भागती दौड़ती ज़िंदगी में ठहरकर प्यार के बारे में सोचने पर मजबूर करती है."
28 वर्षीय विनय विधानी को भी फ़िल्म काफी पसंद आई.
उन्होंने कहा, "यह एक ट्रेडमार्क मोहित सूरी फ़िल्म है जिसमें मधुर संगीत के जरिए प्यार की टीस को खूबसूरती से दिखाया गया है. यही बात युवाओं को आकर्षित कर रही है और सिनेमाघरों तक ला रही है."
भोपाल की प्रोफेसर, 29 वर्षीय ईशा पबिआ कहती हैं, "फ़िल्म की प्रेम कहानी वास्तविक लगती है. दो प्रेमियों का हर हाल में एक-दूसरे के लिए समर्पण दिल को छू जाता है. यही वजह है कि मुझे भी 'सैयारा' की कहानी बेहद पसंद आई."
हालांकि कुछ दर्शकों ने फ़िल्म की कहानी की आलोचना भी की है.
दिल्ली की 24 वर्षीय नीतू अरोरा का मानना है, "कहानी में ज़्यादा नयापन नहीं है, यह बॉलीवुड की टिपिकल प्रेम कहानी जैसी ही लगती है. नए कलाकारों को अभी अपनी जगह बनाने के लिए और मेहनत करनी होगी. फिर भी, फ़िल्म को युवाओं से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है."
- गुलशन कुमार ने जो किया वो कोई नहीं कर पाया: अनुराधा पौडवाल
- बांग्लादेश में सत्यजीत रे के पुश्तैनी घर को गिराने का काम स्थगित, भारत ने की थी अपील
फ़िल्म 'सैयारा' की कामयाबी को लेकर फ़िल्म इंडस्ट्री के जानकारों और समीक्षकों ने कई कारण गिनाए हैं.
जानकारों का मानना है कि एक सधी हुई प्रेम कहानी, बढ़िया संगीत, और अहान पांडे-अनीत पड्डा जैसे नए चेहरों को सीमित प्रचार के साथ लॉन्च करने की रणनीति ने इस फ़िल्म को बड़ी कामयाबी दिलाई.
करीब चार दशकों से फ़िल्म पत्रकारिता में सक्रिय वरिष्ठ पत्रकार मीना अय्यर ने 'सैयारा' की सफलता को चौंकाने वाला बताया.
उन्होंने विशेष रूप से फ़िल्म के प्रमोशन के तरीके की ओर ध्यान खींचा.
वे कहती हैं, "यशराज फ़िल्म्स ने 'सैयारा' के प्रमोशन में सबसे ज़रूरी काम यह किया कि फ़िल्म रिलीज़ से पहले अहान और अनीत को ज़्यादा एक्सपोज़ नहीं किया. न तो उन्हें मीडिया इंटरव्यूज़ में घसीटा गया, न शहर-शहर घूमने भेजा गया. इससे दर्शकों में उनके प्रति एक रहस्य और रोमांच बना रहा, जो रिलीज़ के समय काम आया."
निर्देशक मोहित सूरी ने इससे पहले 'ज़हर', 'कलियुग', 'आवारापन', 'मर्डर 2', 'आशिकी 2' और 'एक विलेन' जैसी फ़िल्मों का निर्देशन किया है. सूरी रोमांटिक-थ्रिलर फ़िल्मों के माहिर माने जाते हैं. उनकी फ़िल्मों की एक बड़ी खासियत संगीत रही है, जो लंबे समय तक दर्शकों के ज़ेहन में बना रहता है.
'सैयारा' का सुपरहिट टाइटल ट्रैक और बाक़ी गाने भी फ़िल्म की प्रेम कहानी के जज़्बाती पक्ष को मज़बूती से उभारते हैं. फ़िल्म के गीत-संगीत को लोगों की ज़ुबां पर चढ़ जाने वाला बताया जा रहा है और समीक्षकों का मानना है कि इसी ने फ़िल्म की कामयाबी में बड़ी भूमिका निभाई है.
- जब केबीसी के लिए रज़ामंदी देने से पहले अमिताभ बोले- हाँ, मैं साइन करूंगा लेकिन...
- 'मैं कभी भी एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थी, मैं पढ़ना चाहती थी'- सुप्रिया पाठक
वरिष्ठ फ़िल्म समीक्षक मयंक शेखर भी मानते हैं कि 'सैयारा' की सफलता में संगीत ने अहम भूमिका निभाई है.
वे कहते हैं, "ना सिर्फ़ फ़िल्म का संगीत लाजवाब है, बल्कि फ़िल्म के सभी गानों को भी बख़ूबी फ़िल्माया गया है जो दर्शकों को सिनेमाघरों में बड़ी संख्या में आकर्षित करने में योगदान दे रहे हैं."
मयंक शेखर के मुताबिक, अहान पांडे और अनीत पड्डा जैसे नए कलाकारों का चयन, उनका विश्वसनीय अभिनय और मोहित सूरी का निर्देशन फ़िल्म को कामयाब बनाता है.
वे कहते हैं, "पिछले कुछ सालों से बॉक्स ऑफ़िस पर जज़्बाती और ज़ेहन पर असर करने वाली लव स्टोरीज़ का आना लगभग बंद सा हो गया था. यही वजह है कि सिनेमाघरों में दोबारा से रिलीज़ की जा रहीं 'लैला मजनूं', 'ये जवानी है दीवानी', 'सनम तेरी कसम' जैसी तमाम लव स्टोरीज़ को आज की पीढ़ी के दर्शक बड़े पैमाने पर सिनेमाघरों में जाकर देख रहे थे."
शेखर जोड़ते हैं, "ऐसे माहौल में जब एक फ्रेश और जज़्बाती प्रेम कहानी 'सैयारा' युवा कलाकारों के साथ आई, तो इसे दर्शकों ने तुरंत स्वीकार कर लिया. युवा दर्शकों में लव स्टोरीज़ की जो भूख लंबे समय से थी, 'सैयारा' ने उसे सही समय पर पूरा किया."
- 'एक्टिंग तो मैंने रुई बेचकर सीखी है'- कैसा रहा है 'पंचायत के बिनोद' का सफ़र
- चीन में लोकप्रिय हो रहे एक वीडियो गेम ने कैसे बढ़ा दी महिलाओं की चिंता?

ग़ौरतलब है कि 'सैयारा' महज़ मल्टीप्लेक्स में फ़िल्में देखने आने वाले दर्शकों को ही नहीं, बल्कि देशभर के 'बी' और 'सी' सेंटरों में भी ख़ासी कमाई कर रही है और सिंगल स्क्रीन के दर्शकों को भी यह फ़िल्म काफ़ी पसंद आ रही है.
बिहार में 'सैयारा' को मिल रहे दर्शकों के प्यार को लेकर मधुबनी ज़िले में स्थित रूपबाणी सिनेमाघर के मालिक विषेक चौहान से भी बात की गई. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि बिहार के छोटे-छोटे सिनेमाघरों में भी 'सैयारा' के लिए दर्शकों की ख़ासी भीड़ उमड़ रही है.
उन्होंने कहा, "बिहार में इस साल सबसे सफल रही छावा को भी सैयारा पीछे छोड़ सकती है. 'छावा' को बिहार में भी अच्छा रेस्पांस मिला था, मगर बिहार के सिनेमाघरों में 'छावा' से ज़्यादा 'सैयारा' की दीवानगी देखने को मिल रही है."
विषेक चौहान फ़िल्म समीक्षक मयंक शेखर की इस बात से भी इत्तेफ़ाक रखते हैं कि युवा दर्शकों को एक जज़्बाती किस्म की प्रेम कहानी का लंबे अर्से से इंतज़ार था, जिसकी कमी 'सैयारा' ने पूरी की है.
वहीं जयपुर में एंटरटेनमेंट पैराडाइज़ नामक मल्टीप्लेक्स के मालिक राज बंसल ने बताया कि जयपुर जैसे बड़े शहर में ही नहीं, बल्कि राजस्थान के भरतपुर, सीकर और अन्य छोटी-छोटी जगहों पर भी फ़िल्म को दर्शकों का साथ मिल रहा है.
राज बंसल कहते हैं, "अगर एक अच्छा निर्देशक, एक अच्छी कहानी और बढ़िया म्यूज़िक हो तो फ़िल्म को चलने से कोई नहीं रोक सकता है. यही हुआ है 'सैयारा' के साथ, जिसका असर इस तरह से बॉक्स ऑफ़िस पर देखने को मिल रहा है."
- इम्तियाज़ अली अधूरे प्यार को ही ज़िंदा प्यार क्यों मानते हैं?
- गुरु दत्त की फ़िल्म 'मिस्टर एंड मिसेज़ 55' क्या स्त्री विरोधी है?

बॉक्स ऑफ़िस पर तकरीबन 600 करोड़ रुपये का कारोबार कर इतिहास रचने वाली फ़िल्म 'छावा' के बाद 'सैयारा' इस साल की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग हासिल करने वाली फ़िल्म बन गई है.
इस साल फरवरी में रिलीज़ हुई विक्की कौशल स्टारर 'छावा' ने पहले दिन 33 करोड़ रुपये से अधिक की ओपनिंग की थी. वहीं नए कलाकारों से सजी 'सैयारा' ने पहले दिन 22 करोड़ रुपये का कारोबार कर साल की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग दर्ज की.
रिलीज़ के चौथे ही दिन 100 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने वाली 'सैयारा' की बॉक्स ऑफ़िस संभावनाओं को जाने-माने ट्रेड विश्लेषक कोमल नाहटा ने भी उल्लेखनीय माना है.
कोमल नाहटा कहते हैं, "फ़िल्म 'सैयारा' की बड़ी ने चार दिनों में जो बॉक्स ऑफ़िस पर कमाल किया गया है, वह कई मायनों में अभूतपूर्व है. मैं 'सैयारा' की तुलना 'छावा' से नहीं करना चाहूंगा, क्योंकि उस फ़िल्म में विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना जैसे स्थापित कलाकार थे और वह ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित एक बड़े बजट की फ़िल्म थी."
वे आगे कहते हैं, "फ़िलहाल मैं यह नहीं कह सकता कि 'सैयारा' का एंड कलेक्शन क्या होगा, मगर दुनियाभर में फ़िल्म को मिल रही प्रतिक्रिया को देखते हुए इतना ज़रूर कह सकता हूं कि यह फ़िल्म आसानी से 400 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर सकती है. हालांकि, लोगों के उत्साह को देखते हुए यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि कारोबार के मामले में फ़िल्म कहां जाकर रुकेगी. विदेशों में भी फ़िल्म का प्रदर्शन अच्छा है, जो इसके कुल कलेक्शन पर असर डालेगा."
- अमरीश पुरी: पर्दे पर ख़तरनाक विलेन लेकिन असली ज़िंदगी में विनम्र कलाकार
- सितारे ज़मीन पर: आमिर ख़ान की इस फ़िल्म पर छिड़ी बहस
अभिनय की दुनिया में 'सैयारा' से कदम रखने वाले अहान पांडे की तुलना 25 साल पहले रिलीज़ हुई सुपरहिट फ़िल्म 'कहो ना... प्यार है' से डेब्यू करने वाले रितिक रोशन से की जा रही है.
उसी तरह अनीत पड्डा और अहान की जोड़ी को भी रितिक-अमीषा की जोड़ी की तरह बॉक्स ऑफ़िस पर तहलका मचाने वाला माना जा रहा है.
अहान पांडे मशहूर अभिनेता चंकी पांडे के भाई चिक्की पांडे और फ़िटनेस कोच डिआन पांडे के बेटे हैं. 27 वर्षीय अहान, अभिनय में उतरने से पहले पर्दे के पीछे रहकर कुछ फ़िल्मों और वेब सीरीज़ में सहायक निर्देशक के रूप में काम कर चुके हैं.
ग़ौरतलब है कि 'सैयारा' के निर्माता आदित्य चोपड़ा ने अहान को फ़िल्म में कास्ट करने का सुझाव निर्देशक मोहित सूरी को दिया था. शुरुआत में मोहित सूरी को अहान लीड रोल में फिट नहीं लग रहे थे, लेकिन कुछ समय साथ बिताने के बाद उन्होंने माना कि अहान ही इस रोमांटिक कहानी के लिए उपयुक्त चेहरा हैं.
जहां तक अहान के अपोज़िट लीड रोल निभाने वाली अनीत पड्डा की बात है, तो वह दो साल पहले रिलीज़ हुई वेब सीरीज़ 'बिग गर्ल्स डोंट क्राई' में एक अहम भूमिका निभा चुकी हैं, जिसके लिए उनके काम की ख़ासी सराहना हुई थी.
अनीत पड्डा इससे पहले रेवती निर्देशित और काजोल स्टारर फ़िल्म 'सलाम वेंकी' में भी एक छोटा किरदार निभा चुकी हैं. लेकिन बतौर लीड अभिनेत्री 'सैयारा' उनकी पहली फ़िल्म है.
अमृतसर से ताल्लुक रखने वाली अनीत पड्डा, अभिनय में आने से पहले मॉडलिंग करती थीं और कई विज्ञापन फ़िल्मों में भी नज़र आ चुकी हैं.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम, और व्हॉट्सऐप पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)
- 'अब लोगों को कुछ हट कर चाहिए': बॉलीवुड को आईना दिखातीं दमदार महिला किरदारों वाली फ़िल्में
- क्या ज्योतिबा और सावित्रीबाई फुले के असल संघर्ष को दिखा पाती है 'फुले'?
- कौन हैं अभिनेत्री रान्या राव जो 14 किलो सोने के साथ हुई हैं बेंगलुरु एयरपोर्ट पर गिरफ़्तार
You may also like
सीना फट गया, पैर की खाल उधड़ी, मोबाइल पर बात करते हुए नेक बैंड में ब्लास्ट, युवक की दर्दनाक मौतˏ
ये भविष्यवाणी टलेगी नहीं, चाहे कोई कुछ भी कर ले – अब सब बदलने वाला हैˏ
भैंस का मीट खाती है यह बॉलीवुड अभिनेत्री, पति भी शराब के साथ गटक जाता है ढेरों रसगुल्ले, जानिए कौन है यह अजीबो गरीब कपलˏ
ये साधारण सा दिखने वाला कड़ी पत्ता, 15 खतरनाक बीमारियों को करता है जड़ से खत्म, तरीका जान लीजिए वरना पछताएंगेˏ
Ayushman Card होने पर भी अस्पताल वाले नहीं कर रहे मुफ्त में इलाज तो यहां करें शिकायतˏ