राजस्थान में खाद और बीज की किल्लत को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि खरीफ सीजन में किसान खाद और बीज के लिए दर-दर भटक रहा है। लेकिन सरकार की लापरवाही के कारण किसान खाली हाथ हैं।
किसानों की परेशानी बढ़ी
डोटासरा ने आरोप लगाया कि सहकारी समितियों के काउंटर खाली पड़े हैं। न तो डीएपी खाद मिल रही है और न ही बीज। उन्होंने कहा कि पिछले साल की तरह इस बार भी भाजपा सरकार किसानों के साथ मजाक कर रही है। सीकर जिले में सिर्फ 5 हजार टन डीएपी की जरूरत है। लेकिन अभी तक सिर्फ 450 टन खाद ही दी गई है। जिसके कारण 10% आपूर्ति भी पूरी नहीं हो पाई है। यही हाल झुंझुनूं, चूरू और नागौर जैसे जिलों का है। किसान लंबी लाइनों में खड़ा है। लेकिन उसे खाद और बीज नहीं मिल रहा है।
नकली खाद का खेल
भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए डोटासरा ने कहा कि सरकार नकली खाद माफियाओं को संरक्षण दे रही है। हाल ही में उदयपुर और भरतपुर की सहकारी समितियों से खरीदे गए खाद के नमूने नकली पाए गए। इससे किसानों का भरोसा टूट रहा है। मजबूरन उन्हें बाजार से महंगे दामों पर खाद और बीज खरीदना पड़ रहा है।
पहले भी नकली खाद और बीज के खिलाफ हुई कार्रवाई
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने नकली खाद और बीज के खिलाफ कार्रवाई की थी। लेकिन इसके बावजूद खाद की किल्लत और नकली खाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। डोटासरा ने कहा कि सरकार की नाकामी के कारण किसान खून के आंसू रो रहा है। कांग्रेस ने सरकार से तुरंत खाद और बीज की आपूर्ति बढ़ाने और नकली खाद बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। यह मुद्दा अब विधानसभा में भी गूंज सकता है।
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