प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने डेबॉक कंपनी के डायरेक्टर मुकेश मनवीर सिंह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए लाखों रुपए जब्त किए हैं। बताया जा रहा है कि उसके घर से नकदी और लग्जरी कारें बरामद हुई हैं। ईडी ने मुकेश मनवीर के कई ठिकानों पर छापेमारी की है और उसके घर से 78 लाख रुपए और चार लग्जरी कारें जब्त की हैं। टोंक, कोटा और जयपुर में मुकेश के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है, लेकिन जयपुर में मुकेश मनवीर के घर की गहन तलाशी ली गई है, जिसके बाद कई खुलासे भी हुए हैं। हालांकि सबसे बड़ा सवाल यह है कि एक हिस्ट्रीशीटर इतना बड़ा कारोबारी कैसे बन गया।
मुकेश मनवीर सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी के 20 से ज्यादा मामले दर्ज
मुकेश मनवीर सिंह जयपुर के वैशाली थाने का हिस्ट्रीशीटर भी था। उसके खिलाफ जालसाजी और जमीन के फर्जी कागजात बेचने के 20 से ज्यादा मामले दर्ज थे। हालांकि साल 2015 में हाईकोर्ट से आदेश मिलने के बाद उसकी हिस्ट्रीशीट बंद कर दी गई थी। इसके बाद उसने धोखाधड़ी का नया काम शुरू किया और मौका मिलते ही इतनी बड़ी कंपनी का मालिक बन बैठा। मुकेश मनवीर के कई नाम
मुकेश मनवीर सिंह के कई नाम थे। जैसे, उसे मुकेश महावर और मुकेश कुमार के नाम से भी जाना जाता था। चुनाव आयोग के रिकॉर्ड के मुताबिक, वह एक पढ़ा-लिखा व्यक्ति है।
मुकेश ने धोखाधड़ी का साम्राज्य खड़ा किया
मुकेश देबॉक कंपनी का एमडी था और उसके खिलाफ 100 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी और ठगी के मामले दर्ज हैं, जिसकी जांच ईडी कर रही है। लेकिन इस जांच के दौरान चौंकाने वाले खुलासे भी हुए हैं। मुकेश पर धोखाधड़ी और जमीन के फर्जी कागजात बेचने के 20 से ज्यादा मामले दर्ज थे। लेकिन 2015 में हाईकोर्ट से आदेश मिलने के बाद उसकी हिस्ट्रीशीट बंद कर दी गई। हालांकि, मुकेश का धोखाधड़ी का धंधा बंद नहीं हुआ। उसने सबसे पहले एक कंपनी बनाने का काम शुरू किया। इसके बाद मुकेश ने फर्जी कंपनियां और फर्जी मुनाफा दिखाकर शेयर बाजार में हेराफेरी की और 8 रुपये के शेयर की कीमत 150 रुपये तक बढ़ा दी। जिसके चलते सेबी ने भी धोखाधड़ी के लिए उसकी जांच की, जिसमें पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया।
कंपनी मूल रूप से वर्ष 2008 में जयपुर में डेबॉक सेल्स एंड मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम से निगमित हुई थी। इसका निगमन प्रमाण पत्र जारी किया गया था। इसके बाद 25 जनवरी 2017 को आयोजित असाधारण आम बैठक में सदस्यों द्वारा पारित विशेष प्रस्ताव के अनुसार कंपनी को पब्लिक लिमिटेड कंपनी में परिवर्तित कर दिया गया। हालांकि कंपनी ने इससे पहले वर्ष 2013 में ईगल ब्रांड नाम से कृषि उपकरण निर्माण क्षेत्र में कारोबार शुरू किया था। इसके बाद वर्ष 2014 में ईगल ब्रांड नाम से पीवीसी पाइप, एचडीपीई पाइप, सीपीवीसी और यूपीवीसी पाइप सिंचाई पाइप और उपकरणों के निर्माण और कारोबार के क्षेत्र में नई लाइन शुरू की। वर्ष 2015 में होटल डेबॉक इन नाम से होटल डिवीजन में कारोबार शुरू किया।
शिवसेना के टिकट पर लड़ा था लोकसभा चुनाव
यह भी पता चला है कि मुकेश मनवीर ने लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। मुकेश और अभिनेत्री राखी सावंत का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें राखी उनके लिए वोट मांगती नजर आ रही हैं। मुकेश को साल 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए शिवसेना से टिकट मिला था। हालांकि, चुनाव में उन्हें सिर्फ 4600 वोट ही मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई। हालांकि, वह चुनाव के जरिए नया मुकाम हासिल करना चाहते थे। ताकि न सिर्फ उन्हें राजनीति में एंट्री मिले बल्कि समाज में उनकी प्रतिष्ठा भी बनी रहे।
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