राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल में फर्जी मार्कशीट तैयार करने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। एक तरफ पुलिस ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। वहीं दूसरी तरफ विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है। बता दें कि गुरुवार को मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से मामले में रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट को लेकर अधिकारी भी परेशान हैं। राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल ने अभी तक संविदा कर्मी के अलावा अन्य दोषियों की पहचान नहीं की है। वहीं जिम्मेदार अधिकारियों ने पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है। स्टेट ओपन स्कूल ने अभी तक थाने को रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराया है।
यहां समझें पूरा मामला
राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल में परीक्षा परिणाम के लिए अपनाई जा रही पारदर्शी प्रक्रिया की पोल खुल गई है। इस खेल में ओपन स्कूल का एक संविदा कर्मी पकड़ा गया है। इसके बाद विभाग हरकत में आया और आनन-फानन में पूरे मामले की जांच शुरू की गई। इस संबंध में बजाज नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी बजाज नगर सुरेंद्र सैनी ने बताया, ओपन स्कूल की ओर से शिकायत दी गई थी। इस आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस ने रिकॉर्ड मांगा है।
स्कूल के रिजल्ट पर सवाल
फर्जी मार्कशीट तैयार करने का मामला सामने आने के बाद अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। सवाल यह है कि एक संविदाकर्मी अपने स्तर पर इतना बड़ा फर्जीवाड़ा कैसे कर सकता है। मामला सामने आने के बाद ओपन स्कूल के रिजल्ट पर ही सवाल उठने लगे हैं।
पुलिस इन बिंदुओं पर जांच कर रही है
पुलिस जांच कर रही है कि राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल में जिस सत्र में फर्जी मार्कशीट जारी की गई, उसमें कितने विद्यार्थियों ने आवेदन किया और कितने पास हुए। कितने को मार्कशीट जारी की गई। किनकी मार्कशीट जारी की गई। इनमें ऐसे विद्यार्थी भी हैं, जो परीक्षा में पास नहीं हुए या जो परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए और उनकी फर्जी मार्कशीट जारी कर दी गई। माना जा रहा है कि पुलिस जांच में और भी खुलासे हो सकते हैं।
ऐसे बनाई गई फर्जी मार्कशीट
राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल के सहायक निदेशक उमेश कुमार शर्मा ने इस संबंध में बजाज नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2019-20 में दीपक नामक व्यक्ति ने राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की परीक्षा पास की थी। उसकी मार्कशीट कंप्यूटर सिस्टम में अपलोड कर दी गई। यह धोखाधड़ी एक संविदाकर्मी ने की है। मामला सामने आने के बाद जांच शुरू कर दी गई है और बजाज नगर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
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